मुंबई l भारत की सबसे बड़ी सॉफ्टवेयर सर्विस प्रदाता कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज का अप्रैल-जून की तिमाही में नेट प्रॉफिट करीब 6 प्रतिशत गिरा, जो पिछले दो साल में सबसे बड़ी गिरावट है ।
कंपनी का कुल मुनाफा अप्रैल-जून तिमाही में 5,945 करोड़ रुपए पहुंच गया। पिछले साल 2016-2017 में इसी तिमाही में कंपनी ने 6,317 करोड़ रुपए का मुनाफा दर्ज किया था।
नेट प्रॉफिट में 5.9 प्रतिशत की गिरावट के बावजूद कंपनी के कंसॉलिडेटेड रेवेन्यू में 1% की बढ़ोतरी हुई है। पिछले साल के 29,305 करोड़ रुपए के रेवेन्यू के मुकाबले इस साल कंपनी को 29,584 करोड़ रुपए रेवेन्यू हासिल हुआ है।
जनवरी-मार्च 2017 में भी कंपनी के नेट प्रॉफिट में गिरावट दर्ज की गई थी। जनवरी-मार्च तिमाही में कंपनी का प्रॉफिट 10% से गिरा था वहीं रेवेन्यू में 0.2% की गिरावट थी।
TCS के चीफ फाइनैंशल ऑफिसर वी. रामकृष्णन ने बताया कि कंपनी को हाई करंसी की अस्थिरता के कारण 650 करोड़ रुपए का नुकसान उठाना पड़ा था। हालांकि उनका कहना है कि वेतन में वृद्धि के असर के बाद भी कंपनी मुनाफा कमा रही है।
कंपनी ने अपने हर शेयर पर 7 रुपये के अंतरिम डिविडेंड का ऐलान किया है। बता दें कि पिछली तिमाही में TCS ने 11,202 कर्मचारियों को अपने साथ जोड़ा है जिससे अब कंपनी में काम करने वालों की कुल संख्या 3.85 लाख हो गई है।