कोटा। पांच साल के बाद भी राज्य सरकार अब तक कोटा ट्रिपलआईटी के निर्माण की डेडलाइन तय नहीं कर पाई है। साल 2013 में कोटा ट्रिपलआईटी को जयपुर एमएनआईटी जयपुर में शुरू कर दी गई थी। इसके बाद सरकार ने ट्रिपलआईटी की जमीन को रानपुर में स्वीकृत कर दिया गया। तब से लेकर अब तक इतना समय गुजरने के बाद भी सरकार यह नहीं बता पा रही है कि ट्रिपलआईटी का निर्माण कब तक हो जाएगा।
विधानसभा सत्र के दौरान विधायक संदीप शर्मा ने यह सवाल तकनीकी शिक्षा मंत्री से किया। इस पर तकनीकी शिक्षा मंत्री ने बताया कि ट्रिपलआईटी के भवन निर्माण व संसाधनों के लिए के लिए समुचित राशि स्वीकृत किया जाना अभी विचाराधीन है। दूसरी ओर ट्रिपलआईटी से एक बैच तक पास आउट हो चुका है।
बीच में ट्रिपलआईटी को आईपीएल और इसके बाद राजस्थान टेक्निकल यूनिवर्सिटी में अस्थाई रूप से शुरू करने की कवायद चली थी। विधानसभा सत्र के बाद इस संबंध में विधायक संदीप शर्मा ने मुख्यमंत्री से मुलाकात की।
सरकार से राशि मिलने पर ही होगा निर्माण
विधायक शर्मा की ओर से पूछे गए सवाल में बताया गया है कि अब तक रानपुर में आवंटित जमीन पर चारदिवारी, सिक्योरिटी ऑफिस और साइकिल ट्रैक का काम पूरा हुआ है। भवन निर्माण के लिए लिए अपेक्षित राशि सरकार से मिलने पर ही निर्माण कार्य शुरू हो सकेगा।
कोटा में ट्रिपलआईटी बनने से यह होगा फायदा
कोटा में ट्रिपलआईटी बनने से सबसे बड़ा फायदा रानपुर के इंफ्रास्ट्रेक्चर का होगा। इस क्षेत्र में अभी इंजीनियरिंग कॉलेज हैं। ऐसे में यह जगह हायर एजुकेशन हब के रूप में विकसित करने की संभावनाएं हैं।
जेईई मेन्स में औसत रैंक लाने वाले स्टूडेंट्स किसी अन्य एनआईटी व ट्रिपलआईटी की जगह कोटा को ही प्राथमिकता देंगे। राजस्थान टेक्निकल यूनिवर्सिटी और ट्रिपलआईटी के बीच नॉलेज व टेक्नोलॉजी शेयरिंग होने से आरटीयू के स्टूडेंट्स को फायदा मिलेगा।
अभी हैं 299 स्टूडेंट्स
वर्तमान में ट्रिपलआईटी की ब्रांचों में 299 स्टूडेंट्स पढ़ रहे हैं। एंट्री लेवल के 22 नियमित फैकल्टी वहां काम कर रही हैं। सीनियर फैकल्टी के सभी पद रिक्त ही चल रहे हैं। लेबोरेट्री व अन्य इंफ्रास्ट्रेक्चर भी एमएनआईटी जयपुर ही उपलब्ध करवा रही है। ट्रिपलआईटी में पढ़ रहे 299 में से 240 छात्र व 59 छात्राएं हैं। सामान्य वर्ग के 138, एससी वर्ग के 43, एसटी वर्ग के 27 व ओबीसी वर्ग के 96 स्टूडेंट्स पढ़ रहे हैं।