अगले सप्ताह बाजार को कोरोना वैक्सीन समेत ये 5 इवेंट्स कर सकते हैं प्रभावित

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नई दिल्ली। आने वाले सप्ताह में शेयर बाजार को ब्रेग्जिट से लेकर कोरोना के नए स्ट्रेन जैसी घटनाओं का असर देखने को सकता है। इसके अलावा साल के शुरुआत में बाजार में विदेशी निवेश का फ्लो भी बाजार की दिशा को तय करेगा। इससे पहले इस हफ्ते की शुरुआत मई के बाद सबसे बड़ी गिरावट के साथ हुआ था। हालांकि लगातार तीन दिनों की तेजी के चलते बाजार पूरी तरह रिकवर हो चुका है। बाजार में इस भारी उतार-चढ़ाव के बीच आइए जाने पांच बड़े इवेंट्स –

कोरोना वायरस – भारत में कोरोना के मरीज न सिर्फ तेजी से ठीक हो रहे हैं, बल्कि नए कोरोना मामलों में भी कमी आ रही है। शनिवार को सिर्फ 18 हजार 575 नए मरीज मिले। इस दौरान 21 हजार 466 ठीक हो गए, जबकि 280 कोरोना संक्रमितों की मौत हो गई। एक्टिव केस में 3,181 की कमी आई। एक्टिव केस का मतलब जिन मरीजों का इलाज चल रहा है। बता दें कि देश में 20 दिसंबर से लगातार 25 हजार से कम कोरोना के मामले आ रहे हैं। इस दौरान रिकवरी रेट भी बढ़कर 95.77% हो गया।

कोरोना वैक्सीन – सरकार देश के चार राज्यों में अगले हफ्ते वैक्सीनेशन के लिए मॉक ड्रिल या रिहर्सल करेगी। 28 और 29 दिसंबर के दौरान आंध्र प्रदेश, गुजरात, असम और पंजाब में यह रिहर्सल करने की योजना है। इसके अलावा ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) आने हफ्तों ने इमर्जेंसी इस्तेमाल के लिए किसी एक वैक्सीन को मंजूरी दे सकता है। इसमें ज्यादा संभावना है कि ऑक्सफोर्ड कोविड-19 वैक्सीन को रेगुलेटर द्वारा मंजूरी मिल सकती है।

ऑटो बिक्री के आंकड़े – जनवरी के पहले सप्ताह में ऑटो कंपनियां दिसंबर बिक्री के आंकड़े पेश करेंगी। इसमें मारुति सुजुकी, हीरो मोटोकॉर्प, टाटा मोटर्स, आयशर मोटर, बजाज ऑटो, M&M, अशोक लेलैंड और एस्कॉर्ट जैसी देश की प्रमुख कंपनियां फोकस में रहेंगी।
ब्रेग्जिट ट्रेड डील – करीब 10 महीने बाद ब्रिटेन और यूरोपियन यूनियन (EU) के बीच गुरुवार को ऐतिहासिक ट्रेड डील पर सहमति बन गई। ब्रिटेन 31 जनवरी को EU से अलग हो गया था, लेकिन कारोबार से जुड़े मसले उलझे हुए थे। कई महीने तक चले तनाव और बयानबाजी के बीच धीरे-धीरे दोनों पक्षों ने तीन सबसे बड़े मुद्दों पर मतभेद दूर कर लिए। इनमें फेयर कॉम्पिटीशन रूल्स, भविष्य में होने वाले विवादों को सुलझाने का मैकेनिज्म तैयार करना और ब्रिटेन के समुद्र में यूरोपीय यूनियन की नावों को मछली पकड़ने का अधिकार देना शामिल है। हालांकि, 27 देशों के ग्रुप EU और ब्रिटेन के बीच भविष्य में कैसे रिश्ते होंगे, इस मसला अब भी अनसुलझा है।

विदेशी निवेश – इस हफ्ते विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) द्वारा बाजार में खरीदारी पिछले सप्ताह की तुलना में कम रही। गुरुवार को समाप्त कारोबारी हफ्ते में विदेशी निवेशकों ने कुल 2,591 करोड़ रुपए की खरीदारी की, जबकि इससे पहले हफ्ते में निवेशकों ने 11,806 करोड़ रुपए की खरीदारी की थी। इस हफ्ते विदेशी निवेश में कमी की बड़ी वजह ब्रिटेन, जर्मनी, फ्रांस, बेल्जियम और साउथ अफ्रीका में कोरोना के नए स्ट्रेन रही। हालांकि कम ब्याज दर और दुनियाभर में कैश सरप्लस के चलते दिसंबर में FII ने कुल 41 हजार करोड़ रुपए का निवेश किया। वहीं, 2020 में अबतक 1.5 लाख करोड़ रुपए का निवेश आ चुका है।

इसके अलावा अगले हफ्ते एंटनी वेस्ट का शेयर BSE और NSE दोनों एक्सचेंज पर लिस्ट होगा। 21-23 दिसंबर के बीच आया 300 करोड़ रुपए का यह IPO 15 गुना भरा था।