नई दिल्ली। माइक्रोसॉफ्ट के को-फाउंडर और दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति बिल गेट्स ने कहा है कि भारत में अगले एक दशक में बहुत तेजी से आर्थिक वृद्धि करने की क्षमता है, जिससे लोग गरीबी से बाहर आएंगे और सरकार स्वास्थ्य और शिक्षा जैसी प्राथमिकताओं में निवेश कर सकेगी। इंटरव्यू में बिल गेट्स ने खासतौर पर भारत की आधार पहचान प्रणाली और फाइनेंशियल सर्विसेज और फार्मा सेक्टर में देश की परफॉरमेंस की भी तारीफ की।
गेट्स फिलहाल अपनी फाउंडेशन के काम का आकलन करने के लिए भारत के तीन-दिवसीय दौरे पर हैं। बिल और मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन ने गरीबी मिटाने और सामाजिक विकास कार्यक्रमों में विभिन्न देशों में 35 अरब डॉलर से ज्यादा धनराशि दान की है। हाल ही में वे जेफ बेजोस को पछाड़कर दोबारा दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति बने हैं।
भारत से काफी कुछ सीखने को मिलता है
उन्होंने कहा कि हमारे सभी क्षेत्रों में भारत एक प्रमुख जगह रही है जहां हमें इनोवेटर्स और फाइनेंशियल सर्विसेज मिल जाती हैं। जिस तरह से आधार पहचान प्रणाली और यूपीआई सिस्टम को लोग अपना रहे हैं, वह शानदार है। इससे काफी कुछ सीखने को मिलता है। हम लोग नंदन निलेकणी जैसे लोगों के साथ मिलकर काम करते हैं और यह सोचते हैं कि भारत से मिली इस सीख को कैसे डिजिटल आइडेंटिटी और फाइनेंशियल सर्विसेज के लिए दूसरे देशों में अप्लाई कर सकते हैं।
एक दशक से काम कर रहा है फाउंडेशन
गेट्स ने वैक्सीन मैन्युफैक्चरिंग में भारत के पथ-प्रदर्शक काम की सराहना करते हुए कि देश ने लोगों की जिंदगी बेहतर बनाने की दिशा में अहम योगदान दिया है। पिछले एक दशक में बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन हेल्थ-केयर, सैनिटेशन, एग्रीकल्चर और फाइनेंशियल सर्विसेज के क्षेत्र में काम कर रहा है। फाउंडेशन ने भारतीय दवा निर्माताओं के साथ साझेदारी करके कई सस्ती वैक्सीन तैयार की हैं, जिन्हें कई देश अपने यहां इस्तेमाल कर पा रहे हैं।