नई दिल्ली। इंडिया टुडे के डिबेट शो में बीजेपी के संबित पात्रा और राजदीप सरदेसाई के बीच गुपकार डेक्लेरेशन और फारूक अब्दुल्ला को लेकर नोकझोक हो गई। पात्रा ने सरदेसाई से कहा कि आप कहते हैं कि फारूक अब्दुल्ला के प्रति हम फेयर रहें। आप अपने शो में फवाद चौधरी को सफाई करने का मौका क्यों देते हैं? इस बीच राजदीप बोलने लगे तो पात्रा ने कहा, ‘आप बीच में मत बोलिए, मुझे 15 सेकंड का मौका दीजिए।’ दोनों की बहस एक दूसरी की देशभक्ति तक पहुंच गई।
राजदीप ने कहा, क्या फारूक अब्दुल्ला इस देश के नागरिक नहीं है। पात्रा ने कहा, ‘आप जैसे लोगों को देश के लोग अच्छी तरह से जानते हैं। फवाद चौधरी देश के नागरिक हैं?’ इसपर राजदीप ने कहा, ‘आपसे मुझे देशभक्ति के सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं है। हमारी देशभक्ति पर सवाल न उठाइए।’ पात्रा ने कहा कि आपने फवाद चौधरी को अपने चैनल पर बुलकार उन्हें प्लैटफॉर्म दिया। इसपर देसाई ने कहा, ‘मैं पत्रकार हूं और सबसे सवाल करता हूं। मैं सच के साथ हूं।’ पात्रा ने इसपर भी आपत्ति की और कहा कि आप सच के साथ नहीं है।
सरदेसाई ने संबित पात्रा से सवाल किया था कि गृह मंत्री एक राजनीतिक अलायंस को गैंग कहते हैं। इसे गुपकार गैंग का नाम दे दिया है। क्या गृह मंत्री को ऐसे शब्दों का प्रयोग करना चाहिए? पात्रा ने कहा, ‘फारूक अब्दुल्ला ने आपके चैनल पर कहा था कि वह चीन से मदद लेना चाहते हैं। आपका चैनल कहता है, फारूक अब्दुल्ला ने कहा, चीन की मदद से जम्मू-कश्मीर में 370 बहाल होगा। आपने यह इंटरव्यू लिया। आप बताइए कि फारूक अब्दुल्ला को गैंग कहना गलत शब्द है लेकिन जब वह विदेशी ताकतों के साथ गुटबंदी कर रहे हैं तो यह शब्द बिल्कुल सही है।’
राजदीप ने कहा, ‘फारूक ने इसपर सफाई दी है कि उन्हें चीन की मदद नहीं लेनी है। ‘ पात्रा ने कहा, ‘उन्होंने सफाई में यही कहा है कि चीन ने हमारी जमीन पर कब्जा कर लिया है। आज से नहीं नेहरू के समय से ही अकसाई चीन उसके कब्जे में है। फारूक अब्दुल्ला के ऊपर दबाव बनाया गया और फिर उन्होंने बचने का तरीका निकाल लिया लेकिन यहां उन्होंने कहा था कि चीन की हेल्प ली जाएगी। यह बहुत ही गलत शब्द है और इसकी तुलना में गैंग तो बहुत ही छोटा शब्द है।’