नई दिल्ली। Gold Price Prediction: इस साल सोने और चांदी की कीमतों में इस साल सबसे तेज उछाल आया है और लगातार नए रिकॉर्ड बन रहे हैं। सोने ने 81,000 रुपये का आंकड़ा छू लिया है और चांदी भी एक लाख रुपये तक पहुंच गई है।
जानकारों का कहना है कि अगर तेजी का यह दौर आगे भी जारी रहता है तो अगली दीवाली तक सोना एक लाख के पार पहुंच सकता है। चांदी भी चमत्कार करेगी और सवा लाख से 1.30 लाख का स्तर छू सकती है।
इस लिहाज से आने वाले एक साल में चांदी की कीमतों में 30 फीसदी तक की बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है। चांदी के भाव 1.25 लाख से 1.30 लाख रुपये प्रति किलो तक जा सकते हैं। वहीं, सोना भी 20 फीसदी से अधिक का रिटर्न दे सकता है।
चांदी आगे भी सबसे ज्यादा जेब भरेगी
ब्रोकरेज फर्म मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड की रिपोर्ट के मुताबिक, बीते कई वर्षों से चांदी मुनाफा देने में सोने से आगे निकल रही है। वर्ष 2024 में अब तक इसने 40 फीसदी का सबसे अधिक रिटर्न दिया है। आने वाले साल में भी चांदी का प्रदर्शन सोने से बेहतर हो सकता है। कंपनी ने अनुमान लगाया है कि अगले 12 से 15 महीनों में चांदी की कीमत 1,25,000 रुपये प्रति किलो तक जा सकती है।
सोने ने 5 साल में पैसा दोगुना किया
सोना वर्ष 2016 से लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहा है और सकारात्मक रुख बनाए हुए है। मध्यम अवधि में इसके भाव 85,000 रुपये और लंबी अवधि में एक लाख रुपये तक जा सकते हैं। आंकड़े यह भी बताते हैं कि वर्ष 2019 में दीवाली पर सोना खरीदने वाले निवेशकों को इस साल तक करीब 103 प्रतिशत का मुनाफा मिला है। यानी पांच के अंदर उनका पैसा दोगुने से अधिक हो गया है। इस साल सोने ने 33 फीसदी का रिटर्न दिया है, जो 45 साल में सबसे ज्यादा है।
गिरावट में खरीदारी करने का मौका
विशेषज्ञों का यह भी कहना है कि सोने-चांदी के भाव में बढ़त तो दौर जारी रहेगी, लेकिन इनमें बीच-बीच में गिरावट भी देखने को मिलेगी। तिमाही रिपोर्ट के मुताबिक, इनकी कीमतों में 5 से 7 प्रतिशत तक का करेक्शन हो सकता है। यह निवेश करने का अच्छा मौका होगा और निवेशक खरीदारी कर सकते हैं।
सोने में तेजी ये होंगे मुख्य कारक
- दुनियाभर में तेजी से बढ़ता भू-राजनीतिक तनाव।
- अमेरिकी राष्ट्रपति चुनावों को लेकर बढ़ती अनिश्चितता।
- कई देशों के केंद्रीय बैंकों के द्वारा दरों में कटौती।
- भारत समेत बड़े देशों ने अपना स्वर्ण भंडार बढ़ाया।
- शेयर बाजारों में गिरावट की आशंका से सोने में निवेश बढ़ा।
- त्योहार और शादी के सीजन में ज्वैलर्स ने खरीदारी बढ़ाई।
सोने में निवेश के विकल्प
- सोने-चांदी के जेवर
- सरकारी गोल्ड बॉन्ड
- गोल्ड और सिल्वर ईटीएफ
- डिजिटल गोल्ड-सिल्वर
- गोल्ड सेविंग फंड
- गोल्ड और सिल्वर म्युचुअल फंड
इसलिए उछल रही चांदी
- निवेशकों ने चांदी को सस्ता विकल्प मानकर निवेश बढ़ाया।
- चीन समेत अन्य देशों ने चांदी का भंडार बढ़ाया।
- ईवी, सौर और वैकल्पिक ऊर्जा के उपकरणों में चांदी इस्तेमाल होने से मांग बढ़ी।
- चांदी की औद्योगिक मांग बढ़ने से भी दाम उछले।
निवेशकों के लिए सुझाव
सोने में निवेश : अगर आप कम रिस्क के साथ स्थिर रिटर्न चाहते हैं, तो सोना एक अच्छा विकल्प हो सकता है। आर्थिक अस्थिरता के दौरान सोना पोर्टफोलियो में स्थिरता लाने का काम करता है।
चांदी में निवेश : अगर आप अधिक रिस्क के साथ तेजी से बढ़ने वाले निवेश की तलाश में हैं, तो चांदी बेहतर साबित हो सकती है। औद्योगिक मांग और तेज वृद्धि क्षमता के कारण चांदी में बड़ा उछाल देखने को मिल सकता है।