नई दिल्ली। इस साल भारत से 3.75 मिलियन टन चीनी की निर्यात किया जाएगा। चीनी मिलों ने इस निर्यात के लिए अपनी सहमति दे दी है। यह जानकारी ऑल इंडिया शुगर ट्रेड एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रफुल विट्ठलानी ने रॉयटर्स से बातचीत के दौरान दी है। विट्ठलानी के अनुसार, 3.75 मिलियन टन में से अब तक 2.86 मिलियन टन चीनी का निर्यात किया जा चुका है।
इस साल 4.5 मिलियन टन चीनी के निर्यात की संभावना
विट्ठलानी ने उम्मीद जताई कि भारत इस साल 4.3 मिलियन टन से लेकर 4.5 मिलियन टन तक चीनी का निर्यात कर सकता है। इससे पहले इंडस्ट्री से जुड़े एक वरिष्ठ ने 23 मार्च को 4.5 मिलियन टन चीनी की निर्यात का अनुमान जताया था। विट्ठलानी का अनुमान भी इसी के करीब है। विट्ठलानी का कहना है कि ईरान, सोमालिया, मलेशिया और श्रीलंका भारत की चीनी के चार बड़े खरीदार देश हैं।
लॉकडाउन के कारण बढ़ सकती है मुसीबत
ऑल इंडिया शुगर ट्रेड एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रफुल विट्ठलानी का कहना है कि कोरोनावायरस को फैलने से रोकने के लिए 25 मार्च से लगाए गए 21 दिनों के लॉकडाउन के कारण मजदूरों की कमी हो गई है। इसके अलावा पोर्ट पर चीनी उतारने और सामान की आवाजाही पर असर पड़ रहा है। इससे इंडस्ट्री की मुसीबत बढ़ सकती है। हालांकि सरकार की ओर से उठाए गए कदमों से स्थिति में सुधार हो रहा है। उन्होंने कहा कि अभी थोड़ा-थोड़ा करके निर्यात हो रहा है लेकिन आने वाले सप्ताहों में स्थिति गंभीर हो सकती है।