Sunday, June 16, 2024
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जस्टिन बीबर के मुंबई में शो पर 100 करोड़ खर्च , अब तक का सबसे बड़ा और महंगा कंसर्ट

मुंबई। ग्रैमी अवॉर्ड विजेता कनाडाई सिंगर 23 वर्षीय जस्टिन बीबर का जादू भारत में बाहुबली के बाद दूसरा फीवर साबित हुआ। बुधवार रात मुंबई के डीवाई पाटिल स्टेडियम में  उनका पहला गीत था ‘द फीलिंग’। हुई लाइव परफॉर्मेंस में उनके प्रशंसक झूम उठे। जस्टिन के 90 मिनट के शो पर करीब 100 करोड़ रुपये खर्च हुए।

सेटअप पर ही करीब 26 करोड़ खर्च किए गए हैं, जबकि बीबर की फीस, ट्रैवलिंग, होटल और डिमांड पर 25 से 30 करोड़ रुपये खर्च हुए ।फोर्ब्स मैग्जीन के मुताबिक, 2016 में बीबर की सालाना कमाई 5.6 करोड़ डॉलर (करीब 358 करोड़ रुपये) थी।  मुंबई में हुआ जस्टिन का यह कंसर्ट अब तक का सबसे बड़ा और महंगा कंसर्ट माना जा रहा है। इसमें करीब 45 हजार दर्शक जुटे।

सबसे महंगा टिकट 76 हजार का

इसका सबसे महंगा टिकट 76 हजार रुपये में बिका। 29 राज्यों का भोजन परोसा भारतीय खाने के शौकीन जस्टिन को भारत के 29 राज्यों का प्रतिनिधित्व करने वाले व्यंजन परोसे गए।  व्यंजन राजस्थान से आए शाही खानसामों ने बनाए।

सोने-चांदी की प्लेटों में खाना

खाना परोसने के लिए खासतौर से सोने-चांदी की प्लेटें बनाई गई थीं, जिस पर जस्टिन और उनकी टीम के नाम हिंदी में उकेरे गए हैं।
फैशन वर्ल्ड के जाने-माने डिजाइनरों ने बीबर को देने के लिए खास गिफ्ट तैयार किए हैं। डिजाइनर रोहित बल ने कॉटन और वेलवेट की बाइकर जैकेट डिजाइन की है।

बच्चों संग पहुंचे सितारे

बीबर के कंसर्ट में बालीवुड के सितारे अपने परिवार के साथ दिखाई दिए। अरबाज खान जहां पत्नी मलाइका व बेटे के साथ दिखे तो श्रीदेवी भी पति बोनी कपूर व बेटी के साथ पहुंची। सोनाली बेंद्रे ने कहा कि उनका बेटा बीबर का बहुत बड़ा फैन है।  सिने सितारों में आलिया भट्ट, जैकलीन फर्नांडीज, रेमो डिसूजा, रोहित रॉय, अनु मलिक व अरमान मलिक भी डीवाई पाटिल स्टेडियम पहुंचे।

इंसानों जैसा सटीकअनुवाद करेगी फेसबुक

नई दिल्ली।  सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक भाषा की बंदिश तोड़ने के लिए इंसानों जैसा सटीक अनुवाद की सुविधा देने की तैयारी में जुट गई है। फिलहाल कंपनी ने अभी एक प्रोटोटाइप तैयार किया है, लेकिन उसका दावा है कि यह दूसरे ट्रांसलेटर सॉफ्टवेयर की तुलना में नौ गुना तक तेज गति से अनुवाद करने में सक्षम है।

फेसबुक में आर्टिफिशल इंटेलीजेंस पर काम करने वाले इंजीनियर डेविड ग्रेंगियर ने कहा, ‘हम एक ऐसा ट्रांसलेटर सॉफ्टवेयर बनाने पर काम कर रहे हैं, जो फेसबुक पर कारगर हो। आमतौर पर किताबी बातों का अनुवाद और सामान्य बोलचाल की बातों का अनुवाद अलग होता है।’

फेसबुक में अनुवाद की नई तकनीक अभी शोध के स्तर पर ही है। हालांकि इससे जुड़े शोधकर्ताओं को उम्मीद है कि यह जल्द ही सबके लिए उपलब्ध होगा।  इसे इस तरह से तैयार किया जा रहा है कि किसी वाक्य का अनुवाद करने से पहले यह उसको उसी तरह समझे, जैसे मनुष्य का दिमाग समझता है।

फिलहाल यह स्पष्ट नहीं है कि फेसबुक का यह सॉफ्टवेयर किन भाषाओं में अनुवाद की सुविधा देगा। गौरतलब है कि अभी गूगल और दूसरे प्लेटफार्म पर एक भाषा से दूसरी भाषा में अनुवाद करने की सुविधा उपलब्ध है, लेकिन यह अनुवाद कई बार उम्मीदों पर खरा नहीं उतरता है।

आयकर की नजर अब बेनामी संपत्ति पर, 300 से अधिक मामलों में होगी कार्रवाई  

मुंबई। आयकर विभाग ने कई शहरों में बेनामी संपत्ति मालिकों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है। इन लोगों ने अवैध तरीके से हासिल कमाई किसी और के नाम पर रखी है। विभाग ऐसे 300 से अधिक मामलों में बेनामी लेनदेन (रोकथाम) कानून के तहत कार्रवाई कर सकता है। कानून के तहत अवैध संपत्ति रखने वाले व्यक्ति और उसके असली मालिक की संपत्ति जब्त की जा सकती है और मुकदमा चलाया जा सकता है।
 
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में एक बैठक में आयकर विभाग को ‘ऑपरेशन क्लीन मनी’ के दौरान पकड़ में आए बेनामी संपत्ति मालिकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए थे। इसके बाद ही विभाग ने यह कदम उठाया है।

प्रधानमंत्री के निर्देश के बाद केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने दिल्ली, अहमदाबाद, पुणे, कोलकाता, हैदराबाद और चेन्नई सहित 16 क्षेत्रों में 30 विशेष दलों का गठन किया है। प्रत्येक दल में 4 आयकर अधिकारी होंगे, जिनकी अगुआई संबंधित क्षेत्र के अतिरिक्त आयुक्त करेंगे।
 
‘ऑपरेशन क्लीन मनी’ के दूसरे चरण में ऐसे 1,300 लोग पहचाने गए हैं, जिनका जमीन-जायदाद में भारी निवेश उनके आयकर रिटर्न और वैध कमाई से मेल नहीं खाता। उनकी संपत्ति की कुल कीमत 6,000 करोड़ रुपये से अधिक होने का अनुमान है।

सीबीडीटी के एक वरिष्ठï अधिकारी के मुताबिक इनमें से 35-40 फीसदी लोग बेनामी लेनदेन में शामिल हैं। उन्होंने कहा, ‘ऐसे सैकड़ों मामले हैं, जहां कर्मचारी ट्रस्ट के नाम पर खाते खोले गए हैं, चपरासी और ड्राइवर के नाम पर जमीन या फ्लैट खरीदे गए हैं।’ 

नोटबंदी के निर्णय पर जानकारी से RBI का इंकार

नई दिल्ली। नोटबंदी की घोषणा होने के छह महीने बाद भी भारतीय रिजर्व बैंक ने इस फैसले की प्रक्रिया की जानकारी देने से इन्कार कर दिया है।उसका कहना है कि यह जानकारी देना देश की अर्थव्यवस्था के लिए घातक हो सकती है।

सूचना के अधिकार कानून के तहत जानकारी मांगे जाने पर आरबीआई  ने कहा कि यह जानकारी देने से सरकार की भावी आर्थिक व वित्तीय नीतियां प्रभावित हो सकती है। आरबीआई  से 500 और 1000 रुपये के पुराने बंद करने का फैसला लेने के लिए हुई बैठकों के विवरण की प्रतियां मांगी गई थीं। 

समाचार एजेंसी द्वारा दायर आरटीआइ प्रार्थना पत्र के जवाब में आरबीआई  ने कहा कि नोटबंदी पर मांगी गई जानकारी के आंकड़े, स्टडी व सर्वे रिपोर्ट और विचार समेत समूची सामग्री  संवेदनशील है। ये जानकारी नोटबंदी की प्रक्रिया से जुड़ी है और इन पर ही विचार करके फैसला किया गया।

आरबीआई  के अनुसार यह जानकारी सार्वजनिक करना देश के आर्थिक हित में नहीं है।आरबीआई  के अनुसार इसके आधार पर मांगी गई जानकारी आरटीआई  कानून के सेक्शन 8 (1) (ए) के तहत सार्वजनिक करने से मुक्त रखने योग्य है।

घरेलू निवेशक दे रहे विदेशियों को टक्कर , हिस्सेदारी घटकर 23.7 फीसदी

मुंबई। बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) की शीर्ष 500 कंपनियों में हिस्सेदारी के मामले में अब विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) का वर्चस्व खत्म होने केे कगार पर पहुंच गया है। पिछले दो वर्षों में भारत के घरेलू निवेशकों ने बीएसई 500 कंपनियों में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाकर 22.2 फीसदी तक पहुंचा दी है जबकि इस अवधि में एफपीआई की हिस्सेदारी घटकर 23.7 फीसदी पर आ गई है। 
 
इन कंपनियों में अपना अंशदान बढ़ाने वाले घरेलू निवेशकों में संस्थागत निवेशकों के साथ खुदरा निवेशक भी शामिल हैं। इक्विटी निवेश के प्रति खुदरा निवेशकों में बढ़ते आकर्षण का ही असर है कि बीते दो वर्षों में उनकी हिस्सेदारी करीब 300 आधार अंक तक बढ़ गई है।विशेषज्ञों का कहना है कि घरेलू खुदरा निवेशक अब इक्विटी खरीदने के लिए पहले से कहीं अधिक इच्छुक हैं और इसी वजह से बीएसई 500 कंपनियों में उनकी हिस्सेदारी बढ़ रही है। 

 ‘घरेलू खुदरा निवेशकों के लिए अब इक्विटी काफी पसंदीदा निवेश विकल्प बन गए हैं। ये निवेशक लंबे समय तक निवेश का नजरिया भी दिखा रहे हैं। एफपीआई भी भारतीय बाजार में पैसे कमानेे के लिए इसी तरह का रवैया अपनाते आए हैं।’वर्ष 2015 के पहले घरेलू निवेशक मूलत: शेयर विक्रेताओं की तरह ही बर्ताव करते थे जिससे इन कंपनियों में अपनी हिस्सेदारी को वे विदेशी निवेशकों के हवाले कर देते थे। मार्च 2017 के अंत में एफपीआई ने बीएसई500 कंपनियों में करीब 25 लाख करोड़ रुपये का निवेश कर रखा था जो मार्च 2015 के 23.7 लाख करोड़ रुपये के स्तर से 5.6 फीसदी अधिक है।

जबकि इस अवधि में इन कंपनियों का सम्मिलित बाजार पूंजीकरण 16 फीसदी बढ़ गया। शीर्ष 500 कंपनियों में घरेलू निवेशकों का कुल निवेश करीब 23.3 लाख करोड़ रुपये रहा है। यह मार्च 2015 की तुलना में 34.4 फीसदी की उछाल दर्शाता है। इसमें से करीब 45 फीसदी निवेश यानी 10.4 लाख करोड़ रुपये मूल्य की परिसंपत्ति सार्वजनिक एवं व्यक्तिगत अंशधारकों के पास है। अगर प्रवर्तकों से इतर कॉर्पोरेट होल्डिंग को भी शामिल कर लिया जाए तो इक्विटी में कुल घरेलू निवेश बढ़कर 28 लाख करोड़ रुपये हो जाएगा। 
 
विदेशी निवेशकों को एचडीएफसी बैंक, एचडीएफ सी और इन्फोसिस के शेयर सबसे ज्यादा पसंद हैं और बीएसई के कुल एफपीआई में इसकी हिस्सेदारी करीब 20 फ सदी है। घरेलू निवेशक रिलायंस इंडस्ट्रीज, लार्सन ऐंड टुब्रो और एचडीएफसी बैंक को तरजीह देते रहे हैं। यही वजह है कि बीएसई 500 कंपनियों में घरेलू निवेशकों के कुल निवेश का 15 फीसदी हिस्सा इन तीन कंपनियों के ही नाम है। यह विश्लेषण बीएसई 500 सूचकांक में शामिल 452 कंपनियों के बाजार पूंजीकरण और शेयरधारिता प्रारूप के तिमाही आकलन पर आधारित है। 

अब मोबाइल पर दूसरों की सीक्रेट बातें सुनना आसान, सिर्फ एक SMS से

कोटा। ऐसा ऐप जिसकी मदद से यूजर किसी दूसरे स्मार्टफोन की सारी बातें सुन सकता है। इस सीक्रेट ऐप की खास बात है कि जिसकी बातें आप सुन रहे हैं उसे भी इसका पता नहीं चलेगा। हालांकि, जिस स्मार्टफोन से आपको बातें सुनना है उसमें TickleMyPhone ऐप को इन्स्टॉल करना होगा। ऐप इन्स्टॉल करने के लिए यूजर को स्मार्टफोन अपने पास लेना होगा। एक मैसेज से होगा काम…

ऐप का यूज ऐसे करें 

  •  ऐप से किसी दूसरे मोबाइल की बातें सुनने के लिए आपको सिर्फ एक SMS करना होता है।
  •  मान लीजिए आपने A हैंडसेट में ऐप इन्स्टॉल कर दी और B हैंडसेट पर सभी बातें सुनना चाहते हैं।
  • तब आपको B हैंडसेट से A पर एक SMS करना होगा।
  • SMS आते ही B हैंडसेट पर कॉल आ जाएगा और वो A हैंडसेट की सभी बातें सुन सकेगा।
  • -SMS भेजने के बाद कॉल की रिंग नहीं होती, जिससे किसी यूजर को कॉल आने का पता नहीं चलता।

क्या है TickleMyPhone ऐप  

  • इस ऐप का साइज 4MB से भी कम है। यानी यूजर को ज्यादा स्पेस की जरूरत नहीं है।
  • इसे एंड्रॉइड 2.1 इकलेयर और अपडेट OS पर भी इन्स्टॉल कर सकते हैं।
  • प्ले स्टोर पर यूजर ने इसे मिले-जुले रिव्यू दिए हैं। कुछ ने इसे यूजफुल बताया है।
  • इस ऐप का फ्री और पेड वर्जन दोनों उपलब्ध हैं। पेड वर्जन की प्राइस 122 रुपए है।
  • पेड वर्जन पर यूजर को एक्स्ट्रा फीचर्स मिलते हैं।

JEE एडवांस-2017 के प्रवेश पत्र अपलोड, 21 मई को होगी परीक्षा

कोटा । आईआईटी में प्रवेश के लिए होने वाली जेईई एडवांस परीक्षा के प्रवेश पत्र वेबसाइट पर अपलोड हो गए हैं। विद्यार्थी इन्हें डाउनलोड सकते हैं। सीबीएसई के माध्यम से हुई जेईई मेन्स में उत्तीर्ण करीब 2.20 लाख विद्यार्थी आईआईटी में प्रवेश के लिए जेईई एडवांस परीक्षा देंगे। 

विद्यार्थियों के प्रवेश पत्र बुधवार को वेबसाइट पर अपलोड हो गए। आईआईटी मद्रास  21 मई को परीक्षा कराएगा। पहला पेपर सुबह 9 से 12 बजे और दूसरा दोपहर 2 से 5 बजे तक होगा। परिणाम 11 जून को घोषित होगा।

भारत सहित कई देश के विद्यार्थी देंगे परीक्षा
जेईई एडवांस में भारत सहित नेपाल, श्रीलंका, भूटान, पाकिस्तान, बांग्लादेश, मालद्वीव, अफगानिस्तान और अन्य देशों के विद्यार्थी शामिल होंगे। उत्तीर्ण होने वाले विद्यार्थियों को वरीयतानुसार देश के विभिन्न आईआईटी में प्रवेश मिलेगा। राजस्थान में अजमेर, जयपुर, उदयपुर सहित अन्य शहरों में यह परीक्षा होगी। 

अपने प्रवेश पत्र डाउनलोड यहाँ से करें 

 

बैंक ऋण वृद्धि घटकर 4.3 प्रतिशत पर आ गई

मुंबई। बैंक ऋण वृद्धि के मामले में नये वित्त वर्ष की शुरूआत अच्छी नहीं रही है। समाप्त पखवाड़े में c 4.32 प्रतिशत रह गई। इससे पहले वित्त वर्ष 2016-17 में इसका 63 साल का न्यूनतम स्तर 5.08 प्रतिशत रहा था। इस समय यह इससे भी कम रहा है। रिजर्व बैंक द्वारा जारी ताजा आंकड़ों में यह जानकारी दी गई है।

आलोच्य पखवाड़े में बैंक ऋण 4.32 प्रतिशत बढ़कर 75,450 अरब रुपये  पर पहुंच गया जो कि पिछले साल इसी अवधि में 72,320 अरब रुपये पर था। वित्त वर्ष 2016-17 में रिण वृद्धि 5.08 प्रतिशत रही जो पिछले कई दशकों का न्यूनतम स्तर है। 

रिण में कम वृद्धि का कारण फंसे कर्ज में वृद्धि तथा कंपनियों की ओर से कमजोर मांग का रहना है।इसके साथ ही एक वजह यह भी है कि कंपनियां कारपोरेट बांड बाजार से धन जुटा रही हैं जहां ब्याज दर बैंकों के मुकाबले काफी कम है।

आलोच्य पखवाड़े में बैंक जमा की वृद्धि भी कमजोर पड़कर 10.33 प्रतिशत बढ़कर 105,090 अरब रुपये  रही जो एक साल पहले 29 अप्रैल 2016 को समाप्त पखवाड़े में 95,250 अरब रुपये  रही थी।

कोटा की तर्ज पर दिल्ली में बनेगा सेवन वंडर्स पार्क

बद्रीनाथ की दुल्हनियां से देश-विदेश में मशहूर हुआ सेवन वंडर्स पार्क 

नई दिल्ली। कोटा में बद्रीनाथ की दुल्हनिया फिल्म की शूटिंग से चर्चित हुआ सेवन वंडर्स पार्क देश में चर्चित हो गया। इसकी खूबसूरती देख साउथ दिल्ली म्यूनिसिपल कॉर्पोरेशन (एसडीएमएसी) ने दिल्ली में सेवन वंडर्स पार्क बनाने का निर्णय लिया है। कोटा की तर्ज पर यह पार्क साउथ दिल्ली के काले खां इंटरस्टेट बस टर्मिनल के पास 11 एकड़ भूमि पर बनेगा। 

जिसमें प्रत्येक वंडर्स 10 मीटर का होगा। इसकी जानकारी एसडीएमएसी के आयुक्त पुनीत गोयल ने एक अखबार को दिए इंटरव्यू में दी। उन्होंने बताया कि वर्तमान में चयनित जगह दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन के पास है। उनका कार्य पूरा होते ही इस प्रोजेक्ट पर काम शुरू कर दिया जाएगा। सेवन वंडर्स की सौगात दिल्लीवासी को एक साल में ही देने की हमारी पूरी कोशिश होगी। 

सेवन वंडर्स देखने कोटा पहुंची थी एसडीएमसी टीम

गोयल ने बताया कि प्रोजेक्ट को मंजूरी देने से पहले एसडीएमसी के अधिकारियों की टीम कोटा पहुंची थी। अधिकारियों व इंजीनियर्स ने प्रत्येक वंडर्स को बारिकी से देखा और उनका परिचय देख अभिभूत हो गए। कोटा में सेवन वंडर्स का निर्माण 2013 में किया गया था। इसी थीम पर अधिकारियों ने प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार कर इंजीनियरिंग टीम से साझा की।

यहां पहुंची टीम के सदस्यों ने बताया कि यह तालाब के बीच बना  पार्क बद्रीनाथ की दुल्हनिया फिल्म में देखा था, तभी से इसे प्रत्यक्ष रूप से देखने की चाहत थी। इसीलिए दिल कोटा की ओर खींचा चला आया। वास्तव में कोटा का सेवन वंडर्स बहुत खूबसूरत है। 

 

गेहूं का इस बार रिकॉर्ड उत्पादन, 9.74 करोड़ टन रहने का अनुमान

नई दिल्ली। देश में मॉनसून की वर्षा अच्छी रहने से जून में समाप्त होने जा रहे इस फसल वर्ष में गेहूं, चावल और दलहन सहित खाद्यान्न का रिकॉर्ड 27 करोड़ 33 लाख 80 हजार टन उत्पादन होने का अनुमान है।

कृषि मंत्रालय ने अपने तीसरे अग्रिम अनुमान में खाद्यान्न उत्पादन अनुमान को संशोधित करते हुए कहा कि फसल वर्ष 2016-17 (जुलाई से जून) में चावल उत्पादन 10 करोड़ 91 लाख टन होने का अनुमान है जबकि गेहूं की पैदावार 9 करोड़ 74 लाख टन और दलहन 2 करोड़ 24 लाख टन होने का अनुमान है।

मॉनसून अच्छा रहने से फसल वर्ष 2016-17 में गेहूं उपज का यह नया रिकॉर्ड बनने जा रहा है।  कृषि मंत्रालय खाद्यान्न पैदावार के अंतिम आंकड़े पेश करने से पहले फसल के विभिन्न चरणों में चार बार उपज के अनुमान जारी करता है। इस समय रबी मौसम की फसलों की कटाई जोरों पर चल रही है।

तीसरे अग्रिम अनुमान में खाद्यान्न उत्पादन इस वर्ष 27 करोड़ 33 लाख टन के सर्वकालिक उच्च स्तर पर होने का अनुमान है जो उत्पादन पिछले वर्ष 25 करोड़ 15 लाख टन का हुआ था। अधिक उत्पादन का पिछला रिकॉर्ड 2013-14 में 26 करोड़ 50 लाख टन का है। खाद्यान्नों में चावल, गेहूं, मोटे अनाज और दलहनें शामिल हैं।

मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘वर्ष 2016 के मॉनसून के दौरान अच्छी बरसात और सरकार द्वारा की गई विभिन्न नीतिगत पहल के परिणामस्वरूप देश में चालू फसल वर्ष में रिकॉर्ड खाद्यान्न उत्पादन हासिल हुआ है।’
 
गेहूं उत्पादन पिछले साल के नौ करोड़ 22 लाख टन के मुकाबले बढ़कर इस वर्ष 2016-17 में नौ करोड़ 74 लाख टन हो गया क्योंकि मौसम में गड़बड़ी नहीं होने से ऊपज बेहतर हुई है। गेहूं उत्पादन के मामले में पिछला रिकॉर्ड नौ करोड़ 58 लाख टन का था जिसे वर्ष 2013-14 में हासिल किया गया।