नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने हेल्थकेयर और फ्रंटलाइन वर्कर्स के वैक्सीनेशन के लिए होने वाले नए रजिस्ट्रेशन पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी है। सरकार ने इसके लिए सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को निर्देश जारी किया है।
केंद्र सरकार को ऐसी शिकायतें मिली थीं कि हेल्थकेयर और फ्रंटलाइन वर्कर्स के नाम पर कुछ ऐसे लोग वैक्सीन के लिए रजिस्ट्रेशन करवा रहे हैं, जो इसके क्राइटेरिया में नहीं आते। केंद्र ने इसे वैक्सीनेशन गाइडलाइंस का उल्लंघन बताते हुए यह कदम उठाया है।
45 साल से ज्यादा उम्र के लोगों का रजिस्ट्रेशन जारी रहेगा
राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को लिखे खत में केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा है कि 45 साल या उससे ज्यादा उम्र के लोगों का रजिस्ट्रेशन CoWIN पोर्टल पर जारी रहेगा। उन्होंने बताया कि पहले हेल्थ केयर वर्कर्स का रजिस्ट्रेशन 25 फरवरी को और फ्रंटलाइन वर्कर्स का 6 मार्च को बंद किया जाना था।
इस पर वैक्सीन ऐडमिनिस्ट्रेशन का काम देख रही नेशनल एक्सपर्ट ग्रुप (NEGVAC) की शनिवार को हुई मीटिंग में राज्य के प्रतिनिधियों और एक्सपर्ट्स से चर्चा की गई। इसमें ग्रुप ने नए रजिस्ट्रेशन बंद करने की सिफारिश की है।
78वें दिन 13 लाख से ज्यादा लोगों को टीका लगा
हेल्थ मिनिस्ट्री के मुताबिक, वैक्सीनेशन ड्राइव के तहत शनिवार तक देशभर में वैक्सीन के 7.44 करोड़ डोज दिए गए हैं। 78वें दिन रात 8 बजे तक 13 लाख से ज्यादा लोगों को वैक्सीन लगाई गई। रिपोर्ट के अनुसार शनिवार को 11,86,621 लोगों को पहली और 1,13,525 को दूसरी खुराक दी गई। टोटल वैक्सीनेशन की बात करें तो अब तक 6,43,51,716 लोगों को फर्स्ट और 1,00,90,551 लोगों को सेकेंड डोज दी जा चुकी है।
1अप्रैल से शुरू हुआ वैक्सीनेशन का तीसरा फेज
भारत में दुनिया के सबसे बड़े वैक्सीनेशन प्रोग्राम की शुरुआत 16 जनवरी से की गई थी। शुरुआत में वैक्सीनेशन सिर्फ हेल्थ वर्कर्स का किया गया। बाद में इसमें फ्रंटलाइन वर्कर्स को भी जोड़ा गया। 1 मार्च से दूसरे फेज में 60 साल से ज्यादा उम्र के सभी लोगों को और 45 साल से ज्यादा के बीमारी से ग्रसित लोगों को वैक्सीनेशन प्रोग्राम शुरू हुआ। केंद्र सरकार ने 1 अप्रैल से तीसरे फेज में 45 साल से ज्यादा उम्र के सभी लोगों को वैक्सीनेशन प्रोग्राम में शामिल किया है।