नई दिल्ली। Muhurat Trading 2024: दिवाली के मौके पर देश के प्रमुख शेयर बाजार एनएसई, बीएसई और कमोडिटी एक्सचेंज एमसीएक्स पर मुहूर्त ट्रेडिंग एक नवंबर 2024 को होगी। मुहूर्त ट्रेडिंग भारतीय शेयर बाजारों में दिवाली के दिन आयोजित एक विशेष लाइव ट्रेडिंग सत्र होता है, जो लगभग एक घंटे तक चलता है। निवेशक और कारोबारी शुभ मुहूर्त पर आयोजित इस विशेष सत्र में ट्रेडिंग करते हैं।
बीएसई का मुहूर्त ट्रेडिंग का दिन और समय
इस साल मुहूर्त ट्रेडिंग का विशेष सत्र शुक्रवार, 1 नवंबर 2024 को आयोजित किया जाएगा। एनएसई के नोटिफिकेशन के अनुसार, “शुक्रवार, 1 नवंबर 2024 को दिवाली के अवसर पर मुहूर्त ट्रेडिंग का आयोजन होगा।” एमसीएक्स भी अपने कमोडिटी और इंडेक्स के सभी कॉन्ट्रैक्ट्स के लिए इस दिन मुहूर्त ट्रेडिंग का आयोजन करेगा।
एनएसई का मुहूर्त ट्रेडिंग का समय
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज यानी एनएसई की ओर से जारी बयान के अनुसार, इस साल मुहूर्त ट्रेडिंग शुक्रवार, 1 नवंबर 2024 को शाम 6 बजे से शुरू होकर 7 बजे तक चलेगी। पोजीशन लिमि /कोलेटरल वैल्यू और ट्रेड मॉडिफिकेशन का कट-ऑफ समय शाम 7:10 बजे रखा गया है। इस समय के बाद कोई नई पोजीशन नहीं बनाई जा सकेगी और न ही खुले ट्रेडों में कोई बदलाव, रद्दीकरण या एडजस्टमेंट किया जा सकेगा। इसके अलावा, 1 नवंबर 2024 को मुहूर्त ट्रेडिंग के कारण, 31 अक्टूबर 2024 और 1 नवंबर 2024 की ट्रेड डेट के लिए पे-इन/पे-आउट ट्रांजैक्शन 4 नवंबर 2024 को सुबह 8:30 बजे निपटाए जाएंगे।
एमसीएक्स पर विशेष ट्रेडिंग सत्र
एमसीएक्स भी शुक्रवार को शाम 6 बजे से 7 बजे तक अपना विशेष ट्रेडिंग सत्र आयोजित करेगा। इसके साथ ही, 5:45 बजे से 5:59 बजे तक एक प्री-सेशन (स्पेशल सेशन) भी आयोगित किया जाएगा। जानकारी के अनुसार, शाम 6:00 बजे से 7:15 बजे तक क्लाइंट कोड मॉडिफिकेशन सेशन भी होगा। ट्रेडिंग से जुड़े लोगों के लिए क्लाइंट कोड मॉडिफिकेशन का मतलब किसी क्लाइंट की जरूरतों को बेहतर ढंग से पूरा करने के लिए ट्रेडिंग एल्गोरिदम, स्क्रिप्ट्स या प्लेटफार्म में बदलाव करना है।
निवेशकों के विश्वास से जुड़ी है परंपरा
मुहूर्त ट्रेडिंग की परंपरा कई दशकों से चली आ रही है, बीएसई ने इसे औपचारिक रूप से सबसे पहले शुरू किया था। यह परंपरा इस विश्वास से जुड़ी है कि इस समय के दौरान किए गए निवेश आने वाले वर्ष में समृद्धि लाते हैं। बीएसई के बाद, एनएसई ने भी मुहूर्त ट्रेडिंग को विशेष ट्रेडिंग सेशन के तौर पर मान्यता दी।