महाव्रतों की आराधना का महाकुंभ कोटा में आज से, शोभायात्रा से होगा आगाज

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कोटा। सिद्धान्त रत्न गणिनी आर्यिका विशुद्धमति माताजी का त्रिदिवसीय राष्ट्रीय स्वर्णिम संयम दीक्षा महोत्सव गुरूवार से मेला ग्राउण्ड दशहरा मैदान पर आयोजित किया जाएगा। आयोजन समिति के मीडिया समन्वयक नरेश जैन बैद ने बताया कि गुरूवार को प्रातः 4.45 बजे की सुप्रभात वंदना से महोत्सव का आगाज होगा। इसके बाद 5.15 बजे जिनाभिषेक, शांतिधारा के कार्यक्रम किए जाएंगे।

इस दौरान 6 बजे से भव्य शोभायात्रा के द्वारा साधना और आराधना के महापर्व का आगाज किया जाएगा। शोभायात्रा जैन मंदिर तलवंडी से प्रारंभ होकर झालावाड़ रोड, विज्ञान नगर, एयरोड्रम सर्किल, घोड़े वाले बाबा चैराहा, सीएडी सर्किल होते हुए कार्यक्रम स्थल दशहरा मैदान पर पहुंचेगी।

संयोजक प्रकाश बज ने बताया कि शोभायात्रा में 4 महिला बैण्ड, आरएसी, पुलिस बैण्ड समेत विभिन्न राज्यों की संस्कृति के रंग बिखेरते हुए 14 विशेष बैण्ड चलेंगे। इसके साथ ही 31 बग्घियांे में सवार इन्द्र इन्द्राणी और कुबेर, 5 हाथी, 11 घोड़ों के साथ ही धर्म की प्रभावना करते हुए झांकियां होंगी।

कोटा में प्रवास कर रहीं गणिनी आर्यिका विभाश्री माताजी, गणिनी आर्यिका विशुद्धमति माताजी के संघ समेत करीबन 20 साधु भी शोभायात्रा में त्याग और वैराग्य की छटा बिखेरेंगे। दीक्षा लेने वाली ब्रह्मचारिणी भाग्यवती दीदी तथा बाल ब्रह्मचारिणी उषा दीदी भी बग्घियों में सवार होकर आत्मरंजन के मुकाम की ओर बढेंगी। जीवन को जयवंत बनाने की यात्रा का वर्णन करती हुई माताजी के जीवन चरित्र की झांकियां होंगी। अजमेर से मंगाए गए स्वर्ण जड़ित रथ में श्रीजी विराजमान होकर चलेंगे।

महिला विंग की अध्यक्ष निशा जैन बैद ने बताया कि शोभायात्रा में 178 जैन महिलाएं परेड करते हुए चलेंगी। जिसकी गत दो माह से लगातार विशेष प्रशिक्षक के द्वारा ट्रेनिंग कराई जा रही है। इसमें महिलाएं पंचरंगे जैन ध्वज की भांति पांच अलग अलग प्रकार के रंगों की साड़ियां पहनकर कदमताल करती हुई रवाना होंगी।

जो सेना की अलग अलग रेजीमेंट्स का परिचय कराएंगी। प्रत्येक बटालियन के लिए एक महिला को कमाण्डर बनाया गया है। इसके अलावा चार कमाण्डर आर्यिका संघ को साथ लेकर चलेंगे। कार्यक्रम स्थल दशहरा मैदान पहुंचने पर महिलाओं के द्वारा जैन ध्वज को सलामी दी जाएगी तथा तोप से पुष्पवर्षा होगी। अरिहंत स्कूल आरकेपुरम् के 250 बच्चों के द्वारा विशुद्ध मातृगान प्रस्तुत किया जाएगा।

कार्याध्यक्ष जेके जैन ने बताया कि प्रातः 10 बजे से स्वर्ण संयम ध्वजारोहण और विशुद्धमति माताजी के मंगल प्रवचन होंगे। इस दौरान मुख्य अतिथि नगरीय विकास मंत्री शांति कुमार धारीवाल द्वारा स्मारिका का विमोचन किया जाएगा। समारोह की अध्यक्षता सांसद ओम बिरला करेंगे। वहीं गौरव अध्यक्ष के रूप में संगम यूनिवर्सिटी भीलवाड़ा के चैयरमेन रामपाल सोनी मौजूद रहेंगे।

गणिनी आर्यिका विशुद्धमति माताजी के द्वारा लिखित 50 धर्मग्रंथों का विमोचन भी किया जाएगा। संगम यूनिवर्सिटी की ओर से विशुद्धमति माताजी को डी. लिट् की उपाधि से अलंकृत किया जाएगा। इस दौरान मां विशुद्ध संस्कार विद्यापीठ धर्मार्थ ट्रस्ट की स्थापना भी की जाएगी। विधानाचार्य ऋषभ भैया नागपुर, सहविधानाचार्य सचिन जैन दिल्ली, पं. धरणेन्द्र शास्त्री के पौरोहित्य में सभी धार्मिक क्रियाएं सम्पन्न होंगी।

सकल दिगम्बर जैन समाज के अध्यक्ष विमल जैन नान्ता ने बताया कि प्रातः 11.35 बजे से 1452 गणधर स्वामी वृहद् जिनार्चना, सकलीकरण, आचार्य निमंत्रण, इन्द्र प्रतिष्ठा, कलश स्थापना, अखण्ड दीप प्रज्ज्वलन के कार्यक्रम आयोजित होंगे। इसी दिन, शाम 6 बजे आरती और प्रवचन होंगे। इसके बाद रात्रि 7.30 बजे से मुम्बई के कलाकार विक्की डी पारीख के द्वारा दीक्षा स्वर्ण महोत्सव पर झंकृत स्वर सरगम का कार्यक्रम प्रस्तुत किया जाएगा।

महामंत्री विनोद जैन टोरड़ी ने बताया कि महोत्सव के दौरान युगल जैनेश्वरी श्रमणी दीक्षा महोत्सव का भी आयोजन होगा। जिसमें ब्रह्मचारी भाग्यवती और बाल ब्रह्मचारी उषा दीदी की जैनेश्वरी श्रमणी दीक्षा होगी। इसके तहत गुरूवार को अंजुलि में भोजन ग्रहण क्रिया, दीक्षार्थियों के द्वारा गणधर वलय विधान का आयोजन किया जाएगा। महाव्रतों के महापान के बाद दीक्षार्थियों को नया जन्म प्राप्त होगा।