गुंटूर। Red Chilli Price: देश के कई अन्य भागों के साथ-साथ दक्षिणी राज्यों में भी मानसून सक्रिय बना हुआ है और दो प्रमुख उत्पादक प्रान्त- आंध्र प्रदेश तथा तेलंगाना में मूसलाधार वर्षा का दौर जारी रहने से लालमिर्च का कारोबार प्रभावित हो रहा है।
आंध्र प्रदेश के गुंटूर तथा तेलंगाना के वारंगल में लालमिर्च की आवक घटने लगी है और सीमित कारोबार के कारण कीमतों में काफी हद तक स्थिरता बनी हुई है। निर्यात मांग भी ज्यादा मजबूत नहीं है।
प्रमुख खपतकर्ता केन्द्रों में अच्छा खासा स्टॉक बताया जा रहा है। प्रमुख उत्पादक मंडियों में हल्की क्वालिटी के माल की आवक अधिक हो रही है जिससे कीमतों में तेजी का माहौल नहीं बन रहा है।
दिसावरी व्यापारियों एवं डीलर्स को लालमिर्च की खरीद के लिए उत्पादक मंडियों तक पहुंचने में कठिनाई हो रही है।आंध्र प्रदेश एवं तेलंगाना के साथ-साथ मध्य प्रदेश के प्रमुख उत्पादक जिलों में भी मूसलाधार वर्षा एवं खेतों में जल जमाव के कारण लालमिर्च की फसल को नुकसान होने की खबर मिल रहे है जिससे इसका उत्पादन घट सकता है।
मंडियों में माल कम आ रहा है। आगामी समय में घरेलू एवं निर्यात मांग के जोर पकड़ने पर लालमिर्च की कीमतों में कुछ सुधार आ सकता है।बिजाई क्षेत्र एवं फसल की वास्तविक स्थिति की जानकारी चालू माह के अंत तक मिल सकती है। फिलहाल उत्पादक राज्यों में हो रही अधिशेष वर्षा को लालमिर्च की फसल के लिए नुकसान दायक माना जा रहा है।