स्वर्गीय मुकेश कुमार को गीतों भरी शाम में दी श्रद्धांजलि

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कोटा। मशहूर पार्श्व गायक स्वर्गीय मुकेश की पुण्यतिथि पर देर रात तक गीतों के साथ अपने भावभीनी श्रद्धांजलि दी गई। लाइक माइंडेड ग्रुप (like minded group) द्वारा आयोजित “जाने कहां गए वो दिन” गरिमा पूर्ण कार्यक्रम में मुकेश के गाए लगभग सभी प्रमुख गीतों को शहर के प्रबुद्ध वर्ग ने भी गुनगुनाया।

इस अवसर पर विशेष आकर्षण उज्जैन के प्रसिद्ध गायक महेश मोयल ने स्वर्गीय मुकेश का पहला गीत केएल सहगल की आवाज में गया हुआ “दिल जलता है तो जलने दो “गाकर सहगल की यादें भी ताजा कर दी। मोयल ने नयापुरा के कृषि विभाग के ऑडिटोरियम में स्वर्गीय मुकेश को याद करते हुए चंचल-शीतल-निर्मल- कोमल, तौबा ये मतवाली चाल…,  किसी की मुस्कुराहटों पर हो निसार, मुबारक हो शामो यह मौसम, आदि गीतों से उपस्थित श्रोताओं को झूमने पर मजबूर कर दिया।

इस दौरान पर्दे पर उन फिल्मों के चलचित्र भी प्रदर्शित किए गए जिन फिल्मों में मुकेश ने गाना गए थे। कार्यक्रम के सूत्रधार सीए अजय जैन ने गरिमा गुप्ता के साथ युगलबंदी में “इक प्यार का नगमा है- मौजों की रवानी है, कुछ खोकर पाना है- कुछ पाकर खोना है आदि गीतों पर खूब तालियां बटोरी। गायक डॉक्टर गोविंद महेश्वरी ने सावन का महीना, पवन करे करे शोर, मेरा जूता है- जापानी सर पर लाल टोपी, दिल है फिर भी हिंदुस्तानी ..आदि गाकर वाह वाही लूटी ‌।

मंगलम सीमेंट के सीईओ अनिल मंडोक ने ‘ “कभी-कभी मेरे दिल में ख्याल आता है “आदि गीतों से श्रोताओं को गुदगुदाया। कार्यक्रम में जिस देश में गंगा बहती है, कोई जब तुम्हारा ह्रदय तोड़ दे आदि गीत भी गूंजे। गायक राजीव मल्होत्रा ने बताया कि स्वर्गीय मुकेश के गीतों में सादगी ,सरलता, सुरीलापन का अनूठा सामंजस्य था।

उन्होंने 500 फिल्मों में 900 से अधिक जीत गाए। मेडिकल कॉलेज के पूर्व अधीक्षक डॉक्टर विजय सरदाना ने सुमधुर आवाज में स्वर्गीय मुकेश के गीत प्रस्तुत किए। सेवानिवृत्त आयकर आयुक्त प्रेम प्रकाश भी गीतों भरी शाम में उपस्थित हुए। कोटा रेंज के पुलिस महानिरीक्षक पीके खमेसरा ने मां सरस्वती के चित्र पर दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।

आईआरएस पुरुषोत्तम त्रिपुरी, वरिष्ठ कर सलाहकार  एमएल पटौदी ने स्वागत भाषण में सभी गणमान्य नागरिकों का आभार व्यक्त किया। उद्योगपति गोविंद राम मित्तल, प्रेम भाटिया, डॉक्टर गिरीश वर्मा समेत शहर के प्रबुद्ध एवं गणमान्य नागरिक मौजूद रहे। संगीत संयोजन बृजेश दाधीच ने किया। सीए अजय जैन ने सभी संगीत प्रेमी नागरिकों का आभार व्यक्त किया और कहा कि कृषि विभाग के ऑडिटोरियम में पहली बार ऐसा कार्यक्रम हुआ।