बेंगलुरु। देश में खरीदारी करने के लिए लोग डेबिट कार्ड का उत्साहपूर्वक इस्तेमाल कर रहे हैं। भारतीय रिजर्व बैंक ( RBI) द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, मार्च में पॉइंट ऑफ सेल मशीन (POS) के जरिये डेबिट कार्ड से भुगतान में साल दर साल आधार पर 27 फीसदी का इजाफा दर्ज किया गया है। वहीं, आलोच्य अवधि में एटीएम मशीन से विदड्रॉल की वृद्धि दर इससे कम करीब 15 फीसदी रही है।
मार्च में डेबिट कार्ड के जरिये 40.7 करोड़ ट्रांजैक्शन हुए, जो एटीएम से 89.1 करोड़ विदड्रॉल का लगभग आधा है। हालांकि, मार्च 2019 से 2016 के बीच मर्चेंट को डेबिट कार्ड से भुगतान में 250 फीसदी से अधिक का इजाफा दर्ज किया गया है।
इसके विपरीत, पिछले दो-तीन साल में कुल एटीएम विदड्रॉल की संख्या हर महीने 80 करोड़ के आसपास रही। डेबिट कार्ड ट्रांजैक्शंस को सबसे बड़ा बढ़ावा केंद्र सरकार द्वारा नवंबर 2016 में नोटबंदी यानी 500 रुपये तथा 1,000 रुपये को चलन से बाहर करने की वजह से मिला। नोटबंदी में करीब 85 फीसदी नोट चलन से बाहर हो गए थे।
इस साल मार्च में साल दर साल आधार पर क्रेडिट कार्ड के जरिये पीओएस मशीन से ट्रांजैक्शंस की वृद्धि दर 22 फीसदी रही। मार्च 2019 में पीओएस ट्रांजैक्शंस 16.2 करोड़ रहा, जो मार्च 2018 में 12.7 करोड़ था।
पहचान जाहिर न करने की शर्त पर एक पेमेंट कंपनी के अधिकारी ने कहा, ‘पीओएस टर्मिनल कम होने के बावजूद कार्ड के जरिये ट्रांजैक्शंस में भारी वृद्धि यह दर्शाता है कि इसमें दुकानदारों को भुगतान का मुख्य जरिया बनने की पूरी क्षमता है।’ उन्होंने कहा, ‘साथ ही, नए-नए जगहों पर जहां भी पीओएस टर्मिनल लगाए गए है, वहां से भारी ट्रांजैक्शंस हो रहे हैं।’