कोटा। दी एसएसआई एसोसिएशन के गर्वनर बोर्ड की बैठक आज आलनिया स्थित एक फार्म हाउस पर संपन्न हुई। दी एसएसआई एसोसिएशन के अध्यक्ष जंबू कुमार जैन एवं सचिव मनीष माहेश्वरी ने बताया कि बैठक में कोरोना के बाद उत्पन्न हुए हालातों से उद्योग जगत पर पड़े दुष्प्रभाव पर गहन चिंतन हुआ ।
एसोसिएशन के मुख्य सलाहकार अशोक माहेश्वरी ने कहा कि पिछले 16 माह से बंद पड़े कोचिंग को लेकर इस क्षेत्र में हो रहे करोड़ों रुपए के निवेश पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। इससे जुड़े हॉस्टल, मैस सहित कई व्यवसाय एवं छोटे व्यापारियों के रोजगार पर भारी संकट खड़ा हो गया है। आर्थिक संकट के साथ-साथ उनका जीवन यापन भी खतरे में आ गया है। इस व्यवसाय से जुड़े लोग मानसिक परेशानियों एवं डिप्रेशन में आ गए हैं।
उन्होंने बताया कि अब कोरोना में आई कमी एवं टीकाकरण को देखते हुए राज्य सरकार को चाहिए कि जिस तरह से अन्य राज्यों में स्कूल व कोचिंग खोल दिए गए हैं, उसी तरह से सहानुभूति पूर्वक विचार करते राज्य सरकार यहां भी स्कूल एवं कोचिंग खोलने के लिए शीघ्र निर्णय ले। अगर ऐसा नहीं हुआ तो कोटा शहर की अर्थव्यवस्था पूरी तरह से चौपट हो जाएगी जिसको संभाला नहीं जा सकेगा।
एसोसिएशन के संस्थापक अध्यक्ष गोविंद राम मित्तल, अध्यक्ष जम्बू कुमार जैन सचिव मनीष माहेश्वरी ने कहा कि सरकारी नीतियां एवं हवाई सेवा के अभाव में नए उद्योगों की स्थापना तो दूर की बात है जो उद्योग चल रहे हैं वह भी धीरे-धीरे बंद होने की कगार पर आ चुके हैं। कोटा के औद्योगिक पतन को रोकना है तो सरकारी नीतियों में परिवर्तन एवं कोटा में हवाई सेवा शुरू करने की की दिशा में केंद्र एवं राज्य सरकार को ठोस कदम उठाना होगा।
संस्था के पूर्व अध्यक्ष अशोक अग्रवाल, प्रमोद पालीवाल, राजेन्द्र अग्रवाल, नारायण कालानी, देवेंद्र कुमार जैन, अनिल मूंदड़ा, कमलदीप सिंह, राजेश गुप्ता, मुकेश गुप्ता, प्रेम भाटिया ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि उद्योगों में भारी घाटा खाने के बाद सैकड़ों उद्यमियों ने अपने उद्योगों को बंद कर रोजगार के लिए हॉस्टल व्यवसाय में अपनी बची हुई पूंजी एवं बैंकों से कर्ज लेकर निवेश किया था, लेकिन पिछले 16 माह से बंद पड़े कोचिंग एवं लॉकडाउन से हास्टल व्यवसाय ने लोगों को झंझोड़ दिया है। इस मसले को राज्य सरकार गंभीरता से लेते हुए शीघ्र ठोस कदम उठाकर राज्य में स्कूल एवं कोचिंग शुरु करने चाहिए।
एसोसिएशन के अध्यक्ष जम्बू कुमार जैन ने कहा कि शहर की अर्थव्यवस्था को बचाने, स्कूल एवं कोचिंग खोलने के लिए कोटा हॉस्टल संचालकों द्वारा जो भी मुहिम चलाई जाएगी उसमें हमारी एसोसिएशन पूर्ण समर्थन देगी। बैठक में सभी सदस्यों ने कोरोना की तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए टीकाकरण के लिए लोगों को प्रेरित करने एवं कोरोना गाइड लाइन की पालना स्वयं करने एवं अपने स्टाफ को भी करवाने के लिए पाबंद किया।