मुंबई। आदित्य बिरला सन लाइफ एएमसी लिमिटेड का आरंभिक सार्वजनिक निर्गम या आईपीओ 29 सितंबर को खुल रहा है। क्रिसिल की रिपोर्ट के मुताबिक क्यूएएयूएम के आधार पर 31 मार्च 2018 के बाद से आदित्य बिरला सन लाइफ एएमसी लिमिटेड सबसे बड़ी गैर-बैंक संबद्ध एएमसी और 30 सितंबर 2011 के बाद से भारत की चार सबसे बड़ी एएमसी कंपनियों में से एक है।
ऑफर का प्राइस बैंड प्रति इक्विटी शेयर के लिए 695 रुपये से 712 रुपये के बीच तय किया गया है। आईपीओ के एक लॉट में 20 इक्विटी शेयर और उसके बाद 20 इक्विटी शेयरों के गुणकों के लिए बोली लगाई जा सकेगी।
इस ऑफर में आदित्य बिरला सन लाइफ एएमसी लिमिटेड के 5 रुपये के फेस वैल्यू (इक्विटी शेयर) वाले 38,880,000 तक के इक्विटी शेयर्स शामिल हैं। ऑफर फॉर सेल के तहत आदित्य बिरला कैपिटल लिमिटेड 2,850,880 इक्विटी शेयरों और सन लाइफ (इंडिया) एएमसी इनवेस्टमेंट्स इंक. 36,029,120 इक्विटी शेयरों की बिक्री करेगी।
इस ऑफर में एबीसीएल शेयरधारकों द्वारा सब्सक्रिप्शन के लिए 1,944,000 तक के इक्विटी शेयरों को आरक्षित किया गया है। एबीसीएल शेयरधारकों के लिए आरक्षित हिस्से को घटाकर ऑफर को इसके बाद “नेट ऑफर” के रूप में संदर्भित किया गया है, जो कुल 36,936,000 इक्विटी शेयर्स हैं। ऑफर और नेट ऑफर में कंपनी की निर्गम-पश्चात चुकता इक्विटी शेयर पूंजी का क्रमशः 13.50% और 12.83% हिस्सा होगा।
यह ऑफर प्रतिभूति अनुबंध (विनियमन) नियम, 1957 के नियम 19(2)(बी) के अनुसार किया जा रहा है, जो संशोधित है और इसे सिक्योरिटी एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (इश्यू ऑफ कैपिटल एंड डिस्क्लोजर रिक्वायरमेंट्स) 2018 के नियम 31, (संशोधन के बाद “सेबी आईसीडीआर रेग्युलेशंस’’) के साथ पढ़ा जाना ताहिए। यह प्रस्ताव सेबी आईसीडीआर विनियमों के विनियम 6(1) के मुताबिक बुक बिल्डिंग प्रक्रिया के माध्यम से किया जा रहा है, जिसमें योग्य संस्थागत खरीदारों (“क्यूआईबी’’ और ऐसा भाग, ‘’क्यूआईबी हिस्सा’’) को आनुपातिक आधार पर आवंटन के लिए शुद्ध प्रस्ताव का 50% से अधिक हिस्सा उपलब्ध नहीं होगा।
कंपनी और बिक्री शेयरधारक, ग्लोबल कोऑर्डिनेटर्स और बुक रनिंग लीड मैनेजर्स और बुक रनिंग लीड मैनेजर्स के परामर्श से सेबी आईसीडीआर विनियमों (“एंकर इन्वेस्टर हिस्सा”) के अनुसार विवेकाधीन आधार पर एंकर निवेशकों को अग्रिम आधार क्यूआईबी भाग का 60% तक आवंटित करेंगे। इसमें से कम से कम एक-तिहाई केवल घरेलू म्यूचुअल फंड्स को आवंटन के लिए उपलब्ध होगा, बशर्ते इसे घरेलू म्यूचुअल फंड्स से एंकर निवेशक आवंटन कीमत पर या उससे ऊपर वैध बोलियां प्राप्त हुई हो।
एंकर निवेशक हिस्से में अंडर-सब्सक्रिप्शन या गैर-आवंटन की स्थिति में, शेष इक्विटी शेयरों को नेट क्यूआईबी भाग में जोड़ दिया जाएगा। इसके अलावा नेट क्यूआईबी भाग का 5% आनुपातिक आधार पर केवल म्यूचुअल फंड के आवंटन के लिए उपलब्ध होगा, और शेष शुद्ध क्यूआईबी भाग एंकर निवेशकों के अलावा म्यूचुअल फंड्स समेत अन्य सभी क्यूआईबी बोलीदाताओं के लिए आनुपातिक आधार पर आवंटन के लिए उपलब्ध होगा। यह ऑफर मूल्य पर या उससे ऊपर प्राप्त होने वाली मान्य बोलियों के अधीन होगा।
सेबी आईसीडीआर विनियमों के अनुसार गैर-संस्थागत बोलीदाताओं (बिडर्स) को आनुपातिक आधार पर आवंटन के लिए शुद्ध प्रस्ताव का कम से कम 15% उपलब्ध होगा और खुदरा व्यक्तिगत बोलीदाताओं (“आरआईबी”) को आवंटन के लिए नेट ऑफर का कम से कम 35% हिस्सा उपलब्ध होगा। यह ऑफर मूल्य पर या उससे ऊपर प्राप्त होने वाली वैध बोलियों के अधीन है।
एंकर निवेशकों के अलावा सभी संभावित बोलीदाताओं को अपने संबंधित बैंक खाते (आरआईबी के मामले में यूपीआई आईडी (इसके बाद परिभाषित) सहित) का विवरण प्रदान करके अवरुद्ध राशि (“एएसबीए”) प्रक्रिया द्वारा समर्थित आवेदन का अनिवार्य रूप से उपयोग करना आवश्यक है, जो कि ऑफर में भाग लेने के लिए एससीएसबी की तरफ से ब्लॉक कर दिया जाएगा। एंकर निवेशकों को एएसबीए प्रक्रिया के माध्यम से एंकर निवेशक हिस्से में भाग लेने की अनुमति नहीं है। विवरण के लिए ‘’ऑफर प्रक्रिया’’ की पृष्ठ संख्या 326 देखें।
इस ऑफर के उद्देश्यों में, (i) स्टॉक एक्सचेंजों पर इक्विटी शेयरों को सूचीबद्ध करने के लाभ प्राप्त करना; और (ii) विक्रय शेयरधारकों के 38,880,000 तक के इक्विटी शेयरों के ऑफर फॉर सेल को पूरा करना शामिल है।
कोटक महिंद्रा कैपिटल कंपनी लिमिटेड, बोफा सिक्योरिटीज इंडिया लिमिटेड और सिटीग्रुप ग्लोबल मार्केट्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड ऑफर के ग्लोबल को-ऑर्डिनेटर्स और बुक रनिंग लीड मैनेजर्स हैं। ऐक्सिस कैपिटल लिमिटेड, एचडीएफसी बैंक लिमिटेड, आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज लिमिटेड, आईआईएफएल सिक्योरिटीज लिमिटेड, जेएम फाइनेंशियल लिमिटेड, मोतीलाल ओसवाल इन्वेस्टमेंट एडवाइजर्स लिमिटेड, एसबीआई कैपिटल मार्केट्स लिमिटेड और यस सिक्योरिटीज (इंडिया) लिमिटेड ऑफर के बुक रनिंग लीड मैनेजर्स हैं। इक्विटी शेयरों को बीएसई और एनएसई पर सूचीबद्ध होने का प्रस्ताव रखा गया है।