नई दिल्ली। जीएसटीलागू होने के बाद से अगर आप क्रेडिट कार्ड के जरिए ईएमआई पर सामान लेते हैं तो ऐसा करना महंगा हो गया है। आपकी जेब पर हर महीने ईएमआई का बोझ बढ़ जाएगा, क्योंकि टैक्स रेट काफी बढ़ गया है।
सर्विस टैक्स खत्म तो जीएसटी में हुआ 3 फीसदी का इजाफा
केंद्र सरकार ने सर्विस टैक्स को खत्म करके जीएसटी को लागू कर दिया है। जुलाई से आप जितनी बार भी अपने क्रेडिट कार्ड से सामान खरीदेंगे, उतनी बार आपको 18 फीसदी के हिसाब से जीएसटी देना होगा। इसके अलावा हर महीने आने वाले बिल पर भी जीएसटी देना होगा।
ईएमआई पर सामान लेने पर 36 फीसदी देना होगा जीएसटी
ईएमआई पर सामान लेने वालों को दोहरी मार पड़ेगी। ऐसा इसलिए क्योंकि एक तरफ कंपनियों ने अपने इलेक्ट्रोनिक प्रॉडक्ट्स जैसे कि टीवी, फ्रिज,वाशिंग मशीन, एसी आदि के प्राइस में इजाफा कर दिया है, वहीं बैंकों ने भी कार्ड आदि से पेमेंट करने पर जीएसटी 3 फीसदी बढ़ाकर के 18 फीसदी कर दिया है।
क्रेडिट कार्ड से भुगतान करने पर भी 18 फीसदी टैक्स हर महीने टोटल बिल में जुड़कर आएगा। इस हिसाब से देखा जाए तो हर महीने 3 फीसदी अतिरिक्त के हिसाब से 36 फीसदी टैक्स का अतिरिक्त बोझ पड़ेगा।
आपने दो लाख रुपये का सामान खरीदा तो पहले आप 15 फीसदी के हिसाब से 300 रुपये टैक्स देते थे। वहीं अब 18 फीसदी के हिसाब से 360 रुपये देने पड़ेंगे। इस हिसाब से हर महीने आपको 40 रुपये अतिरिक्त टैक्स के तौर पर देने होंगे।
होम लोन पर भी पड़ेगा असर
जीएसटी का असर केवल कंज्यूमर गुड्स की खरीद पर नहीं, बल्कि होम लोन की ईएमआई पर भी पड़ेगा। ऐसा इसलिए क्योंकि बैंक अपने इंटरेस्ट रेट को कम नहीं कर रहे हैं और आरबीआई ने भी फिलहाल अपने रेपो रेट को स्थिर रखा है। इससे कस्टमर को हर महीने ईएमआई पर ज्यादा टैक्स देना पड़ेगा, जिससे घर खरीदने के बजट पर असर पड़ेगा।