जयपुर। राज्य में उद्योग विभाग द्वारा संभागीय स्तर पर आयोजित संभागीय औद्योगिक संवाद कार्यशाला का आयोजन 25 नवंबर को बीकानेर तथा 26 नवंबर को कोटा में किया जाएगा। कोटा में आयोजित होने वाली कार्यशाला में राजकीय उपक्रम मंत्री श्री परसादी लाल मीणा तथा बीकानेर में अतिरिक्त मुख्य सचिव, उद्योग डॉ. सुबोध अग्रवाल उद्योग व औद्योगिक परिसंघों से संवाद करेंगे।
उद्योग आयुक्त मुक्तानन्द अग्रवाल ने बताया कि ’’संभागीय औद्योगिक संवाद’’ कार्यशाला के आयोजन का मुख्य उद्देश्य प्रदेश में समग्र औद्योगिक विकास को गति देना, जिलों में निवेश की संभावनाओं को तलाशना, निवेश के लिए प्रोत्साहित करना और औद्योगिक परिसंघों और संबंधित विभागों से जिला स्तर पर ही समन्वय स्थापित कर स्थानीय स्तर पर बेहतर तालमेल विकसित कर औद्योगिक निवेश बढ़ाना है।
उन्होंने बताया कि संभागीय औद्योगिक संवाद कार्यशाला को प्रभावी बनाने के लिए मुख्यालय से उद्योग विभाग, रीको व बीआईपी के वरिष्ठ अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी गई है, वहीं जिला उद्योग केन्द्रोें के महाप्रबंधकों को जिला प्रशासन, संबंधित विभागों के जिलाधिकारियों और औद्योगिक संघों के प्रतिनिधियों व संभावित निवेशकों से समन्वय बनाते हुए कार्यशाला में भागीदारी सुनिश्चित कराने को कहा गया है।
उद्योग आयुक्त ने बताया कि संभागीय औद्योगिक संवाद कार्यशाला में राजस्थान एमएसएमई एक्ट 2019 के प्रमुख बिन्दुओं, एकल खिड़की के माध्यम से समयवद्ध अनुमतियाें, नई निवेश नीति के लिए सुझाव, वन स्टॉप शॉप की जानकारी, उद्यमियों की समस्याओं व परिवेदनाओं पर उच्च अधिकारियों से सीधी चर्चा होगी।
निवेशकों के साथ वन टू वन मीटिंग, विवाद एवं शिकायत निवारण तंत्र, राजस्थान सूक्ष्म एवं लघु उद्यम सुविधा परिषद, राजस्थान निर्यात संवर्धन परिषद, राजस्थान निर्यात संवर्धन समन्वय परिषद, सीएसआर प्राधिकरण,आरएफसी की युवा उद्यमियता प्रोत्साहन योजना, रीको के औद्योगिक भूखण्डों की नीलामी, स्टोन स्लरी के निस्तारण के लिए सीडोस द्वारा उठाए जा रहे कदम आदि की जानकारी देने के साथ ही इन पर सुझाव व फीडबेक भी लिया जाएगा।
अग्रवाल ने बताया कि संभागीय औद्योगिक संवाद कार्यशाला का पहला आयोजन उदयपुर में 21 नवंबर को किया जा चुका है। इस अवसर पर करीब 80 परिवेदनाएं प्राप्त हुईं, जिनके निराकरण के निर्देश मौके पर ही अधिकारियों को दिए गये।