रिलायबल इंस्टीट्यूट के मयंक ने किया KVPY में आल इंडिया टॉप

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कोटा। भारतीय सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा आयोजित की जाने वाली किशोर वैज्ञानिक प्रोत्साहन योजना (KVPY) 2020 का परिणाम मंगलवार को जारी कर दिया गया। रिलायबल इंस्टीट्यूट के मैथ्स के एचओडी आयुष गोयल ने बताया कि स्थापना के पहले ही वर्ष में रिलायबल इंस्टीट्यूट के विद्यार्थियों ने बेहतर परिणाम देना शुरू कर दिया है।

केवीपीवाय के परिणामों में रिकॉर्ड सफलता प्राप्त करते हुए कक्षा 11 के छात्र मयंक मोटवानी ने एसए वर्ग में आल इंडिया रैंक-1 प्राप्त की है। इसके साथ ही 5 अन्य स्टूडेंट्स भी इस वर्ग में फैलोशिप के लिए चयनित हुए हैं। वहीं कक्षा-12 के स्टूडेंट्स की एसएक्स कैटेगिरी में 22 स्टूडेंट्स ने सफलता प्राप्त की है। इस कैटेगिरी में कुशाग्र गुप्ता ने एआईआर-35 प्राप्त की है। इसके अलावा अंकन सरकार ने एआईआर-88 प्राप्त की है।

गोयल ने बताया कि इन परिणामों के साथ ही रिलायबल इंस्टीट्यूट में उत्साह है। परीक्षा में एसए वर्ग में 1019 तथा एसएक्स वर्ग में 1890 स्टूडेंट्स को फैलोशिप के लिए क्वालीफाई घोषित किया गया। रिलायबल के लिए एडमिशन व स्कॉलरशिप टेस्ट आर-नेट 21 मार्च को होगा। इस परीक्षा में कक्षा 6 से 12 तथा 12वीं उत्तीर्ण विद्यार्थी शामिल हो सकते हैं।

एप्टीड्यूड परीक्षा पर आधारित रहा परिणाम
इस वर्ष कोविड को देखते हुए केवल एप्टीट्यूड परीक्षा के आधार पर ही परिणाम जारी किया गया है। इससे पूर्व साक्षात्कार भी लिया जाता था। यह परीक्षा 31 जनवरी 2021 को हुई। फैलोशिप के तहत स्नातक (यूजी) के तीन वर्षों के लिए 5 हजार रुपए प्रतिमाह तथा 20 हजार रुपए कंटीजेंसी राशि दी जाती है। इसी तरह स्नातकोत्तर (पीजी) के दो वर्षों के लिए 7 हजार रुपए प्रतिमाह तथा 28 हजार रुपए कंटीजेंसी राशि दी जाती है। प्रोत्साहन योजना के तहत अधिकतम 5 वर्ष या प्री-पीएचडी परीक्षा तक फैलोशिप दी जाती है। इसके लिए विद्यार्थी को बीएससी, बीएस, बीस्टेटिक्स, बीएसी मैथ्स, इंटीग्रेटेड एमएससी अथवा एमएस में प्रवेश लेना होता है।