सरकारी निवेश के चलते चढ़़े जमीन-जायदाद का मोल में हिस्सा लेने की सरकार की योजना
सिर्फ 3 दिन में बनेगा ड्राइविंग लाइसेंस, देश के 30 फीसदी DL हैं फर्जी
उन्होंने कहा कि अब क्षेत्रीय परिवहन कार्यालयों के लिए यह भी अनिवार्य किया जाएगा कि किसी व्यक्ति द्वारा ड्राइविंग टेस्ट पास करने के तीन दिन के भीतर उसे लाइसेंस जारी कर दिया जाए। लाइसेंसधारी की जानकारी पूरे देश में ऑनलाइन उपलब्ध होगी ताकि वह कहीं भी फर्जी लाइसेंस न बनवा सके।
इसके अलावा अब से कोई भी व्यक्ति, चाहे वह छोटा हो या बड़ा, बिना ड्राइविंग टेस्ट पास किए लाइसेंस नहीं बनवा सकेगा। गडकरी ने कहा कि अभी तक 28 ड्राइविंग परीक्षण केंद्र खोले जा चुके हैं और 2000 नए केंद्र और खोले जाएंगे। उन्होंने आगे कहा कि यदि टेस्ट पास करने के तीन दिन के भीतर आरटीओ लाइसेंस जारी नहीं करता है तो आरटीओ के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इससे पारदर्शिता बढ़ेगी और भ्रष्टाचार पर लगाम लगेगी।
राजस्थानी फिल्म तावड़ो जल्दी ही अमरीका और दुबई में भी दिखाई जाएगी
उन्होंने बताया कि यह फिल्म देश के 42 सिनेमाघरों में रिलीज की गई है। जल्दी ही यह फिल्म राजस्थानी भाषा में ही अमरीका और दुबई में दिखाई जाएगी। खास तौर से जहां पर लाखों की तादाद में मारवाड़ी रहते हैं। इस फिल्म की कहानी ऐसी है जिसे हिन्दी में भी फिल्माया जा सकता था, किन्तु राजस्थानी भाषा को पूरे देश में मान्यता मिले इस बात को ध्यान में रखते हुए राजस्थान में बनाया गया है। क्योंकि सभी प्रांतों में वहां की फिल्में बहुत चलती है। राजस्थान ही एक ऐसा राज्य है जहां हम राजस्थानी बोलने में भी शर्म महसूस करते हैं। लंबे समय से राजस्थानी भाषा में कोई फिल्म नहीं आई।
उन्होंने बताया कि यह फिल्म राजस्थान मेंं इंटरनेशनल फिल्म के तीन अवार्ड बेस्ट रिजनल फिल्म, बेस्ट म्यूजिक और बेस्ट एक्ट्रेस के अवार्ड से नवाजी जा चुकी है। इस मौके पर कोटा में पले -बढ़े बॉलीवुड में अपनी पहचान बना चुके एक्टर प्रदीप काबरा भी मौजूद थे। उन्होंने कहा कि अभी तक वे फिल्मों में खलनायक का ही रोल करते आ रहे थे। फिल्मों में हीरो के हाथ से पिटते देख एक बार उनकी मां ने हाड़ौती में बोला बेटा लपड़ा-थपड़ा ही खानी छी तो म्हारी खाले तो। थ्हन म्हारी सहेलियां क बीच म्हारी नाक कटा दी। उन्होंने कहा कि मां की इस बात वह नहीं भूले। तावड़ो फिल्म में जब हीरो का रॉल मिला तो तुरंत हां कर दी।
फिल्म में चाइल्ड आर्टिस्ट का रोल करने वाले डांस इंडिया डांस टीवी शो के विनर सचिन जो इस फिल्म में अपनी भूमिका निभा रहे हैं। उन्होंने पत्रकारों को बताया कि यह उनकी पहली फिल्म में है। रेगिस्तान में वह अपने परिजनों से बिछुड़ जाते हैं। हिम्मत के साथ अपने छोटे भाई को संभालते हैं। प्रमोशन के मौके पर फिल्म के डायरेक्टर विजय सुथार और फिल्म की नायिका के पति की भूमिका निभाने वाले सत्येन्द्र सिंह नरुका ने भी फिल्म के बारे में जानकारी दी। इस फिल्म का संगीत ललित पंडित और सिंगर शान, दिव्या कुमार और ललित पंडित आदि हैं।
55 साल की उम्र में वीआरएस लेने वालों के लिए वित्तीय अनुशासन जरूरी
ओम एनक्लेव में रविवार को आयोजित निवेशक जागरुकता कार्यक्रम में यह जानकारी निवेश सलाहकार पंकज लड्ढा ने दी। इस अवसर पर मुख्य अतिथि डॉ. रामपाल थे। उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता के पहले 1947 में आम भारतीय की औसत आयु 37 वर्ष थी। जो मेडिकल सुविधाओं के चलते अब करीब 65 वर्ष हसो गई है। साथ ही अगले 20 वर्षों में यह औसत आयु 80 वर्ष हो जाएगी। इस मौके पर निवेश सलाहकार लड्ढा ने कहा कि रिटायरमेंट फंड को इस तरह से निवेश करना चाहिए वह करीब 15 प्रतिशत का रिटर्न देने की क्षमता रखता हो। ताकि, अगले 30 वर्षों की व्यवस्था हो सके। सहवक्ता सीए अनन्त लड्ढा ने बताया कि परम्परागत निवेश जैसे एफडी में ब्याज दर घटने से रिटायरमेंट फंड को निवेश करने के अन्य विकल्पों पर अच्छे निवेश सलाहकार की सलाह जरूर लेनी चाहिए। जो महंगाई से पार पा सके और धन को बचा सके। लेकिन, किसी भी तरह के गारटेंड रिटर्न के नाम के प्रोडक्ट में भ्रमित नहीं होना चाहिए। म्युचुअल फंड में कोई भी गारंटेड रिटर्न या गारटेंड डिविडेंड के नाम के प्रोडक्ट में भ्रमित नहीं होना चाहिए। म्युचुअल फंड में कोई भी गारंटेड रिटर्न देने वाला प्रोडक्ट नहीं होता है।
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि इंस्ट्रूमेंटेशन लिमिटेड के एमसी माहेश्वरी, ने कहा कि निवेश सलाहकारों की यह सामाजिक जिम्मेदारी बनती है कि वे आईएल कर्मचारियों को उचित सलाह दें। इस अवसर दपर आईएल के ओमप्रकाश शर्मा, संजय शर्मा, महेश लखोटिया, एमए अंसारी समेत कई कर्मचारी मौजूद थे।
विकल्प निवेश प्रतिशत में
लार्ज केप इक्विटी 40 प्रतिशत
मिड व स्माल केप 10 प्रतिशत
ग्रोथ इक्विटी फंड 10 प्रतिशत
एफडी या डेंट फंड 30 प्रतिशत
लिक्विड फंड 5 प्रतिशत
सोना जरूरत के अनुसार 5 प्रतिशत
या गोल्ड ब्रांड
महंगा हुआ सब्सिडी वाला एलपीजी सिलेंडर, अब देने होंगे 5.57 रुपए ज्यादा
नई दिल्ली। सब्सिडी वाले रसोई गैस (एलपीजी) की कीमत में 5.57 रुपए प्रति सिलेंडर का इजाफा किया गया है, जबकि एविएशन फ्यूल के दाम में 5 फीसद की कमी की गई है। यह बीते दो महीने के बढ़त के ट्रेंड से ठीक उलट की स्थिति है। हालांकि, अंतरराष्ट्रीय रुझानों के अनुरूप गैर-सब्सिडी वाले रसोई गैस (एलपीजी) की दर में 14.50 रुपए प्रति सिलेंडर के हिसाब से कटौती की गई है।जेट फ्यूल या एटीएफ की कीमत में 2,811.38 रुपए प्रति किलोलीटर की दर से कटौती की गई है जो कि करीब 5.1 फीसद बैठती है। इस कटौती के साथ ही जेट फ्यूल की कीमत 51,428 रुपए प्रति किलोलीटर हो गई है। ऑयल कंपनियों ने बताया कि नई दरें 1 अप्रैल से ही लागू हो गई हैं।
जेट फ्यूल की कीमतों में की गई यह कटौती उस सीमांत वृद्धि के संदर्भ में है जिसमें 1 मार्च को 214 रुपए प्रति किलो लीटर और 1 फरवरी को 3 फीसद का इजाफा देखने को मिला था।इसी के साथ ही बिना सब्सिडी वाले सिलेंडर, जिनकी खरीद उन लोगों की ओर से की जाती है जिन्होंने या तो सब्सिडी छोड़ रखी है या फिर जिन्होंने 14.2 किलो वाले सालाना 12 सिलेंडर का कोटा पूरा कर लिया है और जिसे बाजार से कम कीमत पर उपलब्ध कराया जाता है, उसकी कीमत भी 737.50 रुपए (14.2 किलो) से घटाकर 723 रुपए कर दी गई थी।
हर 3 से 4 साल में बदल सकते हैं नोट के सुरक्षा मानक, सरकार बना रही योजना
नई दिल्ली। सरकार उच्च मूल्य वर्ग के 500 और 2000 रुपए के बैंक नोटों के सुरक्षा फीचर में वैश्विक मानकों के साथ हर 3-4 साल में बदलाव करने की सोच रही है ताकि जाली नोटों की समस्या से निजात मिल सके। सरकार ने यह फैसला नोटबंदी के बाद पिछले चार महीने में भारी मात्रा में जाली मुद्रा पकड़े जाने के मद्देनजर किया है।गुरुवार को राजधानी में एक उच्चस्तरीय बैठक में चर्चा हुई। बैठक में केंद्रीय गृह सचिव राजीव महर्षि के अलावा वित्त और गृह मंत्रालय के शीर्ष अधिकारी मौजूद थे। गृह मंत्रालय के अधिकारियों ने इस कदम का समर्थन करते हुए कहा कि ज्यादातर विकसित देश अपने मुद्रा नोटों में सुरक्षा फीचर हर 3-4 साल में बदल देते हैं। भारत के लिए इस नीति का पालन करना अनिवार्य है। भारतीय नोटों के डिजाइन में बदलाव लंबे समय से लंबित है।वर्ष 2000 में 1000 रुपए का नोट चलन में आया था और तब से लेकर नोटबंदी तक उसमें कोई बदलाव नहीं किया गया। वहीं 1987 में 500 रुपए के नोट चलन में आया था और इसमें एक दशक पहले ही बदलाव किया गया था। अधिकारियों के अनुसार, नए मुद्रा नोटों में भी अतिरिक्त सुरक्षा फीचर नहीं हैं। हाल ही में पकड़े गए जाली नोटों में पाया गया है कि 17 सुरक्षा फीचर में से कम से कम 11 की नकल की गई है।
NEET 2017: सीबीएसई ने जारी किया नया पोर्टल, ऐसे करें आवेदन
सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद NEET परीक्षा में आवेदन करने की तारीख भी 5 अप्रैल तक बढ़ा दी गई है। सभी इच्छुक अभ्यर्थी जो पहले के नियम की वजह से आवेदन नहीं दे सके थे, वो अब अपना आवेदन अंतिम तारीख तक पूरा कर सकते हैं।
-वेबसाइट पर 25 वर्ष से अधिक उम्र के आवेदक यहाँ पर क्लिक करें
-मांगी जा रही जरूरी जानकारी भरें
BOX OFFICE: ‘नाम शबाना’ ने पहले दिए कमाए 4.75 करोड़
‘बद्रीनाथ की दुल्हनिया’ ने अभी तक कमाए 115 करोड़
मुम्बई। कोटा , झाँसी , जयपुर, मुम्बई और सिंगापुर में फिल्माई फिल्म ‘बद्रीनाथ की दुल्हनिया’ की कमाई का चौथा हफ्ता शुरू हो चुका है। अब देखना यह है कि फिल्म अभी भी करोड़ों में कमा पाती है या नहीं।अभी तक इसकी कुल कमाई 112.13 करोड़ रुपए हो चुकी है। गुरूवार को भी इसने एक करोड़ रुपए कमाए थे। अब अगर यह लाखों में भी कमाए तो कुल कमाई 115 करोड़ रुपए के पार हो जाएगी।यह सबकुछ इस वीकेंड पर निर्भर करेगा। पूरे हफ्ते इस फिल्म ने ‘फिल्लौरी’ के मुकाबले आधी कमाई की है, जो बड़ी बात है। बता दें कि इस फिल्म ने 100 करोड़ रुपए की कमाई को 14 दिन में हासिल किया था। यह साल की चौथी फिल्म है जिसने 100 करोड़ रुपए से ज्यादा धंधा भारत में किया है। इससे पहले ‘रईस’, ‘काबिल’ और ‘जाॅली एलएलबी 2’ इस क्लब में एंट्री ले चुकी हैं।चार हफ्ते इसे रिलीज हुए हो गए हैं। वरुण धवन और आलिया भट्ट की इस फिल्म को माउथ पब्लिसिटी का खासा फायदा मिला। जानना मजेदार है कि आलिया भट्ट की किसी भी फिल्म ने इतनी कमाई नहीं की है। करण जौहर के प्रोडक्शन को ‘एे दिल है मुश्किल’ के बाद मिली यह दूसरी बड़ी सफलता ह