जेईई मेन्स : डायबिटिक स्टूडेंट्स एग्जाम सेंटर में ले जा सकेंगे दवाएं, फल

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कोटा। सीबीएसई ने जेईई मेन्स में बैठने वाले डायबिटिक स्टूडेंट्स को राहत प्रदान की है। अब यह स्टूडेंट्स एग्जाम सेंटर में खाने की सामग्री शुगर की टैबलेट ले जा सकेंगे। अब तक इन सामग्रियों के सेंटर पर ले जाने पर रोक लगी हुई थी।

सीबीएसई इससे पहले अपने बोर्ड एग्जाम में भी डायबिटिक बच्चों के लिए यह सुविधा शुरू कर चुका है। सीबीएसई की ओर से जारी नोटिफिकेशन में बताया गया है कि छात्र अपने साथ केला, सेब संतरा ले जा सकते हैं। इसके साथ ही शुगर टैबलेट लेकर जाने पर भी कोई पाबंदी नहीं रहेगी।

इस नए आदेश से उन बच्चों को काफी राहत मिलेगी, जो बीमारी के कारण पूरी एकाग्रता से एग्जाम नहीं दे पाते थे। जेईई मेन्स का ऑनलाइन एग्जाम 15 16 अप्रैल को होगा। ऑफलाइन एग्जाम 8 अप्रैल को होना है।

1 दिसंबर से शुरू होगा रजिस्ट्रेशन : जेईईमेन्स का रजिस्ट्रेशन 1 दिसंबर से होगा। जो करीब 1 माह तक चलेगा। जेईई मेन्स यूनिट में छात्रों की जिज्ञासाओं को शांत करने के लिए वेबसाइट पर एफएक्यू जारी कर दिए हैं।

पानी की बोतल भी ले जा सकेंगे छात्र
डायबिटिक स्टूडेंट पानी की बोतल को भी ले जा सकते हैं। यह बोतल ट्रांसपेरेंट होनी चाहिए। चॉकलेट कैंडी, सैंडविच जैसे पैक्ड फूड पर रोक रहेगी। दरअसल डायबिटिक स्टूडेंट्स को निश्चित समय में कुछ खाना होता है, लेकिन एग्जाम की अवधि लंबी होने के कारण वह कुछ खा नहीं पाते। इससे पहले सेंटर में किसी भी तरह की सामग्री ले जाने पर पाबंदी थी।

6 विदेशी सेंटर्स पर भी होगा जेईई एडवांस
इस साल भी विदेशी छात्रों को मेन्स एग्जाम नहीं देना पड़ेगा। आईआईटी ने विदेशी छात्रों के लिए गाइडलाइन जारी कर दी है। इसके तहत भारत के अलावा अन्य देशों के 6 सेंटर्स पर भी एग्जाम होगा।

इसमें आदिस आबादा, कोलंबो, ढाका, दुबई, काठमांडू और सिंगापुर को शामिल किया गया है। सार्क देशों के स्टूडेंट्स को देश या विदेश में सेंटर लेने के लिए शुल्क 160 यूएस डाॅलर जीएसटी चुकाना होगा। नॉन सार्क देशों के लिए 300 यूएस डाॅलर जीएसटी चुकाना होगा।