नई दिल्ली। प्री मानसून के साथ ही मानसूनी सीजन में हुई अच्छी बारिश से खरीफ फसलों की बुआई का आंकड़ा सामान्य क्षेत्रफल से भी बढ़ गया है। मानसूनी सीजन में पहली जून से 10 सितंबर तक देशभर में सामान्य से 7 फीसदी ज्यादा बारिश हुई है। इससे खरीफ फसलों की बुआई का आंकड़ा 5.68 फीसदी बढ़कर 1,104.54 लाख हेक्टेयर हो चुका है जबकि पिछले खरीफ की समान अवधि में इनकी बुआई 1,045.18 लाख हेक्टेयर में ही हो पाई थी। दलहन के साथ ही तिलहनों की रिकार्ड बुआई से इनका उत्पादन अनुमान बढ़ेगा, जिससे आयात पर निर्भरता में भी कमी आयेगी।
दालों की बुआई 4.64 फीसदी ज्यादा
कृषि मंत्रालय के अनुसार चालू खरीफ में दलहन के साथ ही तिलहन की रिकार्ड बुआई हुई है जबकि धान की रोपाई भी सामान्य क्षेत्रफल से ज्यादा हुई है। दालों की बुआई चालू खरीफ सीजन में 4.64 फीसदी बढ़कर 137.87 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है पिछले साल इस समय तक 131.76 लाख हेक्टेयर में ही बुआई हो पाई थी। खरीफ सीजन में सामान्यत: 128.88 लाख हेक्टेयर में दालों की बुआई होती है। खरीफ दलहन की प्रमुख फसल अरहर की बुआई पिछले साल की तुलना में 6.41 फीसदी बढ़कर 48.11 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है जोकि पिछले साल की समान अवधि के 45.21 लाख हेक्टेयर से ज्यादा है। इसी तरह से उड़द की बुआई बढ़कर 38.27 लाख हेक्टेयर में और मूंग की बुआई 35.66 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल इस समय तक इनकी बुआई क्रमश: 37.88 एवं 30.71 लाख हेक्टेयर में ही हुई थी।
धान की रोपाई ज्यादा, मोटे अनाजों की बुआई भी बढ़ी
खरीफ की प्रमुख फसल धान की रोपाई चालू खरीफ में 7.59 फीसदी बढ़कर 402.25 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल इस समय तक इसकी रोपाई केवल 373.87 लाख हेक्टेयर में ही हुई थी। इसी तरह से मोटे अनाजों की बुआई चालू खरीफ में 1.28 फीसदी बढ़कर 179.70 लाख हेक्टेयर में बुआई हो चुकी है जबकि पिछले साल की समान अवधि में इनकी बुआई केवल 177.43 लाख हेक्टेयर में ही हुई थी। मोटे अनाजों में ज्वार की बुआई 16.69 और बाजरा की 67.37 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल की समान अवधि में इनकी बुआई क्रमश: 16.68 और 65.90 लाख हेक्टेयर में हुई थी। मक्का की बुआई चालू खरीफ में बढ़कर 80.71 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है जोकि पिछले साल के 80.45 लाख हेक्टेयर से ज्यादा है। रागी की बुआई भी बढ़कर चालू खरीफ में 10.19 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल 9.59 लाख हेक्टेयर में ही बुआई हो पाई थी।
मूंगफली, सोयाबीन का रकबा बढ़ा
तिलहनी फसलों की बुआई चालू खरीफ में 10.79 फीसदी बढ़कर 195.99 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल इस समय तक 176.91 लाख हेक्टेयर में ही बुआई हो पाई थी। सामान्यत: खरीफ में इनकी बुआई 178.08 लाख हेक्टेयर में ही होती है। तिलहन की प्रमुख फसल सोयाबीन की बुआई 121.19 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है जोकि सामान्य क्षेत्रफल 110.32 लाख हेक्टेयर से भी ज्यादा है। पिछले साल इस समय तक सोयाबीन की बुआई 113.30 लाख हेक्टेयर में ही हो पाई थी। मूंगफली की बुआई बढ़कर 50.89 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल इस समय तक केवल 38.92 लाख हेक्टेयर में ही बुआई हो पाई थी। सामान्यत: मूंगफली की बुआई 41.41 लाख हेक्टेयर में ही होती है। केस्टर सीड की बुआई चालू खरीफ में जरुर थोड़ी घटकर 7.39 लाख हेक्टेयर में ही हुई है जोकि पिछले साल के 8.76 लाख हेक्टेयर से कम है।
कपास की बुआई में हुई बढ़ोतरी
कपास की बुआई चालू खरीफ में 2.12 फीसदी बढ़कर 129.30 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल इस समय तक केवल 126.61 लाख हेक्टेयर में ही बुआई हो पाई थी। गन्ने की बुआई चालू सीजन में 52.46 लाख हेक्टेयर में हुई है जोकि पिछले साल के 51.75 लाख हेक्टेयर से ज्यादा है।