नई दिल्ली। सिंडिकेट बैंक का IFSC एक जुलाई से डिसेबल कर दिया जाएगा। Syndicate Bank ने ग्राहकों से कहां है कि उनके ब्रांच का IFSC 30 जून के बाद बदल जाएगा। बता दें सिंडिकेट बैंक का मर्जर कैनरा बैंक में हुआ है। कैनरा बैंक ने कहा है कि SYNB से स्टार्ट होने वाले सभी IFSC कोड एक जुलाई से काम नहीं करेंगे।
बैंक ने अपनी वेबसाइट पर उल्लेख किया है, आप प्रेषकों को एनईएफटी/आरटीजीएस/आईएमपीएस भेजते समय केवल CNRB से शुरू होने वाले अपने नए आईएफएससी कोड का इस्तेमाल करने के लिए सूचित करें।” बता दें 1 अप्रैल से ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स, यूनाइटेड बैंक ऑफ़ इंडिया, सिंडीकेट बैंक, आंध्रा बैंक, कार्पोरेशन बैंक और इलाहाबाद बैंक के आईएफएससी कोड बदल गए हैं। इन बैंकों के अकाउंट होल्डर अब नए आईएफसी कोड का इस्तेमाल कर रहे हैं।
IFSC कोड क्यों बदल रहे हैं?
बड़े पैमाने पर विलय योजना के हिस्से के रूप में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 2019 में 10 सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों को चार बड़े बैंकों में विलय करने की घोषणा की थी। जबकि विलय अप्रैल 2020 में लागू हुआ, IFSC और MICR कोड वित्तीय वर्ष 2022 की शुरुआत से यानी 1 अप्रैल, 2021 से अपडेट हो रहे हैं।
IFSC कोड क्या है?
IFSC (The Indian Financial System Code) एक यूनिक 11-अंकीय अल्फ़ान्यूमेरिक कोड है, जिसका उपयोग NEFT, RTGS और IMPS के माध्यम से किए गए ऑनलाइन फंड ट्रांसफर लेनदेन के लिए किया जाता है।