कोटा। अयोध्या में राम मंदिर के शिलान्यास के मौके पर बुधवार को शहर में घर-घर दीये जलाये गए और आतिशबाजी की गई। आज का दिन संपूर्ण भारत वर्ष के लिए गौरव का दिन है। लगभग 7 सदियों एवं 500 वर्षों के अनवरत संघर्षों के उपरांत आज प्रभु श्री राम की जन्मभूमि अयोध्या में राम मंदिर का भूमि पूजन एवं शिलान्यास किया गया है।
आज के दिन को इतिहास में एक स्वर्णिम अध्याय के रूप में लिखा जाएगा इस ऐतिहासिक दिन को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा दीपोत्सव के रूप में मनाया गया। कोटा महानगर के संघ चालक श्री ताराचंद जी गोयल ने बताया कि इस शुभ अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांतीय कार्यालय सूरज भवन पर श्री राम मंदिर शिलान्यास की पूर्व संध्या पर प्रकाश सज्जा की गई, एवं आज प्रात: पूजा ,पाठ एवं कीर्तन तथा अनेक स्थानों पर हवन किया गया ।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की प्रेरणा से राष्ट्र भक्त परिवारों ने भगवा पताकाओ व दीपकों से घर वह गलियां सजाकर दीपावली त्यौहार सा वातावरण बना दिया। विभिन्न स्थानों पर आतिशबाजी कर लोगों ने हर्षोल्लास के साथ यह दिन उत्सव के रूप में मनाया ।
बड़े मथुराधीश मंदिर पाटनपोल पर बुधवार को श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के भूमि पूजन के अवसर पर दीपक जलाए गए। मंदिर प्रबंधक चेतन सेठ ने बताया कि अयोध्या में भव्य मंदिर बनाने की सभ्ी भक्तों की आकांक्षा है। युवराज गोस्वामी मिलन कुमार बावा ने बताया कि पुष्टिमार्गीय बल्लभकुल प्रथम पीठ सदैव श्रीराम मंदिर निर्माण आन्दोलन से जुड़ी रही है।
अब मंदिर के निर्माण की घड़ी आई तो कोरोना गाइडलाइन को ध्यान में रखते हुए हर्ष व्यक्त किया गया। मंदिर की पताका बदली गई तथा दीपक जलाकर व मथुराधीश प्रभु की विशेष पूजा करके श्रीराम मंदिर निर्माण का अभिनन्दन किया गया। इस दौरान प्रभु श्रीराम और मथुराधीश प्रभु के जयकारे गूंज उठे।