सोने में निवेश का सुनहरा मौका, सब्सक्रिप्शन आज से

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नई दिल्ली। सोने के प्रति भारतीयों की दीवानगी किसी से छिपी नहीं है लेकिन कोरोना काल में इसकी चमक और बढ़ गई है। शेयर बाजारों में भारी उथल-पुथल और एफडी तथा छोटी बचत योजनाओं पर ब्याज दर घटने से निवेशक एक बार फिर से सोने का रुख कर रहे है। यही वजह है कि इसकी कीमत नए रेकॉर्ड बना रही है। अगर आप सस्ता सोना खरीदना चाहते हैं तो आपके पास गोल्डन चांस हैं। सरकार सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम (Sovereign Gold Bond Scheme) के तहत आज से सस्ते में सोना बेचने जा रही है।

ऑनलाइन गोल्ड बांड खरीदने वालों को 50 रुपये प्रति ग्राम की अतिरिक्त छूट मिलेगी। आप अगर पिछले चरण में सोने में निवेश करने से चूक गए थे तो इस बार मौका मत गंवाइए। सरकारी गोल्ड बॉन्ड स्कीम 2020-21 सीरीज-4 का सब्सक्रिप्शन आज से खुलेगा और 10 जुलाई को बंद हो जाएगा। आरबीआई ने अप्रैल में घोषणा की थी कि सरकार अप्रैल, 2020 से सितंबर तक छह किस्तों में सरकारी गोल्ड बॉन्ड जारी करेगी।

इश्यू प्राइस भी 4,852 रुपये प्रति ग्राम
आरबीआई ये बॉन्ड भारत सरकार की तरफ से जारी करेगा। सरकारी गोल्ड बॉन्ड के लिए इश्यू प्राइस भी 4,852 रुपये प्रति ग्राम तय किया गया है। इससे पहले, 8 से 12 जून के बीच सब्सक्रिप्शन के लिए इश्यू प्राइस 4,677 रुपये प्रति ग्राम था। रिजर्व बैंक का कहना है कि इश्यू प्राइस सब्सक्रिप्शन से पहले वाले हफ्ते के अंतिम तीन कार्य दिवस के लिए IBJA की तरफ से जारी 999 प्योरिटी वाले सोने के क्लोजिंग प्राइस के सिंपल एवरेज से रुपये में तय होगा।

सरकार ने आरबीआई के साथ सलाह से उन निवेशकों को 50 रुपये प्रति ग्राम की छूट देने का फैसला किया जो ऑनलाइन आवेदन करेंगे और भुगतान डिजिटल तरीके से करेंगे। ऐसे निवेशकों के लिए इश्यू प्राइस 4,802 रुपये प्रति ग्राम होगा। सोने के भाव में इस साल अंत तक तेजी जारी रहने का अनुमान है। इस वजह से सॉवरेन गोल्ड बांड को निवेशकों को अच्छी प्रतिक्रिया मिल सकती है।

कौन कर सकता है निवेश
भारत में रह रहे नागरिक, हिन्दू अविभाजित परिवार, ट्रस्ट, यूनिवर्सिटी और चैरिटेबल संस्थाएं इस Sovereign Gold Bond Scheme के तहत निवेश कर सकती हैं। इस बॉन्ड में न्यूनतम एक ग्राम के साथ निवेश किया जा सकता है। एक वित्त वर्ष में कोई भी व्यक्ति या हिन्दू अविभाजित परिवार चार किलोग्राम तक का निवेश इस स्कीम में कर सकता है। वहीं ट्रस्ट जैसी संस्थाएं एक वित्त वर्ष में 20 किलोग्राम तक का निवेश कर सकती हैं। Sovereign Gold Bond Scheme की अवधि आठ साल की होती है। Sovereign Gold Bond Scheme की शुरुआत नवंबर, 2015 में हुई थी।