कोटा। जैन मंदिर तलवंडी में विराजमान आचार्य प्रज्ञा सागर महाराज ने शुक्रवार को अपने प्रवचन में कहा कि अच्छी संगति से ही जीवन में सकारात्मक बदलाव आता है। उन्होंने कहा कि बुराइयों को जड़ से समाप्त करना आवश्यक है और परिवार में यदि कोई बुराई आती है तो इसके लिए वरिष्ठ जन जिम्मेदार होते हैं।
उन्होंने कहा कि मन, वचन और काया के दोषों को समाप्त करना चाहिए और जिनेंद्र प्रभु की वंदना करनी चाहिए जो सभी दोषों को भस्म कर देते हैं। प्रातःकाल भगवान का पूजन-अभिषेक एवं आचार्य श्री की पूजा की गई। धर्मसभा में चित्र अनावरण, पाद प्रक्षालन व जिनवाणी विराजमान करने का पुण्य प्रकाश,अखिलेश ठोरा परिवार को प्राप्त हुआ।
भक्तामर महा अर्चना आज
समिति के संरक्षक जे.के. जैन ने बताया कि 18 जनवरी की शाम जैन मंदिर में भक्तामर महा अर्चना का आयोजन किया जाएगा। जिसमें 2688 दीप समर्पित किए जाएंगे। इस आयोजन में 56 जोड़े भाग लेंगे। इस आयोजन का उद्देश्य समाज में आध्यात्मिकता और भक्ति का प्रचार करना है।
भव्य आयोजनों की तैयारियां
एसपी पवन जैन और फेडरेशन के उमेश अजमेरा ने आगामी दिनों में होने वाले भव्य आयोजनों की चर्चा की। आहार का सौभाग्य प्रकाश जी, पलाश जैन और ईशान सामरिया परिवार को प्राप्त हुआ। कार्यक्रम में पूजन-अभिषेक, चित्र अनावरण और जिनवाणी स्थापना के साथ भक्ति भाव का वातावरण रहा।