रियो डी जेनेरो। लैटिन अमरीकी देश- ब्राजील के अधिकांश प्रमुख उत्पादक राज्यों में सोयाबीन फसल की कटाई-तैयारी पहले ही पूरी हो चुकी है। केवल सुदूर दक्षिणी प्रान्त- रियो ग्रैंड डो सूल तथा पूर्वोत्तर क्षेत्र में इसकी कटाई होनी बाजी थी क्योंकि वहां बिजाई लेट से होती है।
रियो ग्रैंड डो सूल ब्राजील में सोयाबीन का तीसरा सबसे प्रमुख उत्पादक राज्य माना जाता है। जब वहां 65-70 प्रतिशत क्षेत्र में फसल की कटाई पूरी हो गई तब भयंकर बाढ़ एवं मूसलाधार वर्षा का प्रकोप बढ़ गया। इससे न केवल सोयाबीन की फसल को काफी क्षति हुई बल्कि फसल की कटाई-तैयारी में भी बाधा पड़ी क्योंकि खेतों में पानी भर जाने से उसमें कटाई मशीन (कम्बाइन) चलाना मुश्किल हो गया।
केन्द्रीय एजेंसी- कोनाब की एक रिपोर्ट के अनुसार 2 जून 2024 तक राष्ट्रीय स्तर पर करीब 98 प्रतिशत क्षेत्र में सोयाबीन फसल की कटाई-तैयारी पूरी हो चुकी थी और शेष भाग में भी इसकी तैयारी चल रही है।
रियो ग्रैंड डो सूल में 90 प्रतिशत क्षेत्र में कटाई हुई है जबकि गत वर्ष इस समय तक 96 प्रतिशत क्षेत्र में फसल काटी जा चुकी थी। वहां बुनियादी ढांचे को भारी नुकसान होने से सोयाबीन की कटी हुई फसल को गोदामों या उत्पादकों के घरों तक पहुंचाने में भारी कठिनाई हो रही है।
उल्लेखनीय है कि ब्राजील दुनिया में सोयाबीन का सबसे प्रमुख उत्पादक एवं निर्यातक देश है। वहां सोयाबीन का सर्वाधिक उत्पादन माटो ग्रोसो प्रान्त में होता है जबकि पराना दूसरे नम्बर पर रहता है।