कोटा। शहरवासियों के लिए एक भव्य कार्यक्रम ‘लाईव आर्ट एक्शन’ का आयोजन द ग्रेट मॉल ऑफ कोटा (जीएमके) में किया गया है। एक सप्ताह तक चलने वाले इस पेटिंग महोत्सव का आयोजन पारम्परिक राजस्थानी कला शैली में किया जा रहा है। यह कार्यक्रम नियोजित कार्यक्रमों की श्रृंखला का पहला आयोजन है, जो आगामी महीनों में भारत के विभिन्न राज्यों की संस्कृतियों पर रोशनी डालेगा।
‘लाईव आर्ट एक्शन’ कार्यक्रम के तहत दिल्ली के ख्याति प्राप्त मास्टर कलाकार विवेक करमोकर के सहयोग से हाड़ौती क्षेत्र के कलाकारों को जीएमके एक ही मंच पर लाया है। विवेक करमोकर द्वारा हाड़ौती के उभरते कलाकारो के साथ मॉल के फूडकोर्ट में 400 वर्गफीट की पेंटिंग के ज़रिए प्राचीन ऐतिहासिक काल से 21वीं सदी तक किचन यानि रसोई के विकास की यात्रा का जीवन्त विवरण प्रस्तुत किया गया है।
करमोकर ने सोमवार को पत्रकार वार्ता में बताया कि यह कार्यक्रम अनूठी पहल है जो आज की युवा पीढ़ी एवं सभी लोगों को भारत की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर से जोड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। इतना ही नहीं, कोटा शहर के लोग भी कार्यक्रम में हिस्सा ले कर इस विशाल चित्रकारी के निर्माण में योगदान दे सकते हैं। इसके मद्देनजर कोटा के बच्चों और लोगों के लिए मिनिएचर पेंटिंग पर एक कार्यशाला का आयोजन भी किया गया, जिसके माध्यम से उन्हें कोटा शहर की कला के बारे में अपने विचारों को साझा करने का मौका मिला।
इस पहल पर अपने विचार अभिव्यक्त करते हुए मास्टर कलाकार विवेक करमोकर ने कहा, ‘‘रसोई का इतिहास अपने आप में आकर्षक रहा है। रसोई हमें प्राचीन संस्कृति के बारे में बहुत कुछ बताती है, यह मूल्यों और दर्शन की अभिव्यक्ति है। भारतीय रसोई कई बड़े बदलावों के दौर से गुज़री है। और मैं इसी विवरण को चित्रकारी ‘इवोल्यूशन ऑफ किचन’ के माध्यम से प्रस्तुत करना चाहता हूँ।
आहलुवालिया कॉन्टै्रक्ट्स इण्डिया लिमिटेड के डायरेक्टर विकास आहलुवालिया, ने कहा ‘‘ ‘लाईव आर्ट एक्शन’ के तत्वावधान में हम इस पारम्परिक शॉपिंग सेंटर को एक उत्कृष्ट सांस्कृतिक केन्द्र में बदलना चाहते हैं। इस चित्रकारी को दिल्ली एवं हाड़ोती क्षेत्र के कलाकारों द्वारा राजस्थानी कला शैली में बनाया गया है।