TCS के तिमाही नतीजों से सेट होगा इस सप्ताह बाजार का मूड

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नई दिल्ली। शेयर बाजारों की दिशा इस सप्ताह वैश्विक संकेतकों, कोविड-19 के रुख और टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) जैसी बड़ी कंपनियों के पहली तिमाही के नतीजों से तय होगी। विश्लेषकों ने यह राय जताई है। उन्होंने कहा कि इसके अलावा निवेशकों की निगाह रुपये के उतार-चढ़ाव और कच्चे तेल की कीमतों पर भी रहेगी।

ब्रोकरेज फर्म प्रभुदास लीलाधर की रिपोर्ट में कहा गया है कि टीसीएस के रेवेन्यू में 6 फीसदी, इन्फोसिस के रेवेन्यू में 5 फीसदी, HCL के रेवेन्यू में 8 फीसदी , टेक महिंद्रा के रेवेन्यू मे 9 फीसदी और विप्रो के रेवेन्यू में 7.5 फीसदी की गिरावट आ सकती है। आईटी फर्म को यूरोप और अमेरिका में कोरोना के कारण बहुत ज्यादा नुकसान हुआ है।

शुक्रवार को IIP के नतीजे आएंगे
रेलिगेयर ब्रोकिंग के उपाध्यक्ष अजित मिश्रा ने कहा, ‘बाजार भागीदारों की निगाह महत्वपूर्ण वृहद संकेतकों मसलन औद्योगिक उत्पादन के आंकड़ों, कोविड-19 से जुड़े घटनाक्रमों तथा मानसून की प्रगति पर रहेगी।’ उन्होंने कहा कि सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र की प्रमुख कंपनी टीसीएस के तिमाही नतीजे नौ जुलाई को आएंगे। वहीं औद्योगिक उत्पादन यानी IIP के आंकड़े शुक्रवार को बाजार बंद होने के बाद आएंगे।

9 जुलाई से पहली तिमाही के रिजल्ट की शुरुआत
मोतीलाल ओसवाल फाइनैंशल सर्विसेज के खुदरा अनुसंधान प्रमुख सिद्धार्थ खेमका ने कहा है कि पहली तिमाही के नतीजों की शुरुआत नौ जुलाई को टीसीएस के साथ होगी। बीते सप्ताह शुक्रवार को घरेलू शेयर बाजारों में लगातार तीसरे दिन तेजी रही। इससे सेंसेक्स करीब चार माह के उच्चस्तर पर बंद हुआ। बीते सप्ताह बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 850.15 अंक या 2.41 प्रतिशत के लाभ में रहा।

मजबूती के साथ बंद हुए थे भारतीय शेयर बाजार
खेमका ने कहा कि पिछले सप्ताह दुनिया के विभिन्न देशों के आर्थिक आंकड़े उम्मीद से बेहतर रहने और कोविड-19 के टीके को लेकर सकारात्मक खबरों से भारतीय शेयर बाजार मजबूती के रुख के साथ बंद हुए। उन्होंने कहा, ‘हालांकि, कोरोना वायरस के बढ़ते मामले, संक्रमण दूसरा दौर शुरू होने की आशंका और भारत-चीन तनाव की वजह से चिंता बनी हुई है।’