नई दिल्ली। Stock Market: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि 4 जून को चुनाव के नतीजे आने के बाद शेयर बाजार तेज फर्राटा भरेंगे। उन्होंने एक टेलीविजन चैनल पर आज प्रसारित साक्षात्कार में यह भरोसा जताया। मोदी ने कहा, ‘आप देखना, जिस दिन चुनाव के नतीजे आएंगे, उस दिन और उस पूरे हफ्ते ट्रेडिंग करने वाले थक जाएंगे।’ वह इस सवाल का जवाब दे रहे थे कि मौजूदा सरकार की प्रचंड बहुमत के साथ सत्ता में वापसी का भरोसा जताने के बावजूद बाजार चुनावी नतीजों के बारे में घबरा तो नहीं रहे हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘हमारी सरकार ने अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए सबसे ज्यादा आर्थिक सुधार किए हैं और उद्यमशीलता को बढ़ावा देने वाली आर्थिक नीतियां लागू की हैं। हमारी सरकार आई तो सेंसेक्स 25,000 अंकों पर था और आज यह 75,000 अंक तक पहुंच गया है। आम आदमी शेयर बाजारों में जितना ज्यादा निवेश करेगा, अर्थव्यवस्था के लिए उतना अच्छा रहेगा। हर नागरिक की जोखिम लेने की भूख भी बढ़नी चाहिए।’ उन्होंने कहा कि सार्वजनिक उपक्रमों के शेयर भी आजकल दौड़ रहे हैं।
विश्लेषकों ने कहा कि प्रधानमंत्री का बयान भरोसा दिलाता है कि यही गठबंधन सत्ता में रहेगा। उन्होंने कहा कि बाजार तब तक ज्यादा नहीं बढ़ेंगे, जब तक उन्हें हरकत में लाने वाली कोई घोषणा नहीं की जाती।
अल्फानीति फिनटेक के सह-संस्थापक यूआर भट्ट ने कहा, ‘यह बयान बाजार के बारे में नहीं है। यह तगड़े बहुमत के साथ सत्ता में वापसी के सत्तारूढ़ पार्टी के भरोसे को ज्यादा बयान करता है। बाजार किसी भी राजनीतिक बयान पर तब तक गंभीर नहीं होते, जब तक उसके साथ किसी क्षेत्र के लिए कोई नीति लागू नहीं की जाती या रकम आवंटित नहीं की जाती।’
पिछले हफ्ते एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए मोदी ने बीते 10 वर्षों में शेयर बाजार में आई तेजी का उल्लेख किया था। मोदी ने कहा, ‘मुंबई भारत की आर्थिक राजधानी है। देखें 10 साल पहले बाजार कहां था और अब कहां पहुंच गया है। लाखों छोटे निवेशक आज बाजार से जुड़े हैं। हम दुनिया के चौथे सबसे बड़े शेयर बाजार हैं और वैश्विक निवेशकों का भरोसा भी बढ़ रहा है। विपक्षी गठबंधन इस भरोसे को तोड़ना चाहता है।’
मोदी का शेयर बाजार में तेजी का यह दावा बाजार में स्थिरता के संबंध में सरकार के तीन वरिष्ठ मंत्रियों के आश्वासन के बाद आया है। सोमवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अलग-अलग मौकों पर कहा था कि बाजार में हालिया उठापटक चुनावों के कारण है और नतीजों के बाद बाजार फिर से छलांग लगाने लगेगा।
अमित शाह ने कहा था कि बाजार बीते समय में तेजी से गिरा है और इसका कारण इस चुनाव को बताना उचित नहीं है। शाह ने कहा कि अगर बाजार थोड़ा बहुत अटकलों पर चलता है तो निवेशकों को हम यही सलाह देंगे कि शेयर खरीदें क्योंकि 4 जून के बाद इसमें तेजी आने जा रही है।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भी नैशनल स्टॉक एक्सचेंज के एक कार्यक्रम में कहा था कि उन्हें चुनाव के नतीजों के बारे में पूरा भरोसा है और नतीजे करीब आते ही बाजार में उठापटक कम हो जाएगी।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बंबई स्टॉक एक्सचेंज के एक कार्यक्रम में मंगलवार को कहा था कि वित्तीय बाजार कराधान और नीतियों के मामले में स्थिरता पसंद करता है और चुनावी नतीजों के बारे में बाजार को चिंता करने की जरूरत नहीं है।