नववर्ष की पूर्व संध्या पर लगेगा मेला, दिखेगी सनातन संस्कृति की झलक

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  • सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ कवि सम्मेलन से सजेगी शाम
  • एक लाख दीयों के दीपदान के बाद होगी महाआरती
  • नववर्ष पर सजेंगे शहर के चौराहे, मंदिरों की बदली जाएंगी पताकाएं

कोटा। नववर्ष उत्सव आयोजन समिति के तत्वावधान में सामाजिक और धार्मिक संस्थाओं के सहयोग से नवसंवत्सर 2080 के स्वागत में शहर भर में दो दिवसीय विविध कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।

नववर्ष की पूर्व संध्या पर तलाव की पाल स्थित बारादरी पर 21 मार्च को शाम 4 बजे से नववर्ष उत्सव समरसता मेला आयोजित किया जाएगा। जिसमें होने वाले विभिन्न आयोजन सनातन संस्कृति और सामाजिक समरसता की झलक प्रस्तुत करेंगे। संयोजक छगन माहुर ने बताया कि मेले के दौरान विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी।

समिति के संरक्षक प्रो. चंद्रदेव प्रसाद ने बुधवार को पत्रकारों को बताया कि मेले में हरिहर बाबा की ओर से भवई नृत्य के साथ सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी जाएंगी तथा बरखा जोशी द्वारा कथक नृत्य प्रस्तुत किया जाएगा। वहीं शहर भर की सेवाभावी संस्थाओं का सम्मान होगा।

मेले में स्वदेशी वस्तुओं की बिक्री के लिए लगाई जाने वाली स्टॉल पर साहित्य बिक्री, ऐतिहासिक और सनातन से जुड़ी पुस्तकें उपलब्ध होंगी। मेले में रंगोली प्रतियोगिता, बैंड वादन प्रतियोगिता, कबड्डी प्रतियोगिता, देशभक्ति गीत प्रतियोगिता, मटकी फोड प्रतियोगिता और महापुरुषों की झांकी प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी।

अध्यक्ष गोविंद नारायण अग्रवाल ने बताया कि मेले में आयोजित भारतीय वेशभूषा प्रतियोगिता में देशभर की सांस्कृतिक विरासत का प्रकटीकरण होगा। मेले में सेल्फी प्वाइंट, झूले और ऊंटगाड़ी समेत मनोरंजन के भी सभी साधन उपलब्ध रहेंगे।

इसके साथ ही देश के विविध क्षेत्रों में बनने वाले भारतीय व्यंजनों के भी स्टॉल लगाए जाएंगे। सनातन संस्कृति को प्रकट करते भव्य यज्ञ वेदी में आहुतियां दी जाएंगी। पौराणिक कलाओं के प्रदर्शन के दौरान भारतीय वैदिक कला का उत्कृष्ट प्रदर्शन होगा।

मेला सह संयोजक सत्यनारायण श्रीवास्तव ने बताया कि कवि सम्मेलन में ख्यातनाम कवि विनीत चौहान के साथ अन्य वीर, श्रंगार और हास्य कवि अपनी रचनाओं की प्रस्तुति देंगे। शाम को एक लाख से अधिक दीपक प्रज्ज्वलित कर नववर्ष की पूर्व संध्या को आलोकित किया जाएगा। भव्य महाआरती और आतिशबाजी के साथ नववर्ष का स्वागत होगा।

प्रचार प्रसार समिति संयोजक आशीष मेहता ने बताया कि नववर्ष पर 22 मार्च को शहर भर में प्रत्येक घर में पत्रक भेजकर नववर्ष की शुभकामना दी जाएगी। शहर के 51 चौराहों को सजाया जाएगा और राहगीरों को नीम और मिश्री का प्रसाद वितरित किया जाएगा। शहर में सवा लाख घरों और और 500 मंदिरों पर पताकाएं बदली जाएंगी। इस दिन शहर भर के प्रमुख मंदिरों पर भव्य महाआरती का आयोजन होगा।

12 स्थानों से निकलेगी वाहन रैली
आशीष मेहता ने बताया कि नववर्ष की पूर्व संध्या पर कोटा शहर के 12 स्थानों से भव्य वाहन रैली प्रारंभ होगी। इन सभी भगवा वाहन रैली का संगम होगा। रैली में भगवा पताका लिए स्त्री पुरुष और महापुरुषों की झांकियां शामिल होंगी। शहर की यह भगवा रैली सम्मिलित रूप से छावनी से कोटडी चौराहा, गुमानपुरा, गीता भवन होते हुए बारादरी पर संपन्न होगी।