नई दिल्ली। क्रेडिट रेटिंग फर्म फिच रेटिंग्स ने अनुमान जताया है कि भारत की लचीली आर्थिक वृद्धि से कॉरपोरेट जगत से आने वाली मांग बढ़ेगी।
फिच ने अपनी ताजा शोध रिपोर्ट ‘इंडिया कॉरपोरेट: क्षेत्र का रुझान 2024’ में कहा कि यह 2023 में कॉरपोरेट क्षेत्र के मजबूत प्रदर्शन की अगली कड़ी है और इससे प्रमुख विदेशी बाजारों में धीमी वृद्धि से आने वाली कमजोरी की भरपाई हो सकेगी। फिच ने कहा कि बढ़ती मांग और लागत दबाव कम होने से अगले वित्त वर्ष में कंपनियों के मार्जिन में बढ़ोतरी होनी चाहिए।
रेटिंग एजेंसी के मुताबिक, मजबूत घरेलू मांग के साथ उम्मीद है कि भारत वित्त वर्ष 2024-25 के दौरान 6.5 प्रतिशत की जीडीपी वृद्धि के साथ दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ने वाली प्रमुख अर्थव्यवस्था होगा। रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत चुनौतीपूर्ण वैश्विक पृष्ठभूमि और हालिया मौद्रिक सख्ती के बावजूद ऐसा करने की स्थिति में होगा।