राजस्थान में 5 लाख वैक्सीनेशन के लिए रजिस्ट्रेशन शुरू

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जयपुर। कोविड वैक्सीन कब आएगी और कहां-कैसे लगेगी, इसे लेकर जहां सरकार और चिकित्सा विभाग की तैयारियां जोरों पर चल रही हैं वहीं आमजन में भी कौतुहल है। सबसे अधिक चिंतित बुजुर्ग और वे लोग हैं, जिन्हें कोरोना हो चुका है, ऐसे में हर किसी को वैक्सीन के आने का इंतजार है। अब जबकि केन्द्र सरकार 15 जनवरी तक को-वैक्सीन की शुरुआत करने की कह चुकी है तो राजस्थान में भी इसकी लगभग पूरी तैयारियां हो चुकी हैं। गाइडलाइन, कब-कैसे, कहां लगेगी जानें-

केन्द्र से वैक्सीन लांच होने के साथ ही सभी राज्यों के साथ राजस्थान को भी मिलेगी। प्रारंभिक तौर पर प्रदेश को 5 लाख वैक्सीन मिलने की संभावना है। इसके बाद जयपुर के मुख्य सेंटर (सीएमएचओ) पर वैक्सीन आएगी और फिर यहां से अन्य सेंटर्स पर वैक्सीन जाएगी। यहां तीन कक्षों में वैक्सीन लगाने की प्रक्रिया होगी। वैक्सीन किन्हें लगेगी, इसके लिए पहले से ही रजिस्ट्रेशन हो चुके हैं। इनमें सभी हैल्थ वर्कर्स हैं।

तीन कक्षों में काम होगा। पहले कक्ष में वेटिंग एरिया, दूसरे में वेक्सीनेशन और तीसरे में वैक्सीन के बाद लोगों को रखा जाएगा। यहां वैक्सीन कराने वाले लोगों में साइड इफेक्ट की जानकारी ली लाएगी। इसके लिए पूरी मेडिकल टीम का गठन भी किया गया है। जहां वैक्सीनेशन होगा, वहां का ट्रायल भी किया जा चुका है।

मेडिकल कॉलेज, जिला-सेटेलाइट अस्पतालों के जिन हैल्थ वॉरियर्स को उन्हीं अस्पतालों में टीका लगाया जाएगा। बड़े निजी अस्पतालों के स्टाफ को वैक्सीन लगाने का काम वहीं बनाए गए सेंटर पर होगा। छोटे निजी अस्पताल या नर्सिंग होम्स हैं, उनके स्टाफ को निजी या गर्वमेंट अस्पताल में बनाए गए सेंटर पर लगाई जा सकेगी।

मेरा नंबर कब आएगा
वैक्सीन सबसे पहले हैल्थ वर्कर्स (डॉक्टर्स, नर्सिंग स्टाफ, लैब टेक्नीशियन, रेडियोग्राफर) व कोरोना से जुड़े वे सभी वर्कर्स जो लंबे समय से डयूटी दे रहे हैं, को वैक्सीन लगाई जाएगी। इसके बाद 60 साल से अधिक उम्र के उन लोगों को लगाई जाएगी, जिन्हें डायबिटीज, कार्डियो, बीपी या अन्य बीमारियां हैं। इसके बाद सामान्य लोगों को टीका लगेगा।

बिना वजह परेशान नहीं होंं
वैक्सीन लगाने की गाइडलाइन बनाई है, इसमें एप्रोच व्यर्थ है। सबसे पहले हैल्थ वर्कर्स को ही लगाई जाएगी। उसके बाद सीनियर सिटीजन को। इसके लिए रजिस्ट्रेशन हो रहे हैं। जब भी कोई वैक्सीनेशन के लिए जाएगा, उसका कोड भी जनरेट होगा ताकि वह रिपीट ना हो। अभी तक की गाइडलाइन में यह निशुल्क ही लगेगा।