नई दिल्ली। होम लोन, ऑटो लोन आदि सस्ते करने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने रेपो रेट में बीते छह महीने में तीसरी बार कटौती की। इसके उलट बैंकों ने कर्ज सस्ता करने की बजाय अब जमा रकम पर मिलने वाले ब्याज में जरूर कटौती शुरू कर दी है। निजी क्षेत्र के प्रमुख बैंकों ने जमा पर ब्याज दरों में 0.25 प्रतिशत तक की कटौती की है। हालांकि, आमतौर पर जमा ब्याज दर में कटौती को कर्ज पर देय ब्याज में कटौती से पहले के कदम के रूप में देखा जाता है।
आईसीआईसीआई बैंक ने मियादी यानी रैकरिंग खातों पर जमा पर ब्याज दर में 0.10 से 0.25 प्रतिशत की कटौती की है। यह कटौती सोमवार से लागू हुई। बैंक की वेबसाइट पर दी गयी जानकारी के अनुसार इसके तहत 290 दिनों से लेकर एक साल से कम समय तक के लिये 2 करोड़ रुपए की घरेलू जमा पर आईसीआईसीआई बैंक 6.75 प्रतिशत ब्याज देगा। पहले यह ब्याज दर 6.85 प्रतिशत थी। वहीं दो साल से लेकर तीन साल से कम अवधि के लिये जमा पर ब्याज दर 7.30 प्रतिशत होगी। पहले यह ब्याज दर 7.55 प्रतिशत थी।
एक्सिस बैंक ने 0.15 प्रतिशत की कटौती की
एक्सिस बैंक ने भी जमा ब्याज दर में 0.15 प्रतिशत की कटौती की है। बैंक प्रवक्ता ने कहा, ‘बैंक ने एक साल के लिये जमा पर ब्याज दर में कटौती की गयी है।’ वहीं, निजी क्षेत्र के सबसे बड़े बैंक एचडीएफसी ने भी जमा दरों की समीक्षा की है और संशोधित दरें पिछले बुधवार से लागू होंगी। फिलहाल इसके बारे में जानकारी नहीं मिली है।
आरबीआई चाहता है कटौती का लाभ ग्राहक को मिले :नकदी की स्थिति बेहतर होने तथा रिजर्व बैंक के इस महीने की शुरूआत में रेपो दर में कटौती के बाद आईसीआईसीआई बैंक तथ एक्सिस बैंक समेत अन्य बैंकों ने यह कदम उठाया है। केंद्रीय बैंक ने नीतिगत दर में कटौती के बाद बैंकों से उसका लाभ ग्राहकों को देने को कहा गया है ताकि धीमी पड़ती अर्थव्यवस्था में तेजी लायी जा सके। लेकिन अभी तक कर्ज की दरों में कटौती का ऐलान नहीं हुआ है।