मिष्टी बोलीं, ‘मणिकर्णिका’ देखकर शॉक्ड हूँ, मेरे साथ धोखा हुआ है

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फिल्म मणिकर्णिका शुरू से ही विवादों में घिरी रही है। पहले इस फिल्म का करार निर्देशक केतन मेहता के साथ हुआ था, लेकिन बात नहीं बनी और कंगना ने इसे निर्देशक कृष के साथ बनाने का काम शुरू किया। यहां भी फिल्म की शूटिंग पूरी होते-होते कृष और कंगना के बीच मतभेद हुए और उन्होंने फिल्म छोड़ दी। कृष के फिल्म से अलग होने के बाद अभिनेता सोनू सूद ने भी फिल्म छोड़ दी।

फिल्म में काशीबाई का किरदार निभाने वाली अभिनेत्री मिष्टी मुखर्जी ने भी अपनी चुप्पी तोड़ते हुए बताया कि वह फिल्म देखकर शॉक्ड हैं, उनके सभी महत्वपूर्ण सीन और डायलॉग काट दिए गए हैं, डायरेक्टर को इतना सेल्फ अब्सेस्ट नहीं होना चाहिए।

मिष्टी कहती हैं, ‘मैं मानती हूं कि फिल्म का टाइटल मणिकर्णिका है और यह फिल्म रानी लक्ष्मी बाई के ऊपर बेस्ड है, इसलिए फिल्म में मणिकर्णिका की कहानी ही होनी चाहिए, लेकिन इतिहास में बहुत से ऐसे किरदार रहे हैं, जिनकी वैल्यू को आप कम नहीं कर सकते।

यह सिर्फ एक अकेले किरदार की कहानी नहीं है, यह कहानी है उस ऐतिहासिक समय की। एक ऐक्टर होने के नाते हमें फिल्म साइन करने से पहले कुछ वादे किए गए थे, वरना मैं फिल्म क्यों साइन करती। फिल्म के निर्माता कमल जैन और कंगना रनौत ने मुझे वादा किया था कि फिल्म में मेरा मजबूत रोल होगा।’

फिल्म देखने के बाद अचंभित हुई मिष्टी कहती हैं, ‘जब मैंने फिल्म देखी तो पता चला पहले शूट किए गए महत्वपूर्ण सीन कट कर दिए गए हैं और जो नए सीन को मिक्स किया गया है। मुझे लगा मेरे साथ फिल्म की रीशूटिंग की जरूरत ही नहीं थी। मुझे महसूस होता है कि कुछ सीन को लेकर मेरे साथ धोखा हुआ है।

मिष्टी आगे कहती हैं, ‘सोनू सूद के बाहर होने के बाद मुझे डाउट हुआ था कि कुछ गलत हो रहा है। डायरेक्टर को कभी भी सेल्फ अब्सेस्ट नहीं होना चाहिए, उसे सभी किरदारों से प्यार होना चाहिए। सिर्फ कोई एक किरदार से कोई फिल्म अच्छी नहीं बनती है।’

‘मैं काशीबाई के अपने इस रोल से खुश नहीं हूं। मैंने जो शूट किया था, मुझसे जो वादे किए गए थे, वह फिल्म में है ही नहीं। जब यह रोल ऑफर हुआ था, तब कमल जी को मैंने काशीबाई का रोल करने से इंकार कर दिया था। मुझे किसी फिल्म में सेकंड रोल नहीं करना था, क्योंकि मैं साउथ में अच्छा काम कर रही हूं।