कोटा। शहर की राधा राजोरा ने हाडोती की पहली महिला पर्वतारोही होने का गौरव हासिल किया है। राजोरा ने मनाली स्थित अटल बिहारी वाजपेयी इंस्टीट्यूट ऑफ माउंटेनियरिंग एंड एलाइड स्पोटर्स् के तत्वावधान में आयोजित 25 दिवसीय पर्वतारोहण प्रशिक्षण शिविर में यह उपलब्धि हासिल की है। उन्होंने प्रशिक्षण के दौरान बर्फीले पहाड़ों पर 12 हजार 500 फीट से अधिक ऊंचाई तय की।
राजोरा ने बताया कि शिविर के प्रारम्भ में रॉक क्लाइम्बिंग, रेपलिंग, जूमारिंग, रिवर क्रासिंग एवं रेस्क्यू आदि का प्रशिक्षण दिया गया। उन्होंने बताया कि शिविर में बर्फीले तूफानों से बचाव, आपातकाल में मेप रीडिंग के माध्यम से गंतव्य तक पहुंचने की तकनीक से परिचित कराया गया। सर्वाइवल नाइट के दौरान भूखे प्यासे रहकर विपरीत परिस्थितियों में अपने आपको सुरक्षित रखने का प्रशिक्षण भी अति महत्वपूर्ण रहा।
उन्होंने बताया कि प्रशिक्षण का मुख्य भाग पर्वतारोहण का रहा, जिसके तहत प्रशिक्षु दल को बेस कैम्प से ब्यास ग्लेशियर तक चढ़ाई करनी थी। इसके लिए प्रशिक्षु पर्वतारोही दल ने माइनस जीरो डिग्री तापमान में बर्फ के बीच गुजरते हुए लक्ष्य प्राप्त किया। राजोरा के अनुसार इस दल के साथ उन्होंने प्रथम चरण में निर्धारित 12500 फीट की ऊंचाई तक पहुंचने में सफलता हासिल की।
राधा ने बताया कि इस दौरान उन्हें वर्ष 1993 में भारत की सबसे कम 19 वर्ष की उम्र में माउंट एवरेस्ट फतह करने वाली पर्वतारोही डिकी डोलमा का मार्गदर्शन मिला। ज्ञातव्य है कि राधा पेशे से पत्रकार हैं और वह इलेक्ट्रॉनिक मीडिया से जुडी हुई हैं।