किसान उपज की क्लीनिंग, ग्रेडिंग एवं शॉर्टिंग करवा सकेगा, मंडी में लगेगी ग्रेडिंग यूनिट

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कोटा। राष्ट्रीय कृषि बाजार (ई-नाम) योजना के तहत एशिया की सबसे बड़ी भामाशाह मंडी में बीज ग्रेडिंग इकाई स्थापित करने की तैयारियां शुरू हो गई है। बीज ग्रेडिंग इकाई शुरू होने से किसान अपनी उपज को अच्छे दामों पर बेच सकेंगे।

भामाशाह कृषि उपज मंडी समिति ने इसकी तैयारियां कर ली हैं। इसके लगने से किसान उपज की क्लीनिंग, ग्रेडिंग एवं शॉर्टिंग करवा कर उपज को अच्छे दामों में बेच सकेंगे। उपज की ग्रेडिंग के लिए न्यूनतम शुल्क लिया जाएगा।

मंडी समिति के सचिव एमएल जाटव ने LENDEN NEWS को बताया कि राष्ट्रीय कृषि बाजार योजना का उद्देश्य किसानों को घर बैठे अपनी उपज बेचने की सुविधा उपलब्ध कराना है। इस योजना में देश की मंडियों को ऑनलाइन जोड़ा गया है, जिसमें भामाशाहमंडी सहित राजस्थान की सभी 144 मंडियां शामिल हैं। योजना के तहत भामाशाहमंडी परिसर में बीज ग्रेडिंग इकाई की स्थापना की जा रही है। इससे हाड़ौती के किसानों को फायदा मिलेगा।

32 लाख रुपए खर्च होंगे: बीज ग्रेडिंग इकाई की स्थापना पर करीब 32 लाख रुपए खर्च होंगे। इसके लिए अबाला से मशीनों का आना शुरू हो गया है। मशीनों की पहली खेप आ चुकी है। भामाशाहमंडी के ए-ब्लॉक के पीछे नीलामी शेड में बीज ग्रेडिंग इकाई की स्थापना की जाएगी। यह इकाई आगामी अगस्त में शुरू होने की सभावना है।