कोटा। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शुक्रवार को सभी कलेक्टरों से वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग की। फ्लैगशिप योजनाओं, जन घोषणा पत्र और बजट घोषणाओं की पालना में खामियाें काे लेकर वे अजमेर, काेटा, प्रतापगढ़ और हनुमानगढ़ के कलेक्टराें पर खफा हुए। काेटा कलेक्टर ओम प्रकाश कसेरा से कहा कि संपर्क पाेर्टल पर बीपीएल परिवार की लंबे समय से एप्लीकेशन पड़ी है, उसे पढ़ें- क्या लिखा है।
कसेरा ने पूरी अर्जी पढ़ी। सीएम उनसे कार्यवाही नहीं करने के कारण पूछते रहे। अजमेर कलेक्टर विश्वमाेहन शर्मा, प्रतापगढ़ कलेक्टर अनुपमा जाेरवाल व हनुमानगढ़ कलेक्टर जाकिर हुसैन की भी ऐसे ही मामलाें में खिंचाई की। प्रतापगढ़ में बिजली योजना में राहत, सावर में तहसीलदार द्वारा सीएम रिलीफ फंड की सहायता नहीं पहुंचाने, हनुमानगढ़ में फ्री दवा याेजना और अजमेर में चिकित्सा चिकित्सा सुविधाओं में ढिलाई को लेकर कलेक्टरों कोनसीहत दी गई।
एईएन सहित कई अफसरों पर कार्रवाई के आदेश
मुख्यमंत्री ने सीएम रिलीफ फंड के तहत पीड़ित को सहायता में लापरवाही बरतने पर सावर (अजमेर) के तहसीलदार, बिजली योजना में लापरवाही पर प्रतापगढ़ के एईएन तथा संपर्क शिकायतों के निस्तारण में लापरवाही पर हनुमानगढ़ के नगर परिषद आयुक्त सहित कई कर्मचारियों पर कार्रवाई के लिए चीफ सेक्रेटरी को निर्देश दिए। शाम को सावर तहसीलदार को निलंबित कर दिया गया।
तीन कलेक्टरों की तारीफ
सीएम ने योजनाओं में अच्छे काम के लिए चित्तौड़गढ़ कलेक्टर चेतन देवड़ा, धौलपुर कलेक्टर राकेश कुमार व झालावाड़ कलेक्टर सिद्धार्थ सिंह की सराहना की।