नीमच। शहर की 26 वर्षीय बेटी आंचल गंगवाल वायुसेना में फाइटर जेट पायलट बन गई है। शनिवार को हैदराबाद में आयोजित दीक्षांत समारोह में उनका सम्मान हुआ। उनके सहित अन्य प्रशिक्षणार्थियों को वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया ने देश सेवा के लिए समर्पित किया।
शहर के सुरेश गंगवाल की बेटी आंचल एयर फोर्स कॉमन एडमिशन टेस्ट में 2018 में सफलता के बाद फाइटर जेट पायलट के प्रशिक्षण के लिए हैदराबाद गई थीं। चाय वाले की बेटी आंचल के पिता सुरेश गंगवाल की नीमच सिटी रोड पर रोडवेज बस स्टैंड पर चाय की गुमटी है।
उन्होंने चाय बेचकर बेटी आंचल के सपनों को उड़ान दी। आंचल के परिवार में पिता सुरेश गंगवाल, मां बबिता, भाई चंद्रेश (इंदौर में इलेक्ट्रिकल इंजीनियर) व बहन दिव्यानी (वॉलीबॉल खिलाड़ी) हैं। गंगवाल परिवार मूल रूप से जिले के जावद विकासखंड के गांव तारापुर-उम्मेदपुरा का रहने वाला है।
आंचल की सफलता दर सफलता
- अप्रैल 2017 : पुलिस विभाग में उप निरीक्षक के रूप में चयनित हुईं। इस पद से अगस्त 2017 में त्यागपत्र दे दिया।
- अगस्त 2017 :आंचल का चयन श्रम निरीक्षक के रूप में हुआ। वह मंदसौर में बतौर श्रम निरीक्षक के पद पर पदस्थ रहीं।
- जून 2018 से जून 2020 तक : एयर फोर्स कॉमन एडमिशन टेस्ट में सफलता। मप्र से एकमात्र युवती चुनी गई।
- 30 जून 2018 : हैदराबाद एयर फोर्स एकेडमी पर प्रशिक्षण की शुरुआत हुई। 20 जून 2020 को प्रशिक्षण के बाद दीक्षांत परेड हुई।
2013 की घटना से मिली प्रेरणा
आंचल को वायुसेना में जाने की प्रेरणा 2013 की एक घटना से मिली। आंचल ने बताया कि 2013 में उत्तराखंड (केदारनाथ त्रासदी) में बाढ़ आई थी। इस दौरान भारतीय वायु सेना ने बचाव अभियान को बखूबी अंजाम दिया। इस कार्य को टीवी पर देखकर ही उन्हें वायु सेना में जाने की प्रेरणा मिली।