चम्बल संसद ने किया तालाबों के प्रभावी सरंक्षण करने का आह्वान

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वर्षाजल संरचनाओं में लगे जल योद्धाओं का सम्मान

कोटा। पर्यावरण संरक्षण सप्ताह के दौरान गत दिवस चम्बल संसद के सदस्यों ने मण्डाना क्षेत्र के गांव जोधपुरा में वृंदा माता जी के मंदिर पर तरूण भारत द्वारा वर्षाजल संचय संरचनाओं पर काम कर रहे एक दर्जन ग्रामीणों को दुपट्टा और प्रशंसा पत्र दे कर सम्मानित किया।

पर्यावरण सप्ताह की साप्ताहिक गतिविधियों के विराम अवसर पर तरूण भारत संघ (जल बिरादरी) के कार्यक्रम अधिकारी चमन सिंह ने बताया कि डार्क जोन के इस क्षैत्र में 13 तालाबों का पुनरूद्धार डीसीएम श्री राम फाउण्डेशन के सहयोग से किया जा रहा है। ग्रामीणों ने जोधपुरा तालाब की पाल की ऊंचाई बढ़ाने की मांग की जिसे सरकारी अनुमति मिलनी चाहिए।

चम्बल संसद के समन्वयक बृजेश विजयवर्गीय ने कहा कि वर्षा जल संरचनाओं से क्षेत्र में भूगर्भ जल की स्थित में सुधार हुआ है। किसानों को पानी के लिए पूर्व की भांति संकट नहीं है। परियोजना पूर्ण होने पर भी ग्रामीणों को वर्षा जल संग्रहण की अपनी आदत को बर करार रखते हुए तालाबों का संरक्षण करना होगा।

कोटा विश्व विद्यालय की रसायन विभागाध्यक्ष नीलू चैहान ने जल संरचनाओं के निर्माण को आने पाली पीढ़ियों के लिए उचित संपदान बताया। शिक्षाविद् डाॅ श्वेता व्यास ने ग्रामीणों की जल संबंधी समस्याओं को लिपीबद्ध करते हुए प्रशासन के समक्ष रखने की बात कही। टाईगर रिजर्व के मंदरगढ़ के विस्थापन में उचित पैकेज एवं प्राथमिकता से गांव के विस्थापन की मांग की।

तरूण भारत संघ समस्याओं के समाधान के लिए वन विभाग के उच्चाधिकारियों को अवगत कराऐगा। अभय सिंह एवं महाराष्ट्र के शोधार्थी ने प्रस्तावित जल संग्रहण संरचनाओं की जानकारी दी। इस अवसर पर कोटा की चम्बल संसद कार्यकत्र्ता प्रीति विजयवर्गीय का भी सम्मान किया।