नई दिल्ली। आर्थिक सुस्ती और ऊंची कीमत के कारण देश में सोने की चमक घट गई है। इस साल की तीसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर) में देश में सोने की खरीदारी32 फीसदी घटकर 123.9 टन रह गई, जो एक साल पहले की समान तिमाही में 183.2 टन थी। इसी दौरान सोने का आयात 66 फीसदी घटकर 80.5 टन रह गया, जो पिछले साल की समान तिमाही में 236.8 टन था।
यह बात वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल (डब्ल्यूजीसी) की ओर से मंगलवार को जारी एक रिपोर्ट में कही गई। रिपोर्ट के मुताबिक तीसरी तिमाही में सोने की वैश्विक मांग बढ़कर 1,107.9 टन पर पहुंच गई, जो एक साल पहले की समान तिमाही में 1,079 टन थी।
इस साल सोने की कीमत में भारी बढ़ोतरी दर्ज की गई है। सितंबर में 10 ग्राम सोने की कीमत 39,011 रुपए पर पहुंच गई थी। फिलहाल यह प्रति 10 ग्राम 38,800 रुपए पर ट्रेड कर रहा है।
साल के पहले नौ महीने (जनवरी-सितंबर) में भी सोने की खरीदारी घटकर कुल 496.11 टन पर आ गई, जो 2018 में जनवरी-सितंबर अवधि में 523.9 टन थी। 2018 में पूरे साल में देश में 760.4 टन सोने की खरीदारी हुई थी।
इसी तरह से पहले नौ महीने में सोने का आयात भी घटकर 502.9 टन पर आ गया, जो एक साल पहले की समान अवधि में 587.3 टन पर था। 2018 में पूरे साल में 755.7 टन सोने का आयात हुआ।
सोने की कीमत में 20 फीसदी की बढ़ोतरी हुई
डब्ल्यूजीसी इंडिया के एमडी सोमासुंदरम ने कहा कि भारत में दो कारणों से सोने की मांग घटी है। एक कारण यह है कि सोने की कीमत में करीब 20 फीसदी बढ़ोतरी हुई है। दूसरा कारण यह है कि भारत और चीन सहित कई देशों में आर्थिक सुस्ती ने उपभोक्ताओं का मनोबल बिगाड़ा है।