कोटा। राजस्थान के सेंटर फाॅर इलेक्ट्रॉनिक गवर्नेंस (सीईजी) के सहयोग से क्षेत्र के 50,000 उम्मीदवारों का स्किल बढ़ाने की मायटैट डाॅट को ने घोषणा की। लर्निंग और टैलेंट टांस्फाॅर्मेशन कम्पनी लर्नेबल का हिस्सा मायटैट डाॅट को शिक्षा-उद्योग जगत के बीच तालमेल की कमी दूर करने के मकसद से विद्यार्थियों के सीखने, उनके स्किल बढ़ाने और किसी संस्थान -कम्पनी में पूरी लर्निंग लाइफ साइकिल मैप तैयार करने के साथ उनके कॅरियर का मार्ग प्रशस्त करने का काम करेगा।
सीईजी और राजस्थान टेक्निकल यूनिवर्सीटी (आरटीयू) के तहत सभी काॅलेज, आईटीआई और पाॅलिटेकनिक के विद्यार्थी मायटैट डाॅट को पर रजिस्टर कर सकते हैं और अपने स्किल सेट का विश्लेषण कर सकते हैं। अलग-अलग माॅड्यूल और इंटरर्नशिप के लिए विद्यार्थी अपना नाम दर्ज करा सकते हैं। राजस्थान के सेंटर फार इलैक्ट्रानिक गवर्नेंस और मायटैट के इस करार के तहत कौशल प्रशिक्षण, कौशल विश्लेषण और उद्योग जगत से संपर्क के लक्ष्य से तैयार स्किल एसेसमेंट और लर्नेबल प्रोग्राम उपलब्ध करा कर उम्मीदवारों की स्किल मैपिंग, स्किल बढ़ाने/अप-ग्रेड करने और निरंतर सीखने का फ्रेमवर्क देकर नई संभावनाओं का विकास किया जाएगा।
मायटैट डाॅट को और लर्नेबल भारत सरकार के स्किल इंडिया मिशन और प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के अनुरूप काम करते हैं। इनका लक्ष्य देश के युवा वर्ग का सशक्तिकरण और भारत को स्किल कैपिटल बनाना है। इस करार पर राहुल जटैन, प्रमुख-साझेदारी एवं प्रतिभा काल, मायटैट ने कहा, ‘‘सीईजी, राजस्थान से करार से हमारा लक्ष्य अगले 3 वर्ष में रोजगार के क्षेत्र में कदम रखने के इच्छुक 50,000 उम्मीदवारों की मदद करना है। हम शिक्षा संस्थानों, कम्पनियों और और अन्य संगठनों के लिए सीखने और विकास करने का सिंगल टूल देंगे।’’
भारत में स्किल गैप चिंताजनक स्थिति में है। विद्यार्थी, ट्रेनर, नियोक्ता के साथ-साथ पूरा काॅर्पोरेट जगत इस समस्या से लगातार जूझ रहा है। रोजगार योग्यता बढ़ाने और कम्पनियों के लिए सही मानव संसाधन नियुक्त कर आरओआई बढ़ाने के दोहरे लाभ का ध्यान रखते हुए तैयार हमारे मायटैट और लर्नेबल प्लैटफाॅर्म की मदद से स्किल गैप की पहचान करने, स्किल बढ़ाने, अपग्रेड करने का काम अैर शिक्षा -उद्योग जगत में तालमेल की कमी दूर करना आसान होगा।