जय मिनेश आदिवासी यूनिवर्सिटी में होटल मैनेजमेंट डिपार्टमेंट कोर्स का शुभारंभ
कोटा। विश्व पर्यटन दिवस के अवसर पर शुक्रवार को रानपुर स्थित जय मीनेश आदिवासी यूनिवर्सिटी में होटल मैनेजमेंट डिपार्टमेंट कोर्स का शुभारंभ होटल फेडरेशन ऑफ राजस्थान कोटा संभाग के अध्यक्ष अशोक माहेश्वरी ने किया।
कार्यक्रम समन्वयक एवं होटल मैनेजमेंट विभाग के एचओडी भारत शर्मा ने बताया की जय मीनेश आदिवासी यूनिवर्सिटी द्वारा होटल मैनेजमेंट डिपार्टमेंट के फ्रंट ऑफिस लैब हाउस कीपिंग, लैब फूड प्रोसेसिंग एंड अत्याधुनिक किचन बेकरी सर्विस लैब का होटल फेडरेशन ऑफ़ राजस्थान कोटा संभाग के अध्यक्ष अशोक माहेश्वरी ने फीता काटकर शुभारंभ किया।
समारोह की अध्यक्षता जय मिनेश आदिवासी यूनिवर्सिटी के चेयर पर्सन आर डी मीणा ने की। विशिष्ट अतिथि के तौर पर होटल फेडरेशन ऑफ राजस्थान कोटा संभाग के महासचिव संदीप पाडिया, वरिष्ठ उपाध्यक्ष इंद्रजीत सिंह, अर्थशास्त्री गोपाल सिंह एवं अनुज विलियम्स थे। इस कोर्स में विद्यार्थियों को होटल मैनेजमेंट डिपार्टमेंट की शिक्षा एवं प्रैक्टिकल लेब के माध्यम से कोर्स करवाकर प्रशिक्षित किया जाएगा।
इस अवसर पर होटल फेडरेशन ऑफ राजस्थान कोटा संभाग के अध्यक्ष अशोक माहेश्वरी ने कहा कि वर्तमान परिवेश में हाड़ौती पर्यटन विकास की ओर बढ़ रहा है। इसके लिए आने वाले समय में प्रशिक्षित होटल मैनेजमेंट से जुड़े स्टाफ की आवश्यकता होगी, जो आतिथ्य सत्कार की संपूर्ण सेवाएं प्रदान कर सके।
माहेश्वरी ने कहा कि इसी प्रकार यूनिवर्सिटी आफ कोटा एवं एलबीएस कॉलेज द्वारा भी होटल मैनेजमेंट टूरिज्म एंड ट्रेवल्स मैनेजमेंट थ्योरी के कोर्स शुरू किया गया है। इंडियन होटल इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट द्वारा जो केंद्र सरकार की टूरिज्म की एक शाखा है, उसने भी रानपुर में होटल मैनेजमेंट कॉलेज के लिए भूखंड लिया हुआ है।
उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास होगा कि शीघ्र ही इंडियन होटल मैनेजमेंट कॉलेज की स्थापना की जाए। जिससे इस दिशा में और प्रगति हो सके। यहां जो भी छात्र या छात्रा होटल मैनेजमेंट डिपार्टमेंट का कोर्स पूरा कर लेगा उसको होटल फेडरेशन के माध्यम से स्थानीय स्तर पर शत- प्रतिशत रोजगार उपलब्ध करवाया जाएगा।
उन्होंने कहा कि टूरिज्म को बढ़ाने के लिए हमें हमारे हॉस्पिटैलिटी सेक्टर में भी कार्य करना होगा, जिससे विद्यार्थियों को होटल एवं टूरिज्म की अच्छी उच्च शिक्षा मिल सके। क्योंकि हाडोती में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। इसलिए पर्यटन विकास के लिए हम सबको मिलकर प्रयत्न करना होगा। कोचिंग के कारण जो आर्थिक क्षति हुई है उसकी भरपाई पर्यटन से ही की जा सकती है।
इस अवसर पर होटल फेडरेशन ऑफ राजस्थान कोटा संभाग के महासचिव संदीप पाडिया एवं वरिष्ठ उपाध्यक्ष इंद्रजीत सिंह ने कहा कि कोटा में होटल मैनेजमेंट के लिए प्रशिक्षित स्टाफ की कमी रहती है और हमें बाहर से होटल रिसोर्ट के लिए स्टाफ बुलाना पड़ता है। अगर हमें यही पर प्रशिक्षित स्टाफ मिलेगा तो इस क्षेत्र में युवाओं को भी रोजगार देने के लिए हम पूरी तरह तैयार हैं।
उन्होंने कहा हम विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों को रोजगार व सहायता प्रदान करने के लिए एमओयू करेंगे। साथ ही सभी प्रकार का सहयोग करेंगे। अर्थशास्त्री गोपाल सिंह ने कहा कि विश्व की अर्थव्यवस्था पर्यटन पर ही निर्भर है और देश की अर्थव्यवस्था में 15% भागीदारी पर्यटन सेक्टर पर निर्भर है।
हमें हाड़ौती के पर्यटन को विकसित करने के लिए सख्त प्रयास करने होंगे। उन्होंने कहा कि वर्तमान में कोटा की अर्थव्यवस्था कोचिंग पर निर्भर रही है, जिसमें आए ठहराव को देखते हुए हमें हाड़ौती के पर्यटन के विकास को आगे बढ़ाकर यहां की अर्थव्यवस्था का स्थाई समाधान करना है।
जय मीनेश आदिवासी यूनिवर्सिटी के चेयरपर्सन आरडी मीणा ने कहा कि कोटा के कई होटलों एवं रिसोर्टों मे होटल मैनेजमेंट के प्रशिक्षित स्टाफ न होने के कारण वह पर्यटकों को यहां के पर्यटन स्थलों के बारे में पूरी तरह से नहीं समझा पाते हैं। आज भी हमारे देश के कई लोग विदेशों में घूमने जाते हैं, जबकि देश मे कई जगह बेहतरीन है। जो पर्यटक स्थल विदेशों के पर्यटन स्थलों को भी टक्कर दे सकते हैं।
इसके लिए हमें होटलों पर प्रशिक्षित स्टाफ रखना होगा ताकि आने वाले पर्यटकों को यहां के संपूर्ण पर्यटक स्थलों के बारे में जानकारी दी जा सके। हमने देश विदेश कई जगह रिवर फ्रंट देखे, लेकिन कोटा जैसा रिवर फ्रन्ट पूरे विश्व में कहीं नहीं है। अगर पर्यटकों को हाड़ौती में लाना है तो समस्त होटल रिसोर्ट वालों को प्रशिक्षित स्टाफ रखना पड़ेगा।
पूरा आतिथ्य सत्कार देना पड़ेगा, ताकि अधिक से अधिक पर्यटक हाड़ौती में आए। जय मिनेश आदिवासी यूनिवर्सिटी द्वारा होटल मैनेजमेंट डिपार्टमेंट का कोर्स प्रारम्भ किया है, ताकि प्रशिक्षित होकर छात्र -छात्राएं यहां के होटल रिर्सोट मे रोजगार पा सके। उन्होंने कहा कि यहां पर विदेशी पर्यटकों का अभाव है। इसलिए हमें विदेशी पर्यटकों की संख्या बढ़ाने के लिए यहां मिल-जुलकर सामूहिक प्रयास करने होंगे।
समारोह में विश्वविद्यालय के सहायक रजिस्ट्रार डाॅ. संजय कुमार मीणा, वरिष्ठ संकाय सदस्य डाॅ. अनुज विलियम्स, डाॅ. नमिता गोस्वामी, डाॅ. मुक्ति पाराशर, डाॅ. सोनल गुप्ता, रिसर्च डायरेक्टर डाॅ. विजय कुमार एवं समस्त संकाय सदस्य उपस्थित रहे।