Wednesday, June 26, 2024
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वित्त वर्ष 2016-17 की जीडीपी वृद्धि दर संशोधित कर 7.6 किये जाने की संभावना

 नयी दिल्ली। देश की आर्थिक वृद्धि दर 2015-16 और 2016-17 के लिए नयी आईआईपी और जीडीपी श्रृंखला के कारण संशोधित कर क्रमश: 8.3 फीसद और 7.6 फीसद किये जाने की संभावना है।

एसबीआई की शोध रिपोर्ट इकोरैप के अनुसार जीडीपी आंकड़े 31 मई को जारी किये जाने है और उम्मीद है कि यह बेहतर होंगे। नयी आईआईपी और डब्ल्यूपीआई श्रृंखला का 2013-14 से सभी जीडीपी आंकड़े पर असर होगा।

इकोरैप रिपोर्ट में कहा गया है, ‘‘हम आशा करते हैं कि नयी आईआईपी और जीडीपी श्रृंखला के कारण 2013-14 की जीडीपी वृद्धि दर 6.5 फीसद से संशोधित कर 7.3 फीसद जबकि 2015-16 की जीडीपी वृद्धि दर 7.9 फीसद से संशोधित कर 8.3 फीसद की जाएगी।

वित्त वर्ष 2016-17 की जीडीपी वृद्धि दर 7.1 फीसदी से संशोधित कर 7.6 फीसद किये जाने की संभावना है।’’ रिपोर्ट के अनुसार 19 मई, 2017 तक नये नोट डालने का काम 80 फीसदी पूरा हो चुका है।

इसमें कहा गया है, ‘‘हमारा यह भी अनुमान है कि आठ नवंबर, 2016 और 12 मई, 2017 के बीच जो अतिरिक्त सात लाख करोड़ रपये व्यवस्था में आए उनका 65 फीसदी हिस्सा अब भी इधर-उधर घूम रहा है।

’’ एसबीआई के आर्थिक शोध विभाग के मुख वित्तीय सलाहाकार सौम्या कांति घोष की इस रिपोर्ट में कहा गया है कि प्रचुर तरलता और निम्न मुद्रास्फीति के साथ अच्छा जीडीपी आंकडा आने वाला है लेकिन इससे आरबीआई मौद्रिक प्रबंधन का काम मुश्किल हो जाएगा।

ब्याज दर में कटौती की संभावना नहीं -इक्रा

मुंबई। भारतीय रिजर्व बैंक अगले सप्ताह होने वाली अपनी मौद्रिक समीक्षा में ब्याज दरों  में संभवत: कटौती नहीं करेगा। हालांकि, पूर्व की तुलना में केंद्रीय बैंक का रख कम आक्रामक हो सकता है। घरेलू रेटिंग एजेंसी इक्रा ने यह बात कही है।

इक्रा के प्रबंध निदेशक एवं समूह मुख्य कार्यकारी अधिकारी नरेश टक्कर ने कहा, ‘‘अप्रैल में मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) ने मुद्रास्फीति को लेकर जो कुछ जोखिम बताए थे, अब वे मानसून के परिदृश्य में सुधार, वस्तु एवं सेवा कर के कर ढांचे को तय किए जाने और जिंस कीमतांे में कमी से अब इनमें से कई चीजें नहीं रह गईं हैं।’’

उन्होंने कहा कि मुख्य मुद्रास्फीति चार प्रतिशत के आंकड़े से नीचे आ गई है। लगातार छठे महीने यह इस स्तर पर रही है। सरकार ने रिजर्व बैंक के लिए मध्यम अवधि में मुद्रास्फीति का यही लक्ष्य तय किया है। टक्कर ने कहा कि मुद्रास्फीति जोखिम में कमी के मद्देनजर एजेंसी को उम्मीद है कि मौद्रिक नीति संबंधी वक्तव्य और एमपीसी उसका ब्योरा अप्रैल की तुलना में कुछ नरम रह सकता है।

इक्रा ने कहा कि मुद्रास्फीति जोखिम में कुछ कमी से एमपीसी वित्त वर्ष 2017-18 के लिए उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति के लक्ष्य को कुछ संशोधित कर सकती है।रेटिंग एजेंसी ने कहा कि केंद्रीय बैंक वित्त वर्ष के लिए अपने 7.4 प्रतिशत की वृद्धि दर के अनुमान में भी बदलाव कर सकता है।

जीएसटी : चम्मच हुआ थाली से दूर, एक ही तरह के आइटमों पर अलग-अलग रेट

नई दिल्ली। गुड्स ऐंड सर्विसेज टैक्स (जीएसटी) की दरों को खंगालने में जुटी ट्रेड-इंडस्ट्री को अब इसकी बारीकियां खटकने लगी हैं। एक ही मटीरियल से बनी और एक जैसे इस्तेमाल वाली चीजों पर अलग-अलग टैक्स दरों को लेकर शिकायतें बढ़ रही हैं। स्टील से बनी थाली पर जहां 12 प्रतिशत जीएसटी लगेगा, वहीं चम्मच, कांटा और दूसरे कटलरी आइटमों पर रेट 18 प्रतिशत होगा। इसी तरह बिल्डिंग मिटीरियल, स्टेशनरी और रोजमर्रा के इस्तेमाल वाली कई चीजों पर भी रेट में अंतर का विरोध हो रहा है।

स्टेनलेस स्टील से बने कई आइटमों को अलग एचएसएन कोड और स्लैब दिए जाने से नाराज दिल्ली बर्तन निर्माता संघ के प्रेजिडेंट सतीश कहते हैं, ‘स्टील के बरतन और कटलरी आइटमों पर एक्साइज, कस्टम ड्यूटी और वैट दरों में भी कोई अंतर नहीं है। दोनों ही तरह के सामान साथ बिकते हैं और कई बार पैकेज के रूप में भी वितरित होते हैं। ऐसे में इन पर 12 और 18 प्रतिशत रेट से पूरी इंडस्ट्री चेन प्रभावित होगी। हमने वित्त मंत्री को भी इस बारे में लिखा है।’

चावड़ी बाजार में बिल्डिंग मटीरियल कारोबारी बताते हैं, ‘लोहे की खिड़की, दरवाजे, चौखट, शटर पर मामूली बदलावों के चलते 12 और 18 के दो रेट सामने आ रहे हैं, जबकि फ्लोरिंग, किचन फिटिंग और बाथ फिटिंग से जुड़े उपकरणों पर यह रेंज 12 से 28 फीसदी तक जाती है। रेट में अंतर से व्यापार घाटे के अलावा कंप्लायंस कॉस्ट भी एक बड़ी चिंता होगी।’

वह बताते हैं कि सेरामिक टेबलवेयर, किचनवेयर, टॉइलट आर्टिकल्स पर 18 प्रतिशत जीएसटी लगेगा, जबकि कुछ सेरामिक फ्लोरिंग ब्लॉक और टाइल्स पर 28 प्रतिशत रेट होगा। इसी मार्केट में स्टेशनरी के होलसेल ट्रेड में भी रेट अंतर पर सवाल उठ रहे हैं। स्लेट पेंसिल, चॉक स्टिक कर मुक्त हैं, लेकिन आम पेंसिल, क्रेऑन, पेस्टल पर 12 प्रतिशत जीएसटी लगेगा। कागज की किस्म और इस्तेमाल के आधार पर टैक्स रेट में भी काफी अंतर है।

डेयरी प्रॉडक्ट्स के बाजार में भी अलग-अलग रेट की चिंता ट्रेडर्स को खाए जा रही है। फ्रेश मिल्क को टैक्स फ्री रखा गया है, लेकिन घी और मक्खन पर 12 प्रतिशत जीएसटी होगा। बेबी फीड मिल्ड या शुगर ऐडेड मिल्क पर 5 प्रतिशत जीएसटी तय किया गया है। ब्रेल क्लॉक, टेबल क्लॉक, कलाई घड़ी और स्टॉप वॉच में रेट का अंतर 12 से 28 प्रतिशत तक का है। इसी महीने जीएसटी काउंसिल ने 211 वस्तुओं और 36 सेवाओं को चार टैक्स स्लैब में डाला था।

ऑडी पर बंपर डिस्‍काउंट, कारों के दामों में 10 लाख तक की कटौती

नई दिल्ली। अगर आप एक लग्जरी कार खरीदने का मन बना रहे हैं तो यह गोल्डन चांस है आपके लिए। जर्मनी की लग्जरी कार निर्माता कंपनी ऑडी ने अपनी कारों पर कीमतों में 10 लाख रुपए तक की कटौती कर दी है।यह कटौती कंपनी ने भारतीय कार बाजार के लिए की है जोकि 30 जून तक जारी रहेगी।

ऑडी डीलर के मुताबिक ऑडी की कारों पर 50 हजार रुपये से लेकर 10 लाख रुपये तक दाम घटा दिए हैं और यह दाम ऑडी A3 एंट्री सेडान से लेकर महंगी A8 मॉडल पर लागू होंगे।  ये हमारे पुराने स्टॉक को खत्म करने का तरीका नहीं है, बल्कि हम अपनी नई कारों पर भी कंज्यूमर्स को डिस्काउंट दे रहे हैं।

इस समय ऑडी भारत में A3 सेडान से लेकर A 8 प्रीमियम सेडान कारें बेचती है जिनकी कीमत 30 लाख रुपए 1.15 करोड रुपए के बीच हैBMW ने दिये ये ऑफर्सBMW ने ग्राहकों को कम दरों पर ब्याज की पेशकश की है। कंपनी अपने ग्राहकों को बैंक से कम ब्याज दर पर ऑटो लोन फाइनेंस कर रही है। इसके साथ साथ कार का फ्री इंश्योरेंस और गाड़ी पुरानी हो जाने के बाद वापस खरीदने जैसी पेशकश भी कर रही है।

यह सभी आफर्स कंपनी की ओर से 30 जून तक दिये जा रहे हैं।इसके साथ साथ कंपनी कार की मेंटेनेंस पर भी ग्राहकों को अच्छे ऑफर्स दे रही है। कंपनी की ओर से यह कहा गया कि ने कहा है कि BMW ने भले ही अपनी गाड़ियों की कीमतें कम नहीं की हों लेकिन उनकी ओर से दिये जा रहे ये आकर्षक ऑफर्स कीमतें कम करने से ज्यादा लाभकारी हैं।

बैंकों की किस्त चुकाना भी मुश्किल हुआ अनिल अंबानी की आरकॉम का

नई दिल्ली। रिलायंस कम्युनिकेशंस (आरकॉम) की हालत क्रेडिट रेटिंग एजेंसियों के अनुमान से कहीं ज्यादा खराब है। अनिल धीरूभाई अंबानी ग्रुप की यह कंपनी 10 भारतीय बैंकों को लोन की किस्त नहीं चुका पाई है। इनमें से कुछ ने आरकॉम के लोन को अपनी एसेट बुक में ‘स्पेशल मेंशन अकाउंट (एसएमए)’ कैटेगरी में डाल दिया है।

एसएमए एसेट्स वैसे लोन को कहते हैं, जिसमें कर्ज लेने वाले का ब्याज बकाया होता है। अगर तय तारीख के 30 दिनों तक इसका भुगतान नहीं होता तो उसे एसएमए 1 और 60 दिनों के बाद एसएमए 2 कैटेगरी में डाल दिया जाता है। वहीं, अगर 90 दिनों तक ब्याज का भुगतान नहीं होता तो लोन नॉन-परफॉर्मिंग एसेट्स (एनपीए) हो जाता है।  यहां के 10 बैंकों ने या तो इस लोन को एसएमए 1 या एसएमए 2 कैटेगरी में डाल दिया है।

केयर और इकरा के रेटिंग घटाए जाने के बाद आरकॉम के शेयर पिछले दो हफ्ते में 20 पर्सेंट गिरे हैं। हालांकि, रेटिंग एजेंसियों के पास एसएमए लोन की जानकारी नहीं है। बैंक आपस में इस इंफॉर्मेशन को शेयर करते हैं और वे आरबीआई को भी इसकी जानकारी देते हैं। केयर ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि मुकेश अंबानी की रिलायंस जियो के चलते आरकॉम का रिस्क प्रोफाइल बढ़ गया है। इसलिए उसकी रेटिंग घटाई गई है।

अगर कंपनी के लोन डिफॉल्ट की जानकारी उन्हें मिलती है तो आरकॉम की रेटिंग में और कुछ नॉच की कमी की जा सकती है।
आरकॉम के लोन डिफॉल्ट के बारे में ईटी की तरफ से पूछे गए सवाल पर कंपनी के प्रवक्ता ने कहा, ‘एयरसेल और ब्रुकफील्ड के साथ डील एग्रीमेंट के बाद आरकॉम ने बैंकों से कहा है कि वह 25,000 करोड़ रुपये का कर्ज 30 सितंबर 2017 तक या उससे पहले चुकाएगी।

उन्होंने यह भी बताया कि आरकॉम अभी इन दोनों सौदों के लिए बैंकों से सहमति ले रही है। उन्होंने कहा कि अपने स्टेकहोल्डर्स के हित में कंपनी जल्द से जल्द दोनों सौदों को पूरा करना चाहती है। प्रवक्ता ने बताया, ‘दोनों डील के लिए कई अप्रूवल पहले ही मिल चुके हैं। दूसरी मंजूरियों को लेकर हम सही दिशा में आगे बढ़ रहे हैं।

इन प्लान्स को देखते हुए हमें सभी लोन देनदारियों को समय पर पूरा किए जाने का भरोसा है। इससे कंपनी पर कर्ज भी काफी कम होगा।’ आरकॉम को मार्च 2017 क्वॉर्टर में 966 करोड़ रुपये का लॉस हुआ था। यह लगातार दूसरी तिमाही थी, जब कंपनी घाटे में रही थी। वहीं, वित्त वर्ष 2017 भी कंपनी के लिए लॉस का पहला साल रहा।

टेलीकॉम कंपनी पर 31 मार्च तक 42,000 करोड़ रुपये का कर्ज था, जिसमें वह एयरसेल और ब्रुकफील्ड डील्स के जरिये कमी की उम्मीद कर रही है। आरकॉम ब्रुकफील्ड को अपनी टावर यूनिट रिलायंस इंफ्राटेल की 51 पर्सेंट हिस्सेदारी 11,000 करोड़ रुपये में बेच रही है।

ICICI बैंक की MD व सीईओ चंदा  को 7.85 करोड़ का पैकेज मिला

नई दिल्ली। देश के सबसे बडे़ प्राइवेट बैंक आईसीआईसीआई बैंक की मैनेजिंग डायरेक्टर व सीईओ चंदा कोचर को बीते वित्त वर्ष 2016-17 के दौरान 7.85 करोड़ रुपए कुल पैकेज मिला।उनके वेतन पैकेज में पिछले साल के मुकाबले करीब 64 फीसदी का इजाफा हुआ है।

दैनिक आधार पर गणना की जाए तो उन्होंने 2.18 लाख रुपए प्रतिदिन वेतन मिला।31 मार्च 2017 को समाप्त हुए वित्त वर्ष के दौरान कोचर का मूल वेतन 15 फीसदी बढ़कर 2.67 करोड़ रुपए हो गया। आलोच्य वर्ष के दौरान उन्हें 2.2 करोड़ रुपए होम परफोर्मेस बोनस मिला।कमजोर वित्तीय नतीजों के चलते उन्हें वर्ष 2015-16 के दौरान बोनस नहीं मिला था।

उस दौरान उनकी कुल सीटीसी [कॉस्ट टू कंपनी] 4.79 करोड़ रुपए थी। इसमें 2.32 करोड़ रुपए मूल वेतन शामिल था।उनके कुल पैकेज में रिटायरमेंट लाभ भी शामिल हैं। अन्य लाभों में साज-सज्जा युक्त आवास, गैस, बिजली व पानी कनेक्शन, फर्निशिंग, क्लब फीस, ग्रुप इंश्योरेंस, कंपनी कार, आवास पर टेलीफोन, लीव ट्रैवल कंसेशन [एलटीसी] और पीएफ भी शामिल है।

बिना टिकट नाबालिग को पकड़ा तो टीटीई नहीं वसूल पाएंगे जुर्माना

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ग्वालियर। रेलवे बोर्ड के हाल में जारी आदेश से ट्रेन और रेलवे स्टेशन पर टिकट चेकिंग करने वाले स्टाफ में खलबली मची हुई है। नई व्यवस्था के तहत अब अगर टीटीई ने बिना टिकट सफर करते या रेलवे के किसी भी नियम का उल्लंघन करते किसी नाबालिग को पकड़ा तो अब उनसे सीधे जुर्माना नहीं वसूला जा सकेगा।

अगर ऐसा किया तो स्टाफ पर कार्रवाई हो जाएगी। इस सर्कुलर से ग्वालियर का चेकिंग स्टाफ सबसे ज्यादा परेशान है, क्योंकि ग्वालियर में काफी संख्या में इस तरह के बिना टिकट यात्री पकड़े जाते हैं। भिंड, मुरैना की ट्रेनों में ऐसे यात्रियों की संख्या काफी अधिक रहती है।दरअसल, अभी तक ट्रेनों में अगर बिना टिकट सफर करते या रेलवे के किसी भी नियम का उल्लंघन करते हुए नाबालिग को पकड़ा जाता था तो उस पर चेकिंग स्टाफ जुर्माना वसूल लेता था।

जुर्माना वसूलने के बाद इन्हें छोड़ दिया जाता था।इस मामले में 31 दिसम्बर 2016 को केरला राज्य बाल अधिकार आयोग ने रेलवे बोर्ड को सुझाव दिया था कि नाबालिग से किसी भी सूरत में सीधे जुर्माना न वसूल किया जाए। आयोग के इस सुझाव को रेलवे बोर्ड ने हाल ही में मंजूरी प्रदान की है। दो दिन पहले रेलवे बोर्ड ने देश के सभी रेलवे जोन के चीफ कमर्शियल मैनेजर को सर्कुलर जारी किया।

इसमें स्पष्ट उल्लेख किया गया है कि अगर कोई नाबालिग बिना टिकट सफर करता हुआ या रेलवे के किसी नियम का उल्लंघन करता मिले तो उस पर सीधे कार्रवाई न की जाए। इसके लिए पहले जुबेनाइल जस्टिस बोर्ड को एक रिपोर्ट सौंपनी होगी। इसके बाद आगे की कार्रवाई वहीं से तय होगी। अगर सीधे कार्रवाई की तो चेकिंग स्टाफ के खिलाफ ही कार्रवाई हो जाएगी।यह नया आदेश चेकिंग स्टाफ को भी भेज दिया गया है।

इस आदेश के बाद ग्वालियर में तो चेकिंग स्टाफ ऐसे किसी भी यात्री से टिकट मांगने से डर रहा है, जिसकी उम्र कम दिख रही हो। ग्वालियर में यह संकट अधिक है, क्योंकि ग्वालियर में प्रतिदिन दर्जनों नाबालिग यात्री बिना टिकट पकड़े जाते हैं। इनमें सबसे ज्यादा संख्या छात्रों की होती है, जो आसपास के जिले, गांव से यहां पढ़ने आते हैं।

विक्रम सिंह डायरेक्टर पैसेंजर मार्केटिंग, रेलवे बोर्ड का कहना हैअभी तक नाबालिग बिना टिकट पकड़ा जाता था तो चेकिंग स्टाफ जुर्माना वसूल लेता था। लेकिन अब नाबालिग से सीधे किसी प्रकार का जुर्माना नहीं वसूल सकेंगे, इस संबंध में सभी जोन के चीफ कमर्शियल मैनेजर को निर्देश जारी किए गए हैं। नाबालिगों के अधिकारों की रक्षा के लिए यह निर्णय लिया गया है। 

 

सेंट जोसेफ सी. सैकंडरी स्कूल में टॉपर्स ने बाजी मारी

कोटा। सीबीएसई 12वीं के रिजल्ट में सेंट जोसेफ सीनियर सैकंडरी स्कूल के विद्यार्थियों ने साइंस एवं कॉमर्स संकाय में शानदार सफलता का परचम लहराया। स्कूल की दो छात्राओं निशिता चित्तोडा साइंस मैथ्स में 95 प्रतिशत तथा बलदीप कौर ने कॉमर्स में 95 प्रतिशत अंकों के साथ स्कूल टॉपर रहीं। साइंस बायोलॉजी में अनुराग तिवारी को सर्वाधिक 94.2 प्रतिशत अंक मिले। 

समूह के चेयरमैन डॉ अजय शर्मा ने बताया कि स्कूल में 3 मेधावी विद्यार्थी 100 प्रतिशत अंकों के साथ सब्जेक्ट टॉपर बने। रश्मि अग्रवाल ने इकोनॉमिक्स में 100, बिजनेस स्डडी में करनदीप सिनवाला ने 100 व फिजिकज एजुकेशन में अनन्या दुबे ने 100 अंक प्राप्त किए।

बलदीप कौर

मैथ्स में 4 स्टूडेंट करमदीप सिनवाला, श्रेया खुवाल, शिवम भाटिया व प्रणव मंगल ने 99 अंक, बायोलॉजी में अनुराग तिवारी ने 99 अंक, केमिस्ट्री में स्कूल के प्रियांशु सिंह, रितिका अजमेरा व गर्वित मेहता ने 98 अंक, फिजिक्स में दिव्यांश मित्तल ने 97 अंक, अन्विता अजमेरा ने इंग्लिश में 95 तथा अकाउंट्स में बलदीप, पुनीत पंजवानी, हर्षिता, पलक पटेल, व तन्वी जैन ने 95 अंकों के साथ सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया।

स्कूल टॉपर्स – 

  • मां का सपना पूरा कर दिखाया
  • बलदीप कौर, कॉमर्स, 95 प्रतिशत
निशिता चित्तोडा

2 साल पूर्व पिता इंद्रजीत सिंह की मृत्यु के बाद मां हरमीत कौर ने शिक्षक होने के नाते मुझे संभाला। सेंट जोसेफ स्कूल ने कक्षा-8 से ही मेरी मदद की, जिससे मेरी मैथ्स व अकाउंट्स अच्छी हो गई। मैने 3 घंटे रेगुलर पढ़ाई की। इकोनॉमिक्स में 97, मैथ्स व इंग्लिश में 96 व अकाउंट्स में 95 अंकों के साथ मुझे बोर्ड में 95 प्रशित अंकों से सफलता मिली। मैं सीए बनकर मां का सहारा बनूंगी।

  • बचपन से कोई ट्यूशन नहीं ली
  •  निशिता चित्तोडा, साइंस मैथ्स, 95 प्रतिशत

मैने बचपन से कोई ट्यूशन नहीं ली। नर्सरी से 12वीं तक सब कुछ स्कूल लेवल पर ही सीखा। आईआईटी मेरा टारगेट है लेकिन कोई प्रेशर नहीं लिया, इस वर्ष केवल बोर्ड एग्जाम पर फोकस किया। अब सेल्फ स्टडी करके जेईई की तैयारी करूंगी। पढाई के साथ ड्राइंग में मेरी रूचि है, उसमें भी कुछ अलग करूंगी। पिता गिरीश कुमार चित्तोडा कोटा में अम्बूजा सीमेंट के एक्जीक्यूटिव अधिकारी और मां स्वत्रंत लता टीचर हैं।

 

सीबीएसई बोर्ड 12th 2017 के नतीजे घोषित, लड़कियों ने बाजी मारी

नई दिल्ली। सीबीएसई बोर्ड ने रविवार को 12वी 2017 के नतीजे घोषित कर दिए । देशभर के 10,678 स्कूलों के 10,98,891 छात्रों ने 12वीं कक्षा की परीक्षा दी थी। इसमें 4,60,026 छात्राएं और 6,38,865 छात्र शामिल हुए थे। आपको बता दें कि छात्रों को सीबीएसई की मॉडरेशन पॉलिसी के एजुकेशन बायलॉज के पांच प्वाइंट के आधार पर राहत दी गई है। 

अजमेर रीजन में कुल 84.20 फीसदी विद्यार्थी उत्तीर्ण घोषित किए गए हैं। इसमें लड़कियों ने बाजी मारी है। लड़कियों का परिणाम 88.60 प्रतिशत रहा और लड़कों का परिणाम 81.10 ही रहा। मॉडरेशन पॉलिसी का लाभ देते हुए सीबीएसई ने परिणाम जारी किया। लड़कियों का परिणाम 88.60 और लड़कों का परिणाम 81.10 प्रतिशत रहा

  • सीबीएसई अजमेर रीजन के राजस्थान, गुजरात, मध्य प्रदेश और दादर व नागर हवेली के सीबीएसई से संबद्ध स्कूलों के 127439 विद्यार्थी 12वीं कक्षा के लिए पंजीकृत किए गए। इनमें से 834 ने परीक्षा नहीं दी और कुल 126605 विद्यार्थी परीक्षा में प्रविष्ट हुए।
  • कुल 106651 विद्यार्थियों को उत्तीर्ण घोषित किया गया है।
     
  • 55 विद्यार्थियों के परिणाम रोके गए हैं और 11088 विद्यार्थियों को कंपार्ट दिया गया है।
  •  सीबीएसई ने 12वीं में 8811 विद्यार्थियों को फेल घोषित किया है। कुल 82.20 प्रतिशत परिणाम रहा।

लड़कियों का परिणाम एक नजर में

  •  सीबीएसई द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार इस वर्ष सीबीएसई की 12वीं कक्षा में अजमेर रीजन से कुल 52951 लड़कियां पंजीकृत की गईं। इनमें से 192 ने परीक्षा नहीं दी। कुल 52759 लड़कियां 12वीं की परीक्षा में बैठीं। 28 का परिणाम रोका गया है।
  •  46763 लड़कियां उत्तीर्ण घोषित की गई हैं। 3704 लड़कियों के कंपार्ट दिया गया है। 2264 लड़कियों को अनुत्तीर्ण घोषित किया गया है।

लड़कों का परिणाम एक नजर में
– अजमेर रीजन में 12वीं कक्षा में कुल 74488 लड़के पंजीकृत किए गए। इनमें से 642 परीक्षा में अनुपस्थित रहे। कुल 73846 लड़कों ने परीक्षा दी। 27 का परिणाम रोका गया है। इस परीक्षा में 59888 लड़कों को उत्तीर्ण घोषित किया गया है। 7384 को कंपार्ट के लिए पात्र घोषित किया गया है। 6547 अनुत्तीर्ण रहे हैं।

डिजिटल मार्कशीट की सुविधा
 पहली बार सीबीएसई ने छात्रों को डिजिटल मार्कशीट की सुविधा दी है। इसके अलावा 12वीं का रिजल्ट आईवीआर के जरिए भी उपलब्ध है। इसके साथ ही बोर्ड संबंधित सभी स्कूलों को रिजल्ट मेल भी करेगा।

अपना रिजल्ट यहा देखें 

ऐसे देखें रिजल्ट
 रिजल्ट बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट www.cbse.nic.in, www.cbseresults.nic.in या results.nic.in पर जारी किया गया। रिजल्ट देखने के लिए CBSE 12th Result 2017 की लिंक पर क्लिक करें।

दिवी 12वीं कॉमर्स में 96.4 प्रतिशत अंक हासिल कर बनी स्कूल टॉपर 

स्पीड व एक्यूरेसी पर किया फोकस -दिवी गुप्ता

कोटा। डीएवी स्कूल की छात्रा दिवी गुप्ता 12वीं कॉमर्स में 96.4 प्रतिशत अंक हासिल कर स्कूल टॉपर बनी। उसे 500 में से 482 अंक मिले। मैथ्स व बिजनेस स्टडी दोनों विषयों 99 तथा इकोनॉमिक्स में 98 मार्क्स प्राप्त किए। उसने नियमित सेल्फ स्टडी करते हुए स्पीड व एक्यूरेसी पर विशेष ध्यान दिया। दीदी सीए रूपल ने उसे गाइड किया। नेशनल क्रिएटिविटी ओलिम्पियाड में ऑल इंडिया रैंक-9 अर्जित की तथा इंटरनेशनल इंग्लिश ओलिम्पियाड में स्टेट टॉपर भी रही। अब वह ग्रेजुएशन के साथ एक्चुरियल साइंस कोर्स करेगी।

पिता– अरविंद गुप्ता, सर्विस
मां– उषा गुप्ता, गृहिणी

पहले डाउट क्लिअर करो, फिर आगे बढ़ा़े -लतिका खन्ना
डीएपी स्कूल की लतिका खन्ना ने 12वीं कॉमर्स में 96 प्रतिशत अंक प्राप्त किए। उसे 500 में से 480 अंक मिले। उसने सभी विषयों में कंसेप्ट क्लिअर करने पर ध्यान दिया। पहले सभी डाउट क्लिअर करो, फिर आगे बढ़ा़े, इस पर अमल करते हुए उसे इकोनामिक्स में 100 अंक तथा बिजनेस स्टडी में 98 अंक मिले। उसकी एंकरिंग में रूचि है। माइक्रोसॉफ्ट में आईआईटीयन भाई कपिल की मेहनत से उसे प्रेरणा मिली। वह सीपीटी देकर सीए बनना चाहती है।

पिता-जीके खन्ना, रिटा. बैंक प्रबंधक
मां– नीलम खन्ना