चुनाव जीतने वाले को ही दिया जाएगा टिकट, कोई और मानदंड नहीं: गहलोत

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नई दिल्ली। Rajasthan Election Committee Meeting: राजस्थान विधानसभा चुनाव में उम्मीदवारों को टिकट वितरण और चुनाव की रणनीति बनाने के लिए हुई कांग्रेस चुनाव समिति की बैठक सुबह 11 बजे से शाम करीब साढ़े 4 बजे तक चली। बैठक में निर्णय लिया गया कि केवल जिताऊ कैंडिडेट को ही टिकट दिए जाएंगे। यही सबसे बड़ा क्राइटेरिया होगा।

कांग्रेस प्रदेश इलेक्शन कमेटी के चेयरमैन और पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा- प्रदेश चुनाव समिति सदस्य जिलों में जाएंगे । 25 से 27 अगस्त तक पीईसी सदस्य 2-2 के ग्रुप में ज़िलों में जाएंगे और जिला कांग्रेस कमेटी की बैठक में शामिल होंगे। वहां पर भी टिकट दावेदार अपने आवेदन दे सकते हैं।

पीईसी सदस्य अपनी राय से संभावित पैनल वाले कैंडिडेट के नाम प्रदेश कांग्रेस कमेटी को दे सकते हैं। डोटासरा ने कहा- इसके बाद में चुनाव स्क्रीनिंग कमेटी के अध्यक्ष गौरव गोगोई जयपुर आएंगे। 28 से 31 अगस्त तक वह राजस्थान में रहेंगे। स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक में नामों को रखा जाएगा। उसके बाद कैंडिडेट्स के टिकट फाइनल किए जाएंगे।

उन्होंने बताया कि पीईसी के प्रतिनिधि 3 से 5 लोगों के बारे में अपनी राय देंगे। डोटासरा बोले-यहां गहलोत सरकार की गुड गवर्नेंस है। जिसके बल पर दोबारा सरकार रिपीट होगी। राहुल गांधी की यात्रा और गहलोत का नेतृत्व सबकी जुबान पर है। अगली दो मीटिंग में टिकट के इच्छुक लोग आवेदन कर सकते हैं।

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत मीडिया से रूबरू होकर बोले-टिकट के लिए विनिबिलिटी यानी जीतने का मानदंड सबसे बड़ा क्राइटेरिया होगा। उसी आधार पर टिकट दिए जाएंगे। चुनाव जीतने वाले संभावित कैंडिडेट को टिकट दिया जाएगा। विधानसभा चुनाव में युवाओं को तवज्जो देने और बुजुर्गों को टिकट न देने के सवाल ओर गहलोत बोले- टिकट के वितरण में केवल विनिबिलिटी यानी जिताऊपन को ही देखा जाएगा और यही सबसे बड़ा क्राइटेरिया होगा।

सीएम ने कहा- कर्नाटक चुनाव में देखा होगा कि 90 साल के युवा को भी टिकट दिया गया था। जो चुनाव जीतकर आया। इसलिए जो जीत सकता है, उसको ही टिकट दिया जाएगा। सीएम ने स्पष्ट संदेश दे दिया है कि जीत ही चुनाव में महत्वपूर्ण है, क्योंकि ये नम्बर का गेम है। सरकार बनाने के लिए विधायकों के सिर गिने जाते हैं।

कांग्रेस प्रदेश चुनाव समिति मेम्बर टिकट के दावेदारों से करेंगे मुलाकात
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने बताया कि आगामी 21 से लेकर 23 अगस्त तक ज़िलों में जिला कांग्रेस कमेटी और ब्लॉक कांग्रेस कमेटियों में बैठकें की जाएंगी। इन कमेटियों में आए हुए आवेदनों को 24 तारीख को बैठक में रखा जाएगा। 25 अगस्त से प्रदेश चुनाव समिति के मेंबर जिलों में जाकर टिकट दावेदारों का ग्राउंड से फीडबैक लेंगे। फिर 3 से 5 की संख्या तक टिकट दावेदारों का पैनल बनाया जाएगा। स्क्रीनिंग कमेटी उन्हें फाइनल करेगी। फिर टिकट घोषित होंगे।

पंचायतीराज जनप्रतिनिधि भी कर सकते हैं टिकट की मांग
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि ब्लॉक कांग्रेस कमेटी और जिला कांग्रेस कमेटी के माध्यम से कांग्रेस कार्यकर्ता और जनता की भावना पार्टी नेतृत्व तक पहुंच जाती है। राहुल गांधी भी बार-बार कहते हैं कि जहां संभव हो, वहां पर स्थानीय निकाय और पंचायती राज के प्रधान, प्रमुख, जिला परिषद मेंबर, पंचायत समिति मेंबर या पार्षद भी टिकट के लिए दावेदारी कर सकते हैं। उनको भी अवसर मिलेंगे। जिन जनप्रतिनिधियों के जीतने की संभावना होगी, उन्हें प्राथमिकता दी जाएगी। राहुल गांधी की भावना से हम चुनाव में आगे बढ़ेंगे।

चुनाव समिति की बैठक में ये नेता मौजूद रहे
प्रदेश कांग्रेस चुनाव समिति की बैठक में कई स्क्रीनिंग कमेटी मेंबर भी शामिल हुए। इनमें प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, सीएम अशोक गहलोत, प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा, पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट, विधानसभा अध्यक्ष डॉ सीपी जोशी और एआईसीसी के तीनों प्रभारी सचिव,गणेश गोदियाल,अभिषेक दत्त जैसे नेता हैं। जोप्रदेश चुनाव समिति के मेंबर भी हैं।