पेपर लीक केस: दोषियों के खिलाफ केस ऑफिसर स्कीम के तहत होगा ट्रायल

0
78

जयपुर। राजस्थान की भजन लाल सरकार लगातार एक के बाद एक बड़े कदम उठा रही है। इसी कड़ी में गुरुवार को प्रदेश की भजन लाल सरकार ने युवाओं के भविष्य को लेकर संवेदनशीलता निर्णय लिया है।

राज्य सरकार की ओर से आगामी प्रतियोगी परीक्षाओं सहित सार्वजनिक परीक्षाओं में पेपरलीक प्रकरण रोकने और नकल माफिया के खिलाफ कठोर कार्रवाई के लिए सख्त कदम उठाए हैं। इस संबंध में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की अध्यक्षता में हुई उच्चस्तरीय बैठक में पेपरलीक/नकल दोषियों के खिलाफ केस ऑफिसर स्कीम के तहत ट्रायल कराने का निर्णय लिया गया है। बैठक में मुख्य सचिव और डीजीपी स्तर से भर्ती परीक्षा की मॉनिटरिंग करने का भी फैसला लिया गया है।

इसके लिए परीक्षा से पहले मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक के स्तर से सीधे जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक से संवाद कर सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएंगी।

मुख्यमंत्री ने जिलों को परीक्षा केंद्रों की निगरानी के लिए गठित उड़नदस्तों के लिए पर्याप्त अधिकारी और पुलिस बल उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। शर्मा ने कहा कि उन परीक्षा केंद्रों एवं कोचिंग संस्थानों पर विशेष निगरानी रखी जाये जिनके बारे में विभिन्न स्रोतों से संदिग्ध गतिविधियों की जानकारी प्राप्त होती है. यदि ऐसे परीक्षा केंद्र एवं कोचिंग संस्थान संदिग्ध पाए जाएं तो सख्त से सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए।

उन्होंने कहा कि जिन अपराधियों का पूर्व में चालान हो चुका है, उन पर राज्य सरकार द्वारा केस ऑफिसर स्कीम एवं विशेष लोक अभियोजक के माध्यम से त्वरित गति से मुकदमा चलाया जायेगा तथा उन्हें अधिकतम सजा दिलाने का प्रयास किया जाएगा। उन्होंने कहा कि ऐसी अनियमितताएं करने वाले लोगों का पता लगाने के लिए एक मजबूत सूचना तंत्र विकसित किया जाना चाहिए। जनता इस संबंध में एसआईटी द्वारा जारी हेल्पलाइन नंबर 9530428258 पर जानकारी दे सकती है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि बेरोजगार और मेहनती युवाओं को न्याय दिलाना और परीक्षाओं में गोपनीयता बनाए रखना राज्य सरकार की प्राथमिकता है. इन फैसलों से नकल संबंधी मामलों की प्रभावी जांच और अपराधियों को सख्त से सख्त सजा दिलाने में मदद मिलेगी।

राजस्थान पुलिस के स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप ने हाल ही में राजस्थान लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित वरिष्ठ अध्यापक (माध्यमिक शिक्षा) प्रतियोगी परीक्षा-2022 की विज्ञान, सामान्य ज्ञान और शैक्षिक मनोविज्ञान विषयों की लिखित परीक्षा में डमी अभ्यर्थी के रूप में शामिल हुए पांच आरोपियों को हिरासत में लिया है।