कोटा। शहर की एक नामी संस्थान ने ई-रिक्शा के माध्यम से महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने का एक नायाब तरीका अपनाया है। यह संस्थान गरीब महिलाओं को अपने यहां ई-रिक्शा चलाने का दस दिन तक निःशुल्क प्रशिक्षण देगी। इन महिलाओं को ड्राइविंग लाईसेंस दिलाने में भी संस्था पूरी मदद करेगी।
न केवल इन महिलाओं को ऋण दिलवाने में मदद करेगी, अपितु इस ऋण को चुकाने के लिए भी गर्ल्स होस्टल से सीधा सम्पर्क होगा। इससे एक तरफ तो महिलाओं को पक्के रोजगार का आश्वासन हो जाएगा, और दूसरी ओर छात्राओं को सुरक्षित माहौल मिलेगा। महिलाओं को इससे अधिक आमदनी के गुर भी सिखाए।
अल्फा इंडस्ट्री नाम से संचालित इस संस्था के ट्रेनर अब्बास अली ने बताया कि एक साल में 500 से अधिक महिलाओं को प्रशिक्षित करने का हमारा लक्ष्य है। संस्था के मैनेजर राजेंद्र ने बताया कि राजीव नगर से कुन्हाड़ी तक सभी गर्ल्स होस्टलो का सम्पर्क इन महिला चालकों से होगा।
उन्होंने बताया कि इससे महिला यात्रियों को एक बेहतरीन वातावरण मिलेगा। यह महिला जगत के स्वरोजगार एवं स्वावलंबी अभियान में एक क्रांति की लहर लेकर आएगा। कोचिंग की तरह , महिला शक्ति का डंका भी देश में बजाकर, कोटा का नाम स्वर्णिम अक्षरों में लिखा जाएगा। महिलाओं के लिए अत्यंत लाभकारी इस योजना को मूर्त रूप देने के लिए बाहेती ग्रुप का सभी ने आभार व्यक्त किया।