एक देश एक टैक्स प्रणाली लागू हो, टैक्स की विसंगतियों का खामियाजा भुगत रहे है ट्रेडर्स

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दिल्ली नेशनल ट्रेड सम्मेलन में अशोक माहेश्वरी ने उठाया मसाला जिंसों पर टैक्स का मुद्दा

कोटा। One Nation One Tax: कोटा व्यापार महासंघ के महासचिव अशोक माहेश्वरी ने कहा कि देश के अलग-अलग राज्यों में कई तरह के टैक्स वसूले जाते हैं, जिनकी दरें भी अलग-अलग हैं। जब जीएसटी लागू हुआ था तब यही घोषणा की गई थी कि एक देश एक टैक्स प्रणाली चलेगी। लेकिन आज भी उस पर अमल नहीं किया जा रहा है।

माहेश्वरी नई दिल्ली के अशोक होटल में आयोजित 28 व 29 सितंबर को दो दिवसीय नेशनल ट्रेड सम्मेलन में व्यापारियों की समस्याएं प्रस्तुत कर रहे थे। उन्होंने राजस्थान की टैक्स प्रणाली का उदाहरण देते हुए कहा कि वर्तमान में हाड़ौती में सर्वाधिक उत्पादन वाली मसाला जिंस धनिया, मेथी एवं लहसुन पर 4.35 की दर से मंडी शुल्क वसूला जा रहा है।

जबकि हमारे पड़ोसी राज्य मध्यप्रदेश में 1 प्रतिशत की दर से और गुजरात में 1.5 प्रतिशत की दर से मंडी शुल्क वसूला जाता है। राजस्थान में मंडी शुल्क तीन गुना से अधिक होने के कारण राज्य का यह व्यवसाय मध्य प्रदेश व गुजरात में शिफ्ट हो गया है। इसी तरह से पेट्रोलियम व कई वस्तुओं में टैक्स की दर हर राज्य में अलग-अलग है।

सर्वाधिक पैदावार होने वाले हमारे राज्य की जिंस किसान दूसरे राज्य में जाकर बेच रहे हैं। व्यापारियों द्वारा राज्य सरकार से बार-बार आग्रह करने पर भी इस दिशा में कोई राहत नहीं दी जा रही है। अतः मजबूर होकर व्यापारियों को आंदोलन की राह पर आना पड़ेगा। (देखिए वीडियो)

माहेश्वरी ने कहा कि कैट में पूरे देशभर के 9 करोड़ सदस्य हैं। पूरे राष्ट्रीय स्तर पर व्यापार उद्योग का सबसे बड़ा संगठन है अतः कैट को राज्य सरकार से मांग करनी चाहिए कि पूरे देश के राज्यों में सभी तरह के टैक्सों का समानीकरण करते हुए एक देश एक टैक्स प्रणाली को लागू करवाई जाए, जिससे आपसी प्रतिस्पर्धा के चलते व्यापार का नुकसान नहीं हो।

इस पर कैट के राष्ट्रीय महासचिव प्रवीण खंडेलवाल ने कहा कि हम निरंतर देश में एक देश एक टैक्स प्रणाली की मांग करते आ रहे हैं। हम राजस्थान की समस्या को राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से मिलकर तुरंत प्रभाव से इसका निराकरण करने का प्रयास करेंगे ।

सम्मेलन को संबोधित करते हुए कैट की चीफ एडवाइजर स्मृति ईरानी ने कहा कि व्यापारियों को स्वदेशी व्यापार को बढ़ाना चाहिए। स्वदेशी निर्मित वस्तुओं का ज्यादा से ज्यादा प्रचार और बिक्री करें, ताकि चीन से निर्मित वस्तुओं की बिक्री में कमी आ सके।

उन्होंने कहा कि देश का 90% व्यापार देश के छोटे-बड़े व्यापारी कर रहे हैं एवं 10% की व्यापार ऑनलाइन कंपनियों की हाथों में है। इसमें भी गलत तरीके से व्यापार करने वाली ऑनलाइन कंपनियों को हटाया जाएगा। सरकार भी एक देश एक टैक्स प्रणाली लागू करने पर मंथन कर रही है।

कोटा के प्रतिनिधि मंडल में कोटा व्यापार महासंघ के महासचिव अशोक माहेश्वरी केट के जिला अध्यक्ष अनिल मूंदड़ा, पूर्व जिला अध्यक्ष राकेश मित्तल, कोटा व्यापार महासंघ के सलाहकार बोर्ड के निदेशक संतोष खंडेलवाल ने हाड़ौती का प्रतिनिधित्व करते हुए इस सम्मेलन में भाग लिया।

इस सम्मेलन में देश के सभी राज्यों से करीब 500 से अधिक ट्रेडर्स एवं इंडस्ट्रीज के पदाधिकारियों ने भाग लिया जिन्होंने देश व राज्य के व्यापार उद्योग में आ रही समस्याओं एवं विकास पर विस्तृत चर्चा की ।