नई दिल्ली। इस साल दुनिया में महंगाई को थामने के लिए ब्याज दरों को बढ़ाने का फैसला अब देशों के रियल इंटरेस्ट रेट यानी वास्तविक ब्याज दर पर दिखने लगा है। 24 देशों में केवल पांच देश ऐसे हैं जिनकी वास्तविक ब्याज दर सकारात्मक है। भारत इस पायदान में सबसे नीचे है।
वास्तविक ब्याज दर उसे कहते हैं जब महंगाई की दर में से ब्याज दर को निकालने के बाद जो रिटर्न निवेशकों को मिलता है। बैंक ऑफ बड़ौदा की एक रिपोर्ट के अनुसार, सबसे ज्यादा नकारात्मक दर तुर्किये में है जो -75.39% है। यहां महंगाई 84.39 और ब्याज दर 9 फीसदी पर है।
रिपोर्ट के मुताबिक, अर्जेंटीना में वास्तविक ब्याज दर -17.40% है। ऑस्ट्रेलिया में -4.20%, कनाडा में-2.65%, यूरो क्षेत्र में -7.50%, फ्रांस में -3.70%, जर्मनी में -7.50% और इटली में -9.30% है। जापान में यह -.380%, रूस में -4.50%, अमेरिका में -2.60% और ब्रिटेन में -7.20% यह दर है। महामारी ने केंद्रीय बैंकों द्वारा महंगाई को देखने के तरीके को बदल दिया था। उस समय नीतिगत दर को न्यूनतम संभव स्तर तक ला दिया गया था। यह फैसला देशों ने वृद्धि को बढ़ाने के लिए लिया था लेकिन अब उनके लिए नकारात्मक बन गया है।
यूरो क्षेत्र, ब्रिटेन और अमेरिका में ज्यादा महंगाई
यूरो क्षेत्र, ब्रिटेन और अमेरिका दूसरे स्तर पर हैं जहां महंगाई बहुत अधिक है जिससे वहां वास्तविक दरें नकारात्मक हैं। यह तब तक बनी रहेंगी जब तक कि महंगाई नीचे नहीं आती है। आने वाले महीने में कई देशों के केंद्रीय बैंक दरों को 0.50 से 1.00% तक ही बढ़ा सकते हैं।
सकारात्मक ब्याज दर वाले देश
देश | ब्याज | महंगाई | वास्तविक ब्याज |
ब्राजील | 13.75 | 5.90 | 7.85 |
मैक्सिको | 10.50 | 7.80 | 2.70 |
सऊदी अरबिया | 5.00 | 2.90 | 2.10 |
चीन | 3.65 | 1.60 | 2.05 |
भारत | 6.25 | 5.88 | 0.37 |