कोटा। महामारी के दौरान भारतीय वर्क फ्रॉम होम, ई-कॉमर्स और मनोरंजन के लिए ऑनलाइन प्लेटफार्म पर ज्यादा समय व्यतीत कर रहे हैं, उस के साथ ही साइबर खतरों की संभावना बढ़ गई है। सीईआरटी-इन द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, भारत में वर्ष 2020 के दौरान साइबर हमलों में 300% की वृद्धि देखी। नॉर्टन साइबर सेफ्टी इनसाइट्स की छठी वार्षिक रिपोर्ट के अनुसार, पिछले 12 महीनों में लगभग 59 प्रतिशत भारतीय वयस्क साइबर क्राइम का शिकार हुए हैं।
बच्चों के लिए ऑनलाइन क्लासेज और ई-लर्निंग के दौरान इंटरनेट पर प्रभावी कंटेंट फ़िल्टरिंग की आवश्यकता को अपरिहार्य कर दिया है, ताकि उन पर कोई दुष्प्रभाव न पड़े। इन बढ़ती चुनौतियों को हल करने के लिए एयरटेल एक्सस्ट्रीम फाइबर ने प्रासंगिक ऑनलाइन सेवा – ‘सिक्योर इंटरनेट’ लॉन्च की है। ये रियल टाइम में मॉलवेयर (वायरस सहित), उच्च जोखिम वाली असुरक्षित वेबसाइट्स और ऐप्स को ब्लॉक कर देता है।
‘सिक्योर इंटरनेट’ ग्राहकों की अलग-अलग जरूरतों के लिए रिमोट वर्किंग से लेकर ऑनलाइन कक्षाओं तक कई सुरक्षा के तरीके प्रदान करता है। अपने चाइल्ड सेफ और स्टडी के तरीके के साथ, ग्राहक अवांछित, वयस्क / ग्राफिक कंटेंट वाली वेबसाइटों और एप्लिकेशन को ब्लॉक कर सकते हैं, जो बच्चों के लिए उपयुक्त नहीं हैं, जिससे समाज के विशेष रूप से इस अति संवेदनशील वर्ग को ऑनलाइन खतरों से बेहद आवश्यक सुरक्षा मिलती है।
भारती एयरटेल के चीफ मार्केटिंग ऑफिसर शाश्वत शर्मा ने कहा “महामारी के दौरान काम और बच्चों की पढ़ाई सभी ऑनलाइन हो गई है। ब्रॉडबैंड की गति और विश्वसनीयता के साथ-साथ सुरक्षा अब एक प्रमुख आवश्यकता है। ‘सिक्योर इंटरनेट’ इंटरनेट को सुरक्षित बनाने के लिए आसान, सक्रिय तथा एक अत्यधिक प्रभावी समाधान है।” ‘सिक्योर इंटरनेट’ सेवा सभी एयरटेल एक्सस्ट्रीम फाइबर ग्राहकों के लिए मासिक सब्सक्रिप्शन के साथ उपलब्ध है। यह सब्सक्रिप्शन 30 दिन के फ्री ट्रायल के साथ मिलता है। इसके पश्चात ही इसकी बिलिंग शुरू होती है। ग्राहक इस सेवा को एयरटेल थैंक्स ऐप के माध्यम से आसानी से एक्टिवेट / डीएक्टिवेट कर सकते हैं।