बडे वाहनों से बनाए दूरी, सीट बेल्ट लगाएं, हेलमेट पहनेंगे तो सुरक्षित रहेंगे
कोटा। Road Sefety Month: परिवहन विभाग, ट्रैफिक पुलिस, टीम जीवनदाता, कोटा सड़क सुरक्षा समिति, लायंस क्लब कोटा टेक्नो के संयुक्त तत्वावधान में मोदी लॉ कॉलेज के विद्यार्थियों द्वारा नुक्कड नाटक का मंचन किशोर सागर तालाब की पाल पर किया गया। जहां आमजन को नुक्कड नाटक के माध्यम से सड़क सुरक्षा व ट्रैफिक नियमों का संदेश दिया गया।
कोटा सड़क सुरक्षा समिति के सहसचिव भुवनेश गुप्ता ने बताया कि राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा माह के अंतर्गत कई कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। इसी के तहत जागरूकता के लिए नुक्कड नाटक का मंचन किया गया। नाटक के माध्यम से बताया गया कि हमें यातायात नियमों का पालन करना चाहिए, गाडी को चलाते समय बडे वाहनों से दूरी बनानी चाहिए। कुछ समय विलंब हो तो चलेगा, लेकिन जान जोखिम में डालकर वाहन चलाया तो दुर्घटना हो सकती है।
वह हमेशा के लिए हमारे जीवन की सबसे बडी भूल साबित हो सकती है। नुक्कड नाटक के माध्यम से कॉलेज स्टूडेंट ने बताया कि हमे सीट बेल्ट लगाना चाहिए, हेलमेट का इस्तेमाल करना चाहिए। आरटीओ की ओर से बनवारी लाल लोधिया निरीक्षक, गार्ड एपी सिंह, देवेन्द्र सिंह, निर्भय सिंह, कोटा सड़क सुरक्षा समिति से तनू जोशी, आदर लुंकड, ट्रैफिक पुलिस से जगदीश, अरविंद मीणा एवं मोदी लॉ कॉलेज से डॉ. क्षिप्रा गुप्ता, सबरीना अंसारी के नेतृत्व में नाटक का मंचन किया गया।
निर्देशक डॉ. क्षिप्रा गुप्ता ने बताया गया कि वहां उपस्थित आमजन को नए नियमों की जानकारी दी। ओवर स्पीड, ओवर टेकिंग, बडे वाहनों से दूरी बनाने, रॉंग साइड ड्राइविंग से बचना, वाहनो को चौराहे पर मोड़ना, वाहन को पूरी तरह से दुरस्त रखने सहित कई अहम जानकारी दी गई।
कार्यक्रम संयोजक भुवनेश गुप्ता ने बताया कि सेमेरिटन वह व्यक्ति होता है जो सद्भावनापूर्वक, भुगतान या पुरस्कार की अपेक्षा के बिना दुर्घटना, या आपातकालीन चिकित्सा स्थिति, या आपातकालीन स्थिति में घायल व्यक्ति को तत्काल चिकित्सा सहायता या आपातकालीन देखभाल प्रदान करने के लिए स्वेच्छा से आगे आता है।
इसमें किसी भी दुर्घटना के समय घायल को अस्पताल पहुंचाने और उसकी पूर्ण चिकित्सा उपलब्ध कराए जाने तक सहयोग करने वाले को सरकार की ओर से 10 हजार की आर्थिक सहायता दी जाती है, इसकी भी जानकारी दी गई।
नुक्कड नाटक के मंचन पर कलाकार के रूप में नेहा, देव्यानी, रुद्राक्ष, कुलदीप, वैभव जैन, अनिरुद्ध, कृति, दर्शिका, कशिश मीणा, प्रिया हाडा, एशबाथ का विशेष सहयोग रहा।